नई दिल्ली : विपक्षी दलों के सांसदों ने अपनी रणनीति पर चर्चा करने के लिए मंगलवार सुबह एक बैठक की. यह बैठक सदन में मणिपुर हिंसा से संबंधित चर्चा की मांगों को लेकर हुई. इस बैठक में विपक्षी सांसदों ने तय किया कि वह सदन में मणिपुर के मुद्दे पर पीएम मोदी के बयान की मांग करते रहेंगे. राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के कक्ष में बैठक हुई.
कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल मणिपुर की स्थिति पर विस्तृत चर्चा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बयान की मांग कर रहे हैं. 20 जुलाई को संसद के मानसून सत्र की शुरुआत के बाद से लोकसभा और राज्यसभा दोनों में विरोध प्रदर्शन और नारेबाजी जारी रही है. जिससे दोनों सदनों की कार्यवाही को स्थगित करना पड़ा है.
विपक्षी दलों ने राज्यसभा सभापति से आम आदमी पार्टी नेता संजय सिंह का निलंबन रद्द करने की भी मांग की है. आप सदस्य को अध्यक्ष के निर्देशों का 'बार-बार उल्लंघन' करने के लिए सोमवार को निलंबित कर दिया गया था. बैठक से पहले खड़गे ने कहा कि विपक्षी दल अपनी रणनीति पर सामूहिक निर्णय लेंगे. बैठक में कांग्रेस नेता जयराम रमेश, प्रमोद तिवारी, आम आदमी पार्टी के राघव चड्ढा और तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ'ब्रायन शामिल थे.
ये भी पढ़ें |
सरकार ने कहा है कि वह मणिपुर पर चर्चा के लिए तैयार है लेकिन विपक्षी दल एक नियम के तहत चर्चा के लिए दबाव डाल रहे हैं जिसमें मतदान भी शामिल है. छब्बीस विपक्षी दलों ने अपने गठबंधन का नाम इंडिया रखा है. विपक्ष की मांगों को लेकर दोनों सदनों की कार्यवाही बार-बार स्थगित हुई है. सरकार ने गतिरोध तोड़ने के लिए विपक्षी नेताओं तक पहुंचने के प्रयास किए हैं. राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने भी सदन के नेताओं से मुलाकात की है.
(एएनआई)