नई दिल्ली: भारतीय वायु सेना के दो परिवहन विमानों के जरिये सूडान से 250 भारतीयों को निकाला गया है. इससे पहले नौसेना के जहाज आईएनएस सुमेधा के माध्यम से इस हिंसाग्रस्त अफ्रीकी देश से 278 नागरिकों को निकाला गया था. अधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, सूडान से अब तक निकाले गए भारतीय नागरिकों की संख्या करीब 530 हो गई है. सूडान से भारतीय नागरिकों को निकालने के अभियान 'ऑपरेशन कावेरी' के तहत भारत ने जेद्दा में पारगमन सुविधा स्थापित की है. सूडान से निकाले जाने के बाद भारतीय नागरिकों को सऊदी अरब के इस शहर में लाया जा रहा है.
भारत ने मंगलवार को हिंसाग्रस्त सूडान से अपने 278 नागरिकों के पहले जत्थे को आईएनएस सुमेधा के जरिये निकाला और वहां फंसे शेष भारतीयों के लिए जरूरी राहत सामग्री पहुंचायी. इसके कुछ ही घंटे बाद भारतीय वायु सेना का परिवहन विमान सी130जे 'पोर्ट सूडान' में उतरा ताकि और भारतीय नागरिकों को वहां से निकाला जा सके. इसके बाद अन्य सी130जे विमान से नागरिकों को निकाला गया. विदेश मंत्री एस. जयशंकर के अनुसार, पहले सी130जे विमान के माध्यम से 121 नागरिकों को और दूसरे विमान से 135 लोगों को बाहर निकाला गया.
भारत ने सऊदी अरब के शहर जेद्दा में नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है ताकि सूडान से भारतीय नागरिकों को निकालने में सुविधा हो सके. ज्ञात हो कि सूडान में करीब 3000 भारतीयों को निकालने के लिए अभियान शुरू किया गया है. बहरहाल, विदेश राज्य मंत्री वी. मुरलीधरन निकासी अभियान पर नजर रखने के लिए जेद्दा पहुंच गए हैं. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बताया था कि सूडान से निकासी अभियान में भारतीय नौसेना का एक और जहाज आईएनएस तेग शामिल हो गया है.
प्रवक्ता ने बताया, 'आईएनएस तेग सूडान के बंदरगाह पर पहुंच गया है. इसमें और अधिकारी तथा वहां फंसे भारतीयों के लिए राहत सामग्री है. इससे सूडान के बंदरगाह पर कैम्प कार्यालय में निकासी प्रयासों को बल मिलेगा.' ज्ञात हो कि सूडान में सेना और अर्द्धसैनिक समूह के बीच सत्ता हासिल करने के लिए भीषण संघर्ष जारी है. पिछले 12 दिनों से जारी भीषण लड़ाई में 400 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है. वहीं, सूडान में दोनों पक्षों के 72 घंटे के संघर्ष विराम पर सहमत होने के बाद भारत ने वहां फंसे अपने नागरिकों को बाहर निकालने के प्रयास तेज कर दिये हैं.
विदेश राज्य मंत्री मुरलीधरन ने निकासी अभियान के बारे में कहा था कि सूडान के बंदरगाह और जेद्दा में जरूरी आधारभूत ढांचा तैयार किया गया है. उन्होंने ट्वीट किया था, 'सऊदी अरब के जेद्दा पहुंचने के बाद 'ऑपरेशन कावेरी' की टीम में शामिल हुआ, सूडान से भारतीयों को निकालने की व्यवस्था के लिए स्थापित नियंत्रण कक्ष गया.' विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने सोमवार को कहा था कि सूडान में फंसे हमारे नागरिकों को वापस लाने के लिए ऑपरेशन कावेरी शुरू हो गया है. भारतीय जहाज और विमान भारतीयों को स्वदेश लाने के लिये तैयार हैं.
ज्ञात हो कि रविवार को भारत ने कहा था कि हिंसा प्रभावित सूडान में फंसे भारतीयों को इस अफ्रीकी देश से सुरक्षित रूप से निकालने की अपनी आकस्मिक योजना के तहत जेद्दा में दो सी-130जे सैन्य परिवहन विमान उड़ान भरने के लिए तैयार रखे गए हैं. साथ ही, भारतीय नौसेना के एक जहाज आईएनएस सुमेधा को क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण बंदरगाह पर रखा गया था. शुक्रवार को एक उच्च स्तरीय बैठक में, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सूडान से 3000 से अधिक भारतीयों को सुरक्षित रूप से निकालने की आकस्मिक योजनाओं की तैयारी के निर्देश दिये थे.
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पिछले हफ्ते जयशंकर ने भारतीयों की सुरक्षित निकासी सुनिश्चित करने के लिए सूडान में जमीनी हालात को लेकर सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात और मिस्र के अपने समकक्षों से बात की थी. जयशंकर ने बृहस्पतिवार को संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस के साथ सूडान की स्थिति पर चर्चा की थी.
पीटीआई-भाषा