बालासोर : बालासोर में भयानक ट्रिपल ट्रेन दुर्घटना में अब तक 288 लोगों के मारे जाने की सूचना है. राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) ने कहा कि उनके कर्मियों ने यात्री ट्रेनों के क्षतिग्रस्त डिब्बों से 44 यात्रियों को जीवित बचाया, जबिक 112 बरामद किये गये. एनडीआरएफ ने कहा कि उसके कर्मी अन्य एजेंसियों की मदद से घटना स्थल पर अंतिम दौर की खोज भी पूरी कर ली है.
इससे पहले एनडीआरएफ ने ट्वीट किया कि अब तक हादसे में 44 पीड़ितों को बचाया गया है जबकि 112 शवों बरामद किये गये हैं. एनडीआरएफ की टीमें अन्य एजेंसियों के साथ अंतिम दौर की खोज कर रही हैं. इस बीच, रेल मंत्रालय के प्रवक्ता अमिताभ शर्मा ने शनिवार को बताया कि दुर्घटना के कारण कुल 58 ट्रेन को रद्द कर दिया गया है. इसके 81 ट्रेन के रूट बदल दिये गये हैं. 10 ट्रेन को टर्मिनेट किया गया है.
रेस्टोरेशन वर्क का विवरण साझा करते हुए, उन्होंने कहा कि काम पूरे जोरों पर चल रहा है पहले डाउनलाइन पर सेवाएं बहाल की जाएंगी. ओडिशा के बालासोर जिले के बहनागा बाजार स्टेशन पर तीन अलग-अलग पटरियों पर बेंगलुरू-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस, कोरोमंडल एक्सप्रेस और एक मालगाड़ी में तीन-तरफ़ा दुर्घटना हुई. ओडिशा सरकार के विशेष राहत आयुक्त कार्यालय के अनुसार, दोनों ट्रेनों के 17 डिब्बे पटरी से उतर गए थे. डब्बे बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए थे. इस बीच, भारतीय रेलवे ने शनिवार को एक बयान में कहा कि दोपहर 2 बजे तक, ओडिशा ट्रेन दुर्घटना में मरने वालों की संख्या बढ़कर 288 हो गई है.
सात राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की टीमें, पांच ओडिशा आपदा रैपिड एक्शन फोर्स (ओडीआरएएफ) इकाइयां और 24 अग्निशमन सेवाएं और आपातकालीन इकाइयां बचाव कार्यों में शामिल थीं. भारतीय वायु सेना (IAF) ने मृतकों और घायलों को निकालने के लिए Mi-17 हेलीकॉप्टर तैनात किए थे. पूर्वी कमान के अनुसार, IAF नागरिक प्रशासन और भारतीय रेलवे के साथ बचाव कार्य में हर संभव मदद देने के लिए तैयार है और लगातार संपर्क में है.
(एएनआई)