नई दिल्ली : पांच से बारह साल की आयु के बच्चों का टीकाकरण शुरू करने संबंधी राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह (ntagi) की बैठक बेनतीजा रही. 27 अप्रैल को भारत के औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) ने 5 से 12 साल के बच्चों के लिए बायलॉजिकल ई के कोविड-19 रोधी टीके कोर्बेवैक्स (Biological E's Corbevex) और 6 से 12 साल के बच्चों के लिए भारत बायोटेक के कोवैक्सीन टीके के आपात उपयोग की स्वीकृति दी थी.
इसकी मंजूरी के दो दिन बाद, एनटीएजीआई ने समीक्षा बैठक की हालांकि, पहली बैठक में वैक्सीन की मंजूरी को लेकर सदस्यों के बीच सहमति नहीं बन पाई. बैठक एसओपी और 5-12 साल के बीच के बच्चों के टीकाकरण के लिए विस्तृत दिशा-निर्देशों पर अनिर्णायक रही. एनटीएजीआई स्वास्थ्य मंत्रालय का एक सलाहकार समूह है जिसमें टीका और टीकाकरण नीति के संबंध में साक्ष्य आधारित निर्णय लेने के लिए सरकार को जानकारी देने के लिए जिम्मेदार विशेषज्ञों का समूह शामिल है.
स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण एनटीएजीआई के अध्यक्ष हैं. बच्चों के लिए कोविड-19 टीकों की आपातकालीन स्वीकृति का निर्णय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा सभी पात्र बच्चों को प्राथमिकता के आधार पर स्कूलों में विशेष अभियानों के साथ जल्द से जल्द टीकाकरण की घोषणा के बाद लिया गया था. कोविड-19 वैक्सीन की दूसरी खुराक और सभी के लिए एहतियाती खुराक के बीच के अंतर को मौजूदा नौ महीने से घटाकर छह महीने करने पर भी एनटीएजीआई के सदस्यों के बीच कोई सहमति नहीं थी.
हेल्थ वर्कर, फ्रंटलाइन वर्कर और 60 वर्ष और उससे अधिक आयु के लोगों के लिए एहतियाती खुराक के लिए राष्ट्रव्यापी रोलआउट 10 जनवरी को शुरू हुआ. इसके बाद 10 अप्रैल को सरकार ने सभी के लिए एहतियाती खुराक को मंजूरी दी थी. बुधवार तक भारत ने 1,00,41,95,378 पहली खुराक और 86,23,05,636 दूसरी खुराक और 2,72,32,459 एहतियाती खुराक के साथ 1,89,38,33,473 कोविड 19 खुराक दी है.
भारत के कुल टीकाकरण केंद्रों की संख्या वर्तमान में 35,787 है, जिसमें 34,625 सरकारी और 1,162 निजी हैं. गौरतलब है कि 12-14 आयु वर्ग के 3,75,64,127 बच्चों और 15-17 आयु वर्ग के 10,12,17,790 बच्चों को कोविड-19 के टीके दिए गए हैं.
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