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दिल्ली के कोविड अस्पतालों में सिर्फ 20 आईसीयू व वेंटिलेटर बेड ही शेष - दिल्ली में ऑक्सीजन की किल्लत

दिल्ली में कोरोना महामारी का प्रकोप लगातार जारी है. इसी बीच दिल्ली के अस्पतालों में बेड की कमी देखने को मिल रही है. दिल्ली सरकार के आंकड़ों के अनुसार दिल्ली के सभी निजी और सरकारी कोरोना अस्पतालों में मात्र 20 आईसीयू और वेंटिलेटर बेड उपलब्ध हैं.

आईसीयू व वेंटिलेटर बेड की कमी
आईसीयू व वेंटिलेटर बेड की कमी
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Published : May 3, 2021, 4:09 PM IST

Updated : May 3, 2021, 4:21 PM IST

नई दिल्ली : राजधानी दिल्ली में कोरोना की स्थिति लगातार खराब होती जा रही है. दिल्ली सरकार के आंकड़ों की मानें, तो सोमवार की सुबह 11 बजे तक दिल्ली के सभी निजी और सरकारी कोरोना अस्पतालों में केवल 20 आईसीयू और वेंटिलेटर बेड उपलब्ध हैं.

महज 20 वेंटिलेटर/आईसीयू बेड हैं खाली

दिल्ली के अस्पतालों के कोरोना वार्ड में कुल 21499 बेड मौजूद हैं. जिनमें से 20146 बेड पर मरीज हैं. वहीं, 1353 बेड खाली हैं. दिल्ली के सभी निजी और सरकारी कोरोना अस्पताल में आईसीयू/वेंटीलेटर के 5167 बेड हैं. जिनमें से 5147 बेड पर मरीज भर्ती हैं, तो वहीं महज 20 आईसीयू/वेंटीलेटर बेड खाली हैं.

एम्स में 4 आईसीयू बेड उपलब्ध

दिल्ली में आईसीयू और वेंटिलेटर बेड की कमी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि दिल्ली के एम्स में सिर्फ 4 आईसीयू/वेंटिलेटर बेड मौजूद हैं. जबकि मधुकर रेनबो चिल्ड्रन हॉस्पिटल में 5 आईसीयू बेड उपलब्ध हैं. इसके अलावा बंसल ग्लोबल हॉस्पिटल जनकपुरी में 8 और श्राइन हॉस्पिटल में 3 आईसीयू/वेंटिलेटर बेड उपलब्ध हैं.

मधुकर रेनबो चिल्ड्रन हॉस्पिटल में सिर्फ बच्चों का इलाज किया जाता है. यह साफ है कि अब तक राजधानी दिल्ली के सभी छोटे-बड़े निजी सरकारी अस्पतालों में वेंटिलेटर/आईसीयू के केवल 15 बेड उपलब्ध हैं. क्योंकि, मधुकर रेनबो चिल्ड्रन हॉस्पिटल के 5 बेड बच्चों के लिए रिजर्व हैं.

नई दिल्ली : राजधानी दिल्ली में कोरोना की स्थिति लगातार खराब होती जा रही है. दिल्ली सरकार के आंकड़ों की मानें, तो सोमवार की सुबह 11 बजे तक दिल्ली के सभी निजी और सरकारी कोरोना अस्पतालों में केवल 20 आईसीयू और वेंटिलेटर बेड उपलब्ध हैं.

महज 20 वेंटिलेटर/आईसीयू बेड हैं खाली

दिल्ली के अस्पतालों के कोरोना वार्ड में कुल 21499 बेड मौजूद हैं. जिनमें से 20146 बेड पर मरीज हैं. वहीं, 1353 बेड खाली हैं. दिल्ली के सभी निजी और सरकारी कोरोना अस्पताल में आईसीयू/वेंटीलेटर के 5167 बेड हैं. जिनमें से 5147 बेड पर मरीज भर्ती हैं, तो वहीं महज 20 आईसीयू/वेंटीलेटर बेड खाली हैं.

एम्स में 4 आईसीयू बेड उपलब्ध

दिल्ली में आईसीयू और वेंटिलेटर बेड की कमी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि दिल्ली के एम्स में सिर्फ 4 आईसीयू/वेंटिलेटर बेड मौजूद हैं. जबकि मधुकर रेनबो चिल्ड्रन हॉस्पिटल में 5 आईसीयू बेड उपलब्ध हैं. इसके अलावा बंसल ग्लोबल हॉस्पिटल जनकपुरी में 8 और श्राइन हॉस्पिटल में 3 आईसीयू/वेंटिलेटर बेड उपलब्ध हैं.

मधुकर रेनबो चिल्ड्रन हॉस्पिटल में सिर्फ बच्चों का इलाज किया जाता है. यह साफ है कि अब तक राजधानी दिल्ली के सभी छोटे-बड़े निजी सरकारी अस्पतालों में वेंटिलेटर/आईसीयू के केवल 15 बेड उपलब्ध हैं. क्योंकि, मधुकर रेनबो चिल्ड्रन हॉस्पिटल के 5 बेड बच्चों के लिए रिजर्व हैं.

Last Updated : May 3, 2021, 4:21 PM IST
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