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ओमीक्रोन के कारण भारत में आ सकती है तीसरी लहर: आईएमए

इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने सोमवार को कोविड-19 के नए वेरिएंट ओमीक्रोन की वजह से देश में तीसरी लहर आने की चेतावनी दी है. उक्त बातें आईएमए के अध्यक्ष डॉ. जेए जयलाल (IMA president Dr JA Jayalal ) ने विशेष बातचीत में कहीं. पढ़िए ईटीवी भारत के वरिष्ठ संवाददाता गौतम देबरॉय की रिपोर्ट...

IMA president Dr JA Jayalal
आईएमए के अध्यक्ष डॉ. जेए जयलाल
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Published : Dec 6, 2021, 9:16 PM IST

नई दिल्ली : इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने सोमवार को कोविड-19 के नए वेरिएंट ओमीक्रोन की वजह से देश में तीसरी लहर आने की चेतावनी दी है. इस संबंध में आईएमए के अध्यक्ष डॉ. जेए जयलाल (IMA president Dr JA Jayalal ) ने ईटीवी भारत से विशेष बातचीत में कहा कि पश्चिमी देशों और ओमीक्रोन से प्रभावित देशों के पास उपलब्ध प्रमाणों से हम मानते हैं कि भारत में भी तीसरी लहर आसन्न है. उन्होंने कहा कि हालांकि केंद्र और राज्य सरकारों ने स्थिति का सामना करने के लिए कमर कस ली है.

जानकारी देते आईएमए के अध्यक्ष डॉ. जेए जयलाल

उन्होंने कहा कि भारत में टीकाकरण की प्रक्रिया को तेज की जानी चाहिए, क्योंकि कोविड-19 के सभी प्रकार के वेरिएंट से लड़ने का यही एकमात्र विकल्प है. जयलाल ने कहा, चूंकि यह एक संक्रामक बीमारी है और एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलती है, इसलिए हमें किसी भी तरह के सामूहिक जमावड़े और अनावश्यक यात्रा को कम करने की जरूरत है. उन्होंने बताया कि भारत में अब तक ओमीक्रोन के 25 मामलों का पता चला है, लेकिन अगले कुछ दिनों में हमारे यहां इसके कई मामले होंगे.

आईएमए अध्यक्ष ने कहा कि ओमीक्रोन कोविड-19 के डेल्टा संस्करण की तुलना में तेजी से फैलता है. जयलाल ने कहा कि इस वेरिएंट के लक्षणों में कमजोरी, दर्द, सिरदर्द का होना पाया गया है. उन्होंने आगे कहा कि ओमीक्रोन की वजह से इसकी चपेट में बच्चों के सबसे अधिक प्रभावित होने का खतरा है. उन्होंने कहा कि सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को जल्द से जल्द कोविड-19 के टीके लग जाएं.

इस बीच, भारतीय SARS-CoV-2- जीनोमिक्स सीक्वेंसिंग कंसोर्टियम (INSACOG) ने अपने नवीनतम साप्ताहिक बुलेटिन में कहा है कि उसने राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम में कोविड-19 की बूस्टर खुराक की सिफारिश या सुझाव नहीं दिया है.

ये भी पढ़ें - राजस्थान में ओमीक्रोन संक्रमितों की संख्या 10 हुई, विदेश से लौटे दो लोग मिले कोरोना पॉजिटिव

INSACOG ने कहा है कि दक्षिण अफ्रीका और अन्य देशों में ओमीक्रोन संक्रमण के फैलने के मद्देनजर कोरोना के पिछले संक्रमण से बचने की क्षमता और इसकी जोखिम के साथ इसके फिर से संक्रमण की जोखिम को देखते हुए कोविड-19 की अतिरिक्त खुराक देने की संभावना पर भी विचार किया गया. लेकिन बूस्टर खुराक देने को लेकर कोई सिफारिश या सुझाव नहीं दिया गया.

बता दें कि INSACOG ने अपने 29 नवंबर के बुलेटिन में 40 वर्ष और उससे अधिक उम्र के लोगों के लिए बूस्टर खुराक पर विचार करने की सिफारिश की है, क्योंकि मौजूदा टीकों से एंटीबॉडी को निष्क्रिय करने के निम्न स्तर ओमीक्रोन को बेअसर करने के लिए पर्याप्त नहीं होंगे.

नई दिल्ली : इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने सोमवार को कोविड-19 के नए वेरिएंट ओमीक्रोन की वजह से देश में तीसरी लहर आने की चेतावनी दी है. इस संबंध में आईएमए के अध्यक्ष डॉ. जेए जयलाल (IMA president Dr JA Jayalal ) ने ईटीवी भारत से विशेष बातचीत में कहा कि पश्चिमी देशों और ओमीक्रोन से प्रभावित देशों के पास उपलब्ध प्रमाणों से हम मानते हैं कि भारत में भी तीसरी लहर आसन्न है. उन्होंने कहा कि हालांकि केंद्र और राज्य सरकारों ने स्थिति का सामना करने के लिए कमर कस ली है.

जानकारी देते आईएमए के अध्यक्ष डॉ. जेए जयलाल

उन्होंने कहा कि भारत में टीकाकरण की प्रक्रिया को तेज की जानी चाहिए, क्योंकि कोविड-19 के सभी प्रकार के वेरिएंट से लड़ने का यही एकमात्र विकल्प है. जयलाल ने कहा, चूंकि यह एक संक्रामक बीमारी है और एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलती है, इसलिए हमें किसी भी तरह के सामूहिक जमावड़े और अनावश्यक यात्रा को कम करने की जरूरत है. उन्होंने बताया कि भारत में अब तक ओमीक्रोन के 25 मामलों का पता चला है, लेकिन अगले कुछ दिनों में हमारे यहां इसके कई मामले होंगे.

आईएमए अध्यक्ष ने कहा कि ओमीक्रोन कोविड-19 के डेल्टा संस्करण की तुलना में तेजी से फैलता है. जयलाल ने कहा कि इस वेरिएंट के लक्षणों में कमजोरी, दर्द, सिरदर्द का होना पाया गया है. उन्होंने आगे कहा कि ओमीक्रोन की वजह से इसकी चपेट में बच्चों के सबसे अधिक प्रभावित होने का खतरा है. उन्होंने कहा कि सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को जल्द से जल्द कोविड-19 के टीके लग जाएं.

इस बीच, भारतीय SARS-CoV-2- जीनोमिक्स सीक्वेंसिंग कंसोर्टियम (INSACOG) ने अपने नवीनतम साप्ताहिक बुलेटिन में कहा है कि उसने राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम में कोविड-19 की बूस्टर खुराक की सिफारिश या सुझाव नहीं दिया है.

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INSACOG ने कहा है कि दक्षिण अफ्रीका और अन्य देशों में ओमीक्रोन संक्रमण के फैलने के मद्देनजर कोरोना के पिछले संक्रमण से बचने की क्षमता और इसकी जोखिम के साथ इसके फिर से संक्रमण की जोखिम को देखते हुए कोविड-19 की अतिरिक्त खुराक देने की संभावना पर भी विचार किया गया. लेकिन बूस्टर खुराक देने को लेकर कोई सिफारिश या सुझाव नहीं दिया गया.

बता दें कि INSACOG ने अपने 29 नवंबर के बुलेटिन में 40 वर्ष और उससे अधिक उम्र के लोगों के लिए बूस्टर खुराक पर विचार करने की सिफारिश की है, क्योंकि मौजूदा टीकों से एंटीबॉडी को निष्क्रिय करने के निम्न स्तर ओमीक्रोन को बेअसर करने के लिए पर्याप्त नहीं होंगे.

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