अगरतला : विपक्षी माकपा पार्टी ने एक प्रेस बयान जारी करते हुए खाद्य मंत्री मनोज कांति देब और उनके निर्वाचन क्षेत्र के मंडल अध्यक्ष श्यामल पॉल पर हमलों का नेतृत्व करने का आरोप लगाया.
जानकारी के मुताबिक उनके पार्टी कार्यालय और उनके स्थानीय पार्टी नेतृत्व के घरों में तोड़फोड़ की गई थी. बदमाशों ने माकपा के स्थानीय समिति सचिव अमर भट्टाचार्जी, एसएफआईआई कमालपुर समिति के सचिव राजा मजूमदार, वरिष्ठ किसान शाखा के नेता भोला मजूमदार और डीवाईएफआई कार्यकर्ता सुमंगल डे के घरों को निशाना बनाया. शरारती तत्वों ने निजी संपत्तियों में तोड़फोड़ की और कीमती सामान लूट लिया. कोरोना कर्फ्यू मानदंडों और डिस्टेंसिंग प्रोटोकॉल की अवहेलना करते हुए, शरारती तत्वों ने कमालपुर शहर में एक रैली भी निकाली.
बयान में कहा गया है कि हिंसा को देखकर आम जनता भयभीत हैं. पार्टी ने घटना की निंदा की और मंत्री मनोज कांति देब सहित हमलों में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की. पार्टी ने सभी क्षेत्रों के लोगों को आगे आने और राज्य में शांति, लोकतांत्रिक मानदंडों और कानून के शासन को बहाल करने के लिए लड़ाई छेड़ने का आह्वान किया.
इस बीच पार्टी ने साेशल साइट पर आपत्तिजनक पाेस्ट काे लेकर पार्टी के नेताओं कार्रवाई का विराेध किया. पार्टी ने विधायक भानु लाल साहा, वाम मोर्चा के संयोजक बिजन धर और पूर्व सांसद जितेंद्र चौधरी के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी पर कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा कि ये पोस्ट भाजपा के उपद्रवियों द्वारा की जा रही हिंसक गतिविधियों पर एक आवेगपूर्ण प्रतिक्रिया थी.
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पार्टी ने इस मुद्दे पर पुलिस की सख्ती की निंदा की और कहा कि यह वरिष्ठ और व्यापक रूप से सम्मानित वामपंथी नेताओं के खिलाफ उत्पीड़न है.