ETV Bharat / bharat

सीएम याेगी का आदेश : सप्ताह का एक दिन कर्मचारियों के नाम

उत्तर प्रदेश में सरकारी कर्मचारियों के लिए खुशखबरी है. वेतन विसंगति का मामला हो, पदोन्नति में देरी का मामला हो, अब सबका समाधान होगा और देरी भी नहीं होगी. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिए हैं कि हर सप्ताह एक दिन केवल कार्यालय के कर्मचारियों के नाम होगा.

yogi
yogi
author img

By

Published : Jul 20, 2021, 6:40 PM IST

लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कर्मचारियों की समस्याओं के निदान के लिए सप्ताह में एक दिन निर्धारित किया है. मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को सप्ताह में एक दिन कर्मचारियों की समस्याओं को सुनने और उसका निदान करने के निर्देश दिए हैं. मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद अब वेतन विसंगति का मसला हो, पदोन्नति में देरी हो या फिर दैनिक कामकाज से जुड़ी कोई और परेशानी, सबका समाधान होगा और देरी भी नहीं होगी.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिए हैं कि हर सप्ताह एक दिन केवल कार्यालय के कर्मचारियों के नाम होगा. हर कार्यालय में उच्चाधिकारी सप्ताह में एक दिन एक घंटा कर्मचारियों की समस्याओं, शिकायतों का संज्ञान लें. उन्होंने इसके लिए तय दिन कार्यालय अवधि के आखिरी एक घंटे को आरक्षित करने को सुविधाजनक बताया है.

मंगलवार को लोकभवन में आयोजित उच्चस्तरीय बैठक में सीएम योगी ने कहा कि कर्मचारियों की तमाम ऐसी शिकायतें हैं, जो स्थानीय स्तर पर अधिकारी के थोड़ा संज्ञान लेने से निस्तारित हो सकती हैं. दैनिक कामकाज में अक्सर व्यस्तताओं के चलते इस ओर ध्यान नहीं दिया जाता, जिससे प्रकरण लंबित रह जाता है. ऐसे में सप्ताह में किसी एक दिन एक घंटे का समय कर्मचारियों की समस्याओं को सुनने के लिए तय किया जाना जरूरी है. उन्होंने कहा कि शिकायतों का निस्तारण समयबद्ध ढंग से किया जाए.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिए कि राज्य सरकार के अधीन किसी भी विभाग में कार्यरत किसी कार्मिक की मृत्यु यदि कोविड संक्रमण से हुई हो तो विभाग द्वारा संबंधित परिवार के प्रति पूरी संवेदनशीलता और सहानुभूतिपूर्वक सहयोग किया जाए. अनुग्रह राशि का भुगतान हो या मृतक आश्रित सेवायोजन अथवा अन्य कोई प्रकरण, कोई फाइल लंबित न रहे.

पढ़ेंः पेगासस मामले में विपक्ष पर भड़के योगी, देश की छवि खराब करने का लगाया आरोप

लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कर्मचारियों की समस्याओं के निदान के लिए सप्ताह में एक दिन निर्धारित किया है. मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को सप्ताह में एक दिन कर्मचारियों की समस्याओं को सुनने और उसका निदान करने के निर्देश दिए हैं. मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद अब वेतन विसंगति का मसला हो, पदोन्नति में देरी हो या फिर दैनिक कामकाज से जुड़ी कोई और परेशानी, सबका समाधान होगा और देरी भी नहीं होगी.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिए हैं कि हर सप्ताह एक दिन केवल कार्यालय के कर्मचारियों के नाम होगा. हर कार्यालय में उच्चाधिकारी सप्ताह में एक दिन एक घंटा कर्मचारियों की समस्याओं, शिकायतों का संज्ञान लें. उन्होंने इसके लिए तय दिन कार्यालय अवधि के आखिरी एक घंटे को आरक्षित करने को सुविधाजनक बताया है.

मंगलवार को लोकभवन में आयोजित उच्चस्तरीय बैठक में सीएम योगी ने कहा कि कर्मचारियों की तमाम ऐसी शिकायतें हैं, जो स्थानीय स्तर पर अधिकारी के थोड़ा संज्ञान लेने से निस्तारित हो सकती हैं. दैनिक कामकाज में अक्सर व्यस्तताओं के चलते इस ओर ध्यान नहीं दिया जाता, जिससे प्रकरण लंबित रह जाता है. ऐसे में सप्ताह में किसी एक दिन एक घंटे का समय कर्मचारियों की समस्याओं को सुनने के लिए तय किया जाना जरूरी है. उन्होंने कहा कि शिकायतों का निस्तारण समयबद्ध ढंग से किया जाए.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिए कि राज्य सरकार के अधीन किसी भी विभाग में कार्यरत किसी कार्मिक की मृत्यु यदि कोविड संक्रमण से हुई हो तो विभाग द्वारा संबंधित परिवार के प्रति पूरी संवेदनशीलता और सहानुभूतिपूर्वक सहयोग किया जाए. अनुग्रह राशि का भुगतान हो या मृतक आश्रित सेवायोजन अथवा अन्य कोई प्रकरण, कोई फाइल लंबित न रहे.

पढ़ेंः पेगासस मामले में विपक्ष पर भड़के योगी, देश की छवि खराब करने का लगाया आरोप

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.