बेंगलुरू : कर्नाटक में विपक्ष के नेता सिद्धारमैया ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी की है. कहा कि ईश्वरप्पा ने राज्य की भाजपा सरकार में भ्रष्टाचार, भाई-भतीजावाद और अनियमितताओं के मेरे आरोपों के सबूत दिए हैं. ईश्वरप्पा को किसी भी दबाव से मुक्त होने की जरूरत है. अपने राजनीतिक जीवन में पहली बार ईश्वरप्पा ने अच्छा काम किया है.
सिद्धारमैया ने ईश्वरप्पा की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने दिखाया है कि राज्य का हित उनके राजनीतिक हित से अधिक महत्वपूर्ण है. सिद्धारमैया ने कहा कि मैं इसके लिए उनकी सराहना करता हूं. सिद्धारमैया ने कहा कि भ्रष्टाचार, भाई-भतीजावाद और अनियमितताएं सिर्फ एक ग्रामीण विकास विभाग से ही नहीं जुड़ा है. यह भाजपा सरकार के हर विभाग के भीतर जारी है. अन्य भाजपा नेताओं को भी खुद को व्यक्त करने के लिए भय मुक्त मंच प्रदान करना चाहिए.
कहा कि ईश्वरप्पा ने शिकायत सिर्फ राज्यपाल को ही नहीं बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष को भी लिखी है. उन्हें तुरंत इसका जवाब देना चाहिए और आंतरिक लोकतंत्र को बनाए रखना चाहिए. सिद्धारमैया ने कहा कि ईश्वरप्पा ने पत्र में विस्तार से बताया है कि भ्रष्टाचार सरकार के दिवालियापन का कारण है न कि कोविड-19.
यह स्पष्ट रूप से इंगित करता है कि भाजपा के भीतर कुछ शक्तिशाली अमीर हो रहे हैं और कर्नाटक के लोग गरीब होते जा रहे हैं. आपने हमारी सरकार को 10% सरकार कहा था. अब जब आपके अपने पार्टी के मंत्री ने आपकी अपनी पार्टी के भ्रष्टाचार की रिपोर्ट आपको दे दी है तो सरकार के बारे में अपनी रेटिंग दें. ताकि लोग आने वाले चुनावों में निर्णय ले सकें.
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सिद्धारमैया ने कहा कि आपने अपने प्रसिद्ध नारे 'ना खाऊंगा, ना खाने दूंगा ' को 'मैं भी खाउंगा, तुम भी खाओ' में बदल दिया है.