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धर्म संसद विवाद: धार्मिक भावनाएं भड़काने के आरोप में वसीम रिजवी पर एक और मुकदमा दर्ज

धमावाला निवासी नदीम कुरैशी का आरोप है कि रिजवी के विवादित बयान से न सिर्फ उनके जाति धर्म की भावनाएं आहत हुई हैं बल्कि उनके इस तरह के क्रियाकलापों से धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र (Secular Nation) की छवि को भी नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया गया है.

धर्म संसद विवाद
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Published : Feb 1, 2022, 6:55 PM IST

हरिद्वार: धर्म संसद विवाद (Dharm Sansad Controversy) मामले में धार्मिक भावनाएं भड़काने के आरोप में शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण त्यागी एक और मुकदमा दर्ज किया है. इस बार यह मुकदमा देहरादून कोतवाली में शिकायतकर्ता के तहरीर पर दर्ज किया गया है.

जानकारी के मुताबिक, कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत नदीम कुरैशी नाम के व्यक्ति द्वारा देहरादून एसएसपी कार्यालय में शिकायत पत्र दिया गया था कि वसीम रिजवी और जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी द्वारा बीते 12 नवंबर 2021 को हरिद्वार स्थित प्रेस क्लब में अपनी किताब विमोचन के दौरान मुस्लिम धर्म विशेष पर भावनाओं को आहत पहुंचाने वाली टिप्पणी की थी.

इतना ही नहीं शिकायतकर्ता के मुताबिक, इस विवादित बयान के चलते विशेष धर्मनिरपेक्ष लोगों की भावनाओं को भारी आघात पहुंचा है. ऐसे में रिजवी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की मांग की गई. शिकायतकर्ता की तहरीर के आधार पर देहरादून कोतवाली में धारा 153 a किसी धर्म जाति संप्रदाय की भावनाओं को आहत करने और धारा 295 a के तहत किसी भी विशेष जाति संप्रदाय पर देश पूर्ण भावना से किसी धर्म जाति का अपमान करने जैसे आरोपों के अंतर्गत मुकदमा दर्ज किया गया है.

पढ़ेंः Hate Speech Case: गिरफ्तारी रुकवाने हाईकोर्ट पहुंचे प्रबोधानंद गिरि, सरकार से मांगा 5 दिन में जवाब

देशद्रोह जैसे आरोपों के तहत कार्रवाई की मांग
देहरादून कोतवाली में वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने वाले धमावाला निवासी नदीम कुरैशी का आरोप है कि रिजवी द्वारा दिए गए विवादित बयानों से न सिर्फ उनके जाति धर्म की भावनाएं आहत हुई हैं बल्कि उनके इस तरह के क्रियाकलापों से धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र की छवि को भी नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया गया है. ऐसे में रिजवी के खिलाफ देशद्रोह ऐसे मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग भी की गई है.

पढ़ें- वसीम रिजवी को एक और झटका, हरिद्वार जिला न्यायालय से भी जमानत याचिका खारिज

जानें पूरा मामला: बता दें कि हरिद्वार में 17 से 19 दिसंबर के बीच धर्म संसद का आयोजन किया गया था, जिसमें एक विशेष समुदाय के खिलाफ कुछ आपत्तिजनक बयान दिए गए थे. ये बयान सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुए थे. हरिद्वार धर्म संसद हेट स्पीच का वीडियो वायरल होने के बाद पूर्व सेना प्रमुखों, कार्यकर्ताओं और बहुत से अन्‍य लोगों ने विवादित भाषण की तीखे शब्‍दों में निंदा करते हुए कार्रवाई की मांग की थी.

तृणमूल कांग्रेस नेता और आरटीआई कार्यकर्ता साकेत गोखले ने इस मामले में आयोजकों आौर वक्‍ताओं के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई थी. जिसके बाद इन वायरल वीडियो के आधार व गुलबहार खान की तहरीर पर पुलिस ने शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी के खिलाफ 23 दिसंबर को हरिद्वार शहर कोतवाली में मामला दर्ज कराया था. जिसके बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया था.

हरिद्वार: धर्म संसद विवाद (Dharm Sansad Controversy) मामले में धार्मिक भावनाएं भड़काने के आरोप में शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण त्यागी एक और मुकदमा दर्ज किया है. इस बार यह मुकदमा देहरादून कोतवाली में शिकायतकर्ता के तहरीर पर दर्ज किया गया है.

जानकारी के मुताबिक, कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत नदीम कुरैशी नाम के व्यक्ति द्वारा देहरादून एसएसपी कार्यालय में शिकायत पत्र दिया गया था कि वसीम रिजवी और जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी द्वारा बीते 12 नवंबर 2021 को हरिद्वार स्थित प्रेस क्लब में अपनी किताब विमोचन के दौरान मुस्लिम धर्म विशेष पर भावनाओं को आहत पहुंचाने वाली टिप्पणी की थी.

इतना ही नहीं शिकायतकर्ता के मुताबिक, इस विवादित बयान के चलते विशेष धर्मनिरपेक्ष लोगों की भावनाओं को भारी आघात पहुंचा है. ऐसे में रिजवी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की मांग की गई. शिकायतकर्ता की तहरीर के आधार पर देहरादून कोतवाली में धारा 153 a किसी धर्म जाति संप्रदाय की भावनाओं को आहत करने और धारा 295 a के तहत किसी भी विशेष जाति संप्रदाय पर देश पूर्ण भावना से किसी धर्म जाति का अपमान करने जैसे आरोपों के अंतर्गत मुकदमा दर्ज किया गया है.

पढ़ेंः Hate Speech Case: गिरफ्तारी रुकवाने हाईकोर्ट पहुंचे प्रबोधानंद गिरि, सरकार से मांगा 5 दिन में जवाब

देशद्रोह जैसे आरोपों के तहत कार्रवाई की मांग
देहरादून कोतवाली में वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने वाले धमावाला निवासी नदीम कुरैशी का आरोप है कि रिजवी द्वारा दिए गए विवादित बयानों से न सिर्फ उनके जाति धर्म की भावनाएं आहत हुई हैं बल्कि उनके इस तरह के क्रियाकलापों से धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र की छवि को भी नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया गया है. ऐसे में रिजवी के खिलाफ देशद्रोह ऐसे मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग भी की गई है.

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जानें पूरा मामला: बता दें कि हरिद्वार में 17 से 19 दिसंबर के बीच धर्म संसद का आयोजन किया गया था, जिसमें एक विशेष समुदाय के खिलाफ कुछ आपत्तिजनक बयान दिए गए थे. ये बयान सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुए थे. हरिद्वार धर्म संसद हेट स्पीच का वीडियो वायरल होने के बाद पूर्व सेना प्रमुखों, कार्यकर्ताओं और बहुत से अन्‍य लोगों ने विवादित भाषण की तीखे शब्‍दों में निंदा करते हुए कार्रवाई की मांग की थी.

तृणमूल कांग्रेस नेता और आरटीआई कार्यकर्ता साकेत गोखले ने इस मामले में आयोजकों आौर वक्‍ताओं के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई थी. जिसके बाद इन वायरल वीडियो के आधार व गुलबहार खान की तहरीर पर पुलिस ने शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी के खिलाफ 23 दिसंबर को हरिद्वार शहर कोतवाली में मामला दर्ज कराया था. जिसके बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया था.

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