नई दिल्ली: कांग्रेस पार्टी ने सोमवार को कहा कि पार्टी समय से पहले लोकसभा चुनाव के लिए पूरी तरह से तैयार है और तर्क दिया कि अगर केंद्र अप्रैल-मई 2024 में होने वाले राष्ट्रीय चुनाव को आगे बढ़ाता है, तो यह दिखाएगा कि भाजपा घबराहट में है. एआईसीसी संगठन प्रभारी केसी वेणुगोपाल ने ईटीवी भारत को बताया कि हम किसी भी चीज के लिए तैयार हैं. वे जो करना चाहते हैं उन्हें करने दीजिए.
उन्होंने कहा कि अगर समय से पहले चुनाव होते हैं तो इससे पता चलता है कि बीजेपी इंडिया गठबंधन के मजबूत होने से घबरा गई है. हम इस मुद्दे पर अपने सहयोगियों के साथ संयुक्त रणनीति बनाएंगे. लेकिन हमारा मानना है कि 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' का विचार देश के संघीय ढांचे पर हमला है. झारखंड के एआईसीसी प्रभारी अविनाश पांडे के अनुसार, जहां कांग्रेस, झामुमो और राजद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार में भागीदार हैं, कांग्रेस पार्टी को भाजपा के इस तरह के कदम की उम्मीद थी और उसने इसकी तैयारी शुरू कर दी थी.
पांडे ने कहा कि हम समयपूर्व लोकसभा चुनाव जैसी किसी भी स्थिति के लिए पूरी तरह तैयार हैं. दरअसल, हमने महीनों पहले ही सरकार की ओर से इस तरह के कदम की आशंका जताई थी और मेगा चुनाव की तैयारी शुरू कर दी थी. पिछले कुछ हफ्तों में हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने लगभग 22 राज्यों में लोकसभा चुनाव तैयारियों की समीक्षा की है.
उन्होंने कहा कि इन समीक्षाओं के दौरान, राष्ट्रीय चुनावों से संबंधित हर मुद्दे जैसे संगठनात्मक अंतराल, रसद, समन्वय, आंदोलनात्मक कार्यक्रम और प्रमुख अभियान मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गई और उन्हें मजबूत किया गया. राज्य इकाइयों ने ऐसी योजनाएं शुरू की हैं जो लोगों को एकजुट करने के लिए हैं. एआईसीसी पदाधिकारी ने आगे कहा कि खड़गे और राहुल की अध्यक्षता में रणनीति सत्र के दौरान कांग्रेस ने न केवल अपनी आंतरिक तैयारियों पर चर्चा की, बल्कि सहयोगियों के साथ समन्वय पर भी चर्चा की गई.
पांडे ने कहा कि झारखंड में, हमने अपनी स्थानीय इकाइयों को ब्लॉक और पंचायत स्तर तक मजबूत किया है. हमारे कार्यकर्ता जमीन पर हैं और राज्य सरकार की कल्याणकारी योजनाओं की बात मतदाताओं तक पहुंचा रहे हैं. 5 सितंबर को होने वाले डुमरी विधानसभा उपचुनाव में भाजपा को हराने के लिए हमारा संगठन सहयोगियों के साथ मिलकर काम कर रहा है.
उन्होंने आगे कहा कि राहुल की भारत जोड़ो यात्रा की पहली वर्षगांठ पर 7 सितंबर को देश भर के 700 से अधिक जिलों में पार्टी द्वारा आयोजित किए जाने वाले जन संपर्क पैदल मार्च से भी पार्टी को मतदाताओं को एकजुट करने में मदद मिलेगी.
पार्टी के अंदरूनी सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' के विचार के खिलाफ उपलब्ध विभिन्न विकल्पों पर चर्चा करेगी, जिसमें चुनाव आयोग से संपर्क करना भी शामिल है, जो भारत में सभी चुनाव कराने के लिए जिम्मेदार है, लेकिन पूर्व राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद की अध्यक्षता वाले पैनल से बाहर रखा गया है.
लोकसभा में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने पहले ही उक्त पैनल का सदस्य बनने से इनकार कर दिया है और कहा है कि राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे को उच्च स्तरीय समिति से बाहर करने के पीछे कोई तर्क नहीं है. पार्टी के अंदरूनी सूत्रों ने आगे बताया कि पैनल का गठन और इसके संदर्भ की शर्तें एक संकेतक हैं कि केंद्र ने अपना परिणाम पहले ही तय कर लिया है.