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केरल की पहली महिला एंबुलेंस ड्राइवर बनीं दीपा मोल - womens day theme

केरल की रहने वाली दीपा आज स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज से एम्बुलेंस की चाबी प्राप्त की. इससे पहले उन्होंने केरल की स्वास्थ्य मंत्री से अपनी यह इच्छा व्यक्त की थी, जिसके बाद उन्होंने दीपा की बात रखते हुए यह अवसर प्रदान किया.

Deepa Mol
दीपा मोल
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Published : Mar 8, 2022, 10:38 AM IST

Updated : Mar 9, 2022, 8:03 AM IST

कोट्टयम: कोट्टायम की दीपा मोल केरल की पहली सरकारी महिला एम्बुलेंस ड्राइवर बनीं. उन्हें अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज से मंगलवार को एम्बुलेंस की चाबी मिली. इस दौरान उनके चेहरे पर एक अलग ही मुस्कान देखने को मिली. दीपा ने बताया की जरूरतमंद लोगों की मदद करने की इच्छा ने उन्हें यह काम करने के लिए प्रेरित किया, क्योंकि ऐसे महत्वपूर्ण परिस्थितियों में वाहन को तेज गति से चलाने के लिए बहुत सारी एकाग्रता और नियंत्रण की आवश्यकता होती है. कुछ दिनों पहले दीपा ने स्वास्थ्य मंत्री से अपनी यह इच्छा व्यक्त की थी, जिसके बाद उन्होंने दीपा की बात रखते हुए यह अवसर प्रदान किया.

Kerala first female ambulance driver
एंबुलेंस को दिखाई गई हरी झंडी

दीपा ने यात्रा करने के अपने जुनून के चलते 2008 में ड्राइविंग लाइसेंस लिया था. वहीं 2009 में उन्होंने भारी वाहन के लिए भी लाइसेंस प्राप्त किया. फिर अपने पति की स्वास्थ्य स्थितियों के चलते, दीपा ने आगे आते हुए जीवनयापन करने के लिए ड्राइविंग को चुना. इसके बाद उन्होंने ड्राइविंग इंस्ट्रक्टर, टिपर लॉरी ड्राइवर और टैक्सी ड्राइवर के रूप में भी काम किया.

Kerala first female ambulance driver
केरल की दीपा मोल

यह भी पढ़ें-विश्व महिला दिवस 2022 : महिलाओं का सम्मान सर्वोपरि है, 'जेंडर इक्वालिटी टुडे फॉर ए सस्टेनेबल टुमारो'

इसके साथ ही साल 2021 में, दीपा ने कोट्टायम से लद्दाख तक की बाइक यात्रा करने के अपने सपने को भी पूरा किया. उन्होंने 16 दिनों में यह यात्रा पूरी की. इसके साथ ही, वह त्रिशूर जिले के कुन्नमकुलम में आयोजित एक ऑफ-रोड जीप राइडिंग प्रतियोगिता भी जीत चुकीं हैं. दीपा का कहना है कि महिलाओं को खुद को रसोईं तक ही सीमित नहीं रखना चाहिए और अपने पसंदीदा क्षेत्र में आगे बढ़ना चाहिए. उन्होंने यह भी कहा की महिलाओं को वित्तीय स्वतंत्रता हासिल करने के लिए काम जरूर करना चाहिए जिससे उनकी किसी पर भी निर्भरता न रहे.

कोट्टयम: कोट्टायम की दीपा मोल केरल की पहली सरकारी महिला एम्बुलेंस ड्राइवर बनीं. उन्हें अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज से मंगलवार को एम्बुलेंस की चाबी मिली. इस दौरान उनके चेहरे पर एक अलग ही मुस्कान देखने को मिली. दीपा ने बताया की जरूरतमंद लोगों की मदद करने की इच्छा ने उन्हें यह काम करने के लिए प्रेरित किया, क्योंकि ऐसे महत्वपूर्ण परिस्थितियों में वाहन को तेज गति से चलाने के लिए बहुत सारी एकाग्रता और नियंत्रण की आवश्यकता होती है. कुछ दिनों पहले दीपा ने स्वास्थ्य मंत्री से अपनी यह इच्छा व्यक्त की थी, जिसके बाद उन्होंने दीपा की बात रखते हुए यह अवसर प्रदान किया.

Kerala first female ambulance driver
एंबुलेंस को दिखाई गई हरी झंडी

दीपा ने यात्रा करने के अपने जुनून के चलते 2008 में ड्राइविंग लाइसेंस लिया था. वहीं 2009 में उन्होंने भारी वाहन के लिए भी लाइसेंस प्राप्त किया. फिर अपने पति की स्वास्थ्य स्थितियों के चलते, दीपा ने आगे आते हुए जीवनयापन करने के लिए ड्राइविंग को चुना. इसके बाद उन्होंने ड्राइविंग इंस्ट्रक्टर, टिपर लॉरी ड्राइवर और टैक्सी ड्राइवर के रूप में भी काम किया.

Kerala first female ambulance driver
केरल की दीपा मोल

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इसके साथ ही साल 2021 में, दीपा ने कोट्टायम से लद्दाख तक की बाइक यात्रा करने के अपने सपने को भी पूरा किया. उन्होंने 16 दिनों में यह यात्रा पूरी की. इसके साथ ही, वह त्रिशूर जिले के कुन्नमकुलम में आयोजित एक ऑफ-रोड जीप राइडिंग प्रतियोगिता भी जीत चुकीं हैं. दीपा का कहना है कि महिलाओं को खुद को रसोईं तक ही सीमित नहीं रखना चाहिए और अपने पसंदीदा क्षेत्र में आगे बढ़ना चाहिए. उन्होंने यह भी कहा की महिलाओं को वित्तीय स्वतंत्रता हासिल करने के लिए काम जरूर करना चाहिए जिससे उनकी किसी पर भी निर्भरता न रहे.

Last Updated : Mar 9, 2022, 8:03 AM IST
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