फूलबनी: ओडिशा के कंधमाल जिले में फिरिंगिया थाने को भीड़ द्वारा आग लगाने के एक दिन बाद पुलिस ने रविवार को 15 लोगों को गिरफ्तार किया और उन तीन पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी, जो गांजे की तस्करी में कथित रूप से शामिल थे. इस मामले को लेकर एक अधिकारी ने यह जानकारी दी.
गांजा तस्करी में पुलिसकर्मियों की कथित संलिप्तता के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान लोगों के एक समूह ने शनिवार को थाने में तोड़फोड़ और आगजनी की. पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) रैंक के एक अधिकारी घटना की जांच कर रहे हैं. कंधमाल के पुलिस अधीक्षक (एसपी) शुभेंदु कुमार पात्रा ने कहा कि 30 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है, जिनमें से 15 को गिरफ्तार कर लिया गया है. वह फिरिंगिया में डेरा डाले हुए हैं.
एसपी ने यह भी कहा कि प्रभारी निरीक्षक (आईआईसी) तपन कुमार नहाका को स्थानांतरित कर जिला पुलिस मुख्यालय में तैनात किया गया है, जबकि दो आरोपी होम गार्ड को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है. स्थानीय लोगों का आरोप है कि तीनों पुलिसकर्मी पुलिस द्वारा जब्त किए गए नशीले पदार्थों को बेचते थे. पात्रा ने कहा कि पुलिस उस वायरल वीडियो को सत्यापित कर रही है, जिसमें कथित तौर पर दिख रहा है कि पुलिसकर्मी गांजे की बिक्री में शामिल थे.
दक्षिणी रेंज के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) सत्यब्रत भोई ने कहा कि पुलिस को शक है कि फिरिंगिया थाने पर हमले के पीछे गांजा माफिया का हाथ हो सकता है. फिरिंगिया में सभी दुकानें और व्यापारिक प्रतिष्ठान शनिवार शाम से बंद हैं, क्योंकि उनके मालिकों को हमले का डर है.
(पीटीआई-भाषा)