जम्मू: रामबन जिले में भूस्खलन के बाद करीब 38 घंटे तक बंद रहने के बाद बुधवार को 270 किलोमीटर लंबे जम्मू श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर एकतरफा यातायात बहाल हो गया है. पुलिस उपाधीक्षक यातायात (राष्ट्रीय राजमार्ग) बनिहाल असगर मलिक ने कहा कि बनिहाल के पास भूस्खलन प्रभावित शेरबीबी में सड़क को साफ करने का अभियान अभी भी चल रहा है.
बता दें, मंगलवार तड़के करीब दो बजे शेरबीबी में बड़े पैमाने पर हुए भूस्खलन के कारण राजमार्ग पर सैकड़ों वाहन फंस गए, पहाड़ी से दिन भर पत्थरों के गिरने से सड़क यातायात बाधित हुआ है. मलिक ने कहा कि पत्थर गिरने के बावजूद एनएच के अधिकारियों ने सुबह से ही कड़ी मेहनत की, जिसके बाद मार्ग को शाम करीब चार बजे (बुधवार) को मार्ग को सुचारू किया गया.
यातायात विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि दूसरे दिन सुबह श्रीनगर या जम्मू से किसी भी वाहन को अनुमति नहीं दी गई, क्योंकि एनएच के अधिकारी मार्ग खोलने और फंसे वाहनों की निकासी में जुटे हुए थे. उन्होंने कहा कि भूस्खलन प्रभावित इलाके में सड़क को दोतरफा सुचारू करने के लिए कुछ और समय की जरूरत है. जम्मू-कश्मीर के मुख्य सचिव अरुण कुमार मेहता ने 15 मार्च तक राजमार्ग पर हर सप्ताह एक दिन के लिए यातायात बंद करने की बात कही है, जिससे सप्ताह में एक बार मार्ग को अच्छी तरह रिपेयर किया जा सके.
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यहां ट्रैफिक अधिकारियों के साथ एक बैठक में मेहता ने कहा कि किसी भी स्थिति में हल्के मोटर वाहनों के लिए दोनों राजधानी शहरों के बीच यात्रा का समय किसी भी दिन 7 घंटे से ज्यादा नहीं होना चाहिए. मुख्य सचिव ने बेहतर यातायात प्रबंधन के लिए सड़क के सभी क्षतिग्रस्त हिस्सों पर अपने कर्मियों को बढ़ाने के लिए यातायात अधिकारियों को आदेश दिए हैं.
चल रहे निर्माण कार्यों का जायजा लेते हुए मेहता ने 15 मार्च तक राजमार्ग के पंथियाल खंड पर टी 5 सुरंग को खोलने, 31 मार्च तक जायसवाल पुल और 15 अप्रैल तक रामबन फ्लाईओवर और बनिहाल बाय-पास को डबल लेन करने की बात दोहराई है.
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