रायबरेली : देश में इस समय कोयले की कमी के कारण बिजली की समस्या लगातार बढ़ती जा रही है. कमोबेश यही हाल उत्तर प्रदेश का भी है. यूपी के रायबरेली के ऊंचाहार क्षेत्र में स्थित एनटीपीसी परियोजना में कोयले का संकट लगातार गहराता जा रहा है.
कोयले की कमी से चार दिन पूर्व बन्द की गई यूनिट नम्बर छः के बाद अब यूनिट नम्बर दो को भी बंद कर दिया गया है. जिससे बिजली उत्पादन पर इसका बुरा असर पड़ा है. हालांकि, अधिकारी यूनिट को मेंटेनेंस के लिए बंद करने की बात कह रहे हैं. फिलहाल परियोजना में बिजली उत्पादन कम हो गया है.
गौरतलब है कि जिले के ऊंचाहार में फिरोज गांधी राष्ट्रीय तापीय विधुत निगम परियोजना में 210 मेगावाट की पांच यूनिटें और इसके अलावा छः नंबर यूनिट 500 मेगावाट बिजली उत्पादन करती है. जिससे की 1550 मेगावाट बिजली का उत्पादन होता है. ये बिजली उत्तर प्रदेश के अलावा दिल्ली, हरियाणा आदि राज्यों में भेजी जाती हैं. पिछले महीने से एनटीपीसी में मांग के सापेक्ष कोयले की आपूर्ति नहीं हो पा रही है.
जिसकी वजह से गुरुवार को परियोजना की सबसे ज्यादा 500 मेगावाट बिजली उत्पादन करने वाली यूनिट नंबर छः को बंद कर दिया गया था. अब परियोजना की 210 मेगावाट बिजली उत्पादन की क्षमता वाली यूनिट नंबर दो भी बंद कर दिया गया है.
सूत्रों की मानें तो कोयले की कमी के चलते शनिवार की रात लगभग 12 बजे यह यूनिट बंद की गई है, इससे परियोजना में बिजली उत्पादन प्रभावित हो गया. कोयले की आपूर्ति न होने से परियोजना की सभी यूनिटों के बंद होने का खतरा मंडरा रहा है.
हाल यही रहा तो परियोजना से बिजली आपूर्ति वाले राज्यों में बिजली संकट पैदा हो सकता है. परियोजना में इस समय 1550 मेगावाट बिजली उत्पादन की जगह लगभग 840 मेगावाट ही बिजली उत्पादन किया जा रहा है. हालांकि परियोजना के जिम्मेदार इस यूनिट को मेंटेनेंस के लिए बंद करने की बात कह रहे हैं.
एनटीपीसी परियोजना की जनसंपर्क अधिकारी कोमल शर्मा ने दूरभाष पर बताया कि अगले हफ्ते परियोजना में कोयले की आपूर्ति सूचारू रूप से शूरू होने की संभावना है. यूनिट नंबर दो मेंटेनेंस के लिए बंद की गई है.