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Organ Donation: सीकर के अशोक दुनिया को अलविदा कहने के बाद 4 लोगों को दे गए नई जिंदगी

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Published : Jan 19, 2023, 10:49 AM IST

सीकर के अशोक की सड़क हादसे में मौत हो गई. इसके बाद उनके परिजनों ने उनके अंगों को दान (Organ Donation) करने का फैसला लिया.

Organ Donation
Organ Donation

जयपुर. सीकर के 20 वर्षीय अशोक सैनी इस दुनिया से जाने के बाद भी चार जिंदगियों को आबाद कर गए. दरअसल, अशोक के ब्रेन डेड होने के बाद उनके परिजनों ने उनके अंगों को दान करने का निर्णय लिया. जिसके बाद अशोक की एक किडनी और लीवर मणिपाल अस्पताल में प्रत्यारोपित किया जाएगा. जबकि एक किडनी और हार्ट को सवाई मानसिंह अस्पताल में भेजा गया है.

अशोक (20) निवासी सीकर एक सड़क हादसे में गंभीर रूप से घायल हो गए थे. जिसके बाद उन्हें मणिपाल अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. जहां इलाज के दौरान चिकित्सकों ने उन्हें ब्रेन डेड घोषित कर दिया. इसके बाद उनके परिजनों की काउंसलिंग की गई. जिसके बाद परिजनों ने मृतक के अंगों को दान करने का निर्णय लिया. वहीं, इस अंगदान से चार लोगों को नई जिंदगी मिल सकेगी.

पढ़ें- देवदूत बने सीकर के कजोड़, दुनिया से जाते-जाते आबाद कर गए 4 जिंदगियां

बता दें कि जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में कैडेबर ट्रांसप्लांट की प्रक्रिया को शुरू किया गया है. जिसके तहत अंग दान करने वाले अशोक की एक किडनी और हार्ट एसएमएस अस्पताल में प्रत्यारोपित की जाएगी. जबकि लीवर और एक किडनी मणिपाल अस्पताल में प्रत्यारोपित होगा. बीते कुछ समय से राजस्थान में अंगदान को लेकर सरकार की ओर से लगातार जागरूकता कार्यक्रम किए जा रहे हैं. अब तक 50 से अधिक अंगदाताओं ने बड़ी संख्या में लोगों को नई जिंदगी दी है.

इसके तहत अब तक राजस्थान में 70 से अधिक किडनी ट्रांसप्लांट हो चुके हैं. जबकि करीब 24 लीवर ट्रांसप्लांट, 9 हार्ट ट्रांसप्लांट, एक लंग ट्रांसप्लांट, एक पेनक्रियाज ट्रांसप्लांट हो चुका है. इसके अलावा बर्न मरीजों के लिए स्किन बैंक भी जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में खोला गया है. जिसमें अब तक दो स्किन डोनेशन इस बैंक में हो चुके हैं. सरकार ने हाल ही में ऑर्गन ट्रांसप्लांट को निशुल्क कर दिया है. ऐसे में अब ऑर्गन ट्रांसप्लांट का खर्च भी सरकार ही वहन कर रही है.

जयपुर. सीकर के 20 वर्षीय अशोक सैनी इस दुनिया से जाने के बाद भी चार जिंदगियों को आबाद कर गए. दरअसल, अशोक के ब्रेन डेड होने के बाद उनके परिजनों ने उनके अंगों को दान करने का निर्णय लिया. जिसके बाद अशोक की एक किडनी और लीवर मणिपाल अस्पताल में प्रत्यारोपित किया जाएगा. जबकि एक किडनी और हार्ट को सवाई मानसिंह अस्पताल में भेजा गया है.

अशोक (20) निवासी सीकर एक सड़क हादसे में गंभीर रूप से घायल हो गए थे. जिसके बाद उन्हें मणिपाल अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. जहां इलाज के दौरान चिकित्सकों ने उन्हें ब्रेन डेड घोषित कर दिया. इसके बाद उनके परिजनों की काउंसलिंग की गई. जिसके बाद परिजनों ने मृतक के अंगों को दान करने का निर्णय लिया. वहीं, इस अंगदान से चार लोगों को नई जिंदगी मिल सकेगी.

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बता दें कि जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में कैडेबर ट्रांसप्लांट की प्रक्रिया को शुरू किया गया है. जिसके तहत अंग दान करने वाले अशोक की एक किडनी और हार्ट एसएमएस अस्पताल में प्रत्यारोपित की जाएगी. जबकि लीवर और एक किडनी मणिपाल अस्पताल में प्रत्यारोपित होगा. बीते कुछ समय से राजस्थान में अंगदान को लेकर सरकार की ओर से लगातार जागरूकता कार्यक्रम किए जा रहे हैं. अब तक 50 से अधिक अंगदाताओं ने बड़ी संख्या में लोगों को नई जिंदगी दी है.

इसके तहत अब तक राजस्थान में 70 से अधिक किडनी ट्रांसप्लांट हो चुके हैं. जबकि करीब 24 लीवर ट्रांसप्लांट, 9 हार्ट ट्रांसप्लांट, एक लंग ट्रांसप्लांट, एक पेनक्रियाज ट्रांसप्लांट हो चुका है. इसके अलावा बर्न मरीजों के लिए स्किन बैंक भी जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में खोला गया है. जिसमें अब तक दो स्किन डोनेशन इस बैंक में हो चुके हैं. सरकार ने हाल ही में ऑर्गन ट्रांसप्लांट को निशुल्क कर दिया है. ऐसे में अब ऑर्गन ट्रांसप्लांट का खर्च भी सरकार ही वहन कर रही है.

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