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मैकों के राजनयिक सलाहकार ने अजीत डोभाल के साथ भारत-फ्रांस रणनीतिक वार्ता पर चर्चा की

फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों (French President Emmanuel Macron) के राजनयिक सलाहकार इमैनुएल बोने ने भारत के एनएसए अजीत डोभाल (NSA Ajit Doval) से मुलाकात की. इस दौरान पीएम मोदी की फ्रांस यात्रा को लेकर भी विचार-विमर्श किया गया.

NSA Ajit Doval
भारत के एनएसए अजीत डोभाल
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Published : Jul 6, 2023, 7:29 PM IST

नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (pm narendra modi) की अगले सप्ताह फ्रांस यात्रा से पहले फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों (French President Emmanuel Macron) के राजनयिक सलाहकार इमैनुएल बोने (diplomatic advisor Emmanuel Bonne) ने गुरुवार को यहां राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल (NSA Ajit Doval) से मुलाकात की. अपनी यात्रा के दौरान बोने ने प्रधानमंत्री मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से भी मुलाकात की.

सूत्रों के मुताबिक, डोभाल और बोने ने भारत और फ्रांस के बीच रणनीतिक बातचीत को आगे बढ़ाया. चर्चा का मुख्यबिंदु मोदी की अगले सप्ताह होने वाली फ्रांस यात्रा थी, जहां वह 14 जुलाई को पेरिस में बैस्टिल दिवस समारोह के दौरान सम्मानित अतिथि होंगे. फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों ने मोदी को फ्रांस आने का न्योता दिया है. बैस्टिल डे परेड में भारतीय सशस्त्र बलों की 269 सदस्यीय त्रि-सेवा टुकड़ी अपने फ्रांसीसी समकक्षों के साथ मार्च करते हुए दिखाई देगी. फ्रांस रक्षा, अंतरिक्ष और परमाणु प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भारत का एक प्रमुख भागीदार है.

इस बीच, फ्रांस का दल आज 6 जुलाई को फ्रांस के लिए रवाना हो गया है. बता दें कि पीएम मोदी का यह दौरा ऐसे समय में हो रहा है जब फ्रांस में दंगे और विरोध प्रदर्शन जारी हैं. उनकी यात्रा में रक्षा और सुरक्षा संबंधों को आगे बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित रहने की उम्मीद है. भारतीय और फ्रांसीसी सेनाओं का जुड़ाव प्रथम विश्व युद्ध से है. उस दौरान 1.3 मिलियन से अधिक भारतीय सैनिकों ने युद्ध में भाग लिया था और उनमें से लगभग 74,000 सैनिकों ने कीचड़ भरी खाइयों में लड़ाई लड़ी थी, लेकिन 67,000 अन्य घायल हो गए थे. भारतीय सैनिक फ्रांस की धरती पर भी वीरतापूर्वक लड़े थे.

वहीं दोनों ही देश रणनीतिक साझेदारी के 25 साल पूरे होने का जश्न मना रहे हैं. वहीं दोनों देशों की सेनाएं संयुक्त अभ्यास में हिस्सा ले रही हैं और अपने अनुभव साझा कर रही हैं. पिछले कुछ वर्षों में, भारत और फ्रांस विश्वसनीय रक्षा भागीदार बन गए हैं.

बैस्टिल दिवस क्या है : 14 जुलाई को फ्रांस में फेटे नेशनले फ्रांसेइस या राष्ट्रीय दिवस के रूप में मनाया जाता है. इसे बैस्टिल दिवस के रूप में भी जाना जाता है क्योंकि यह दिन 1789 में फ्रांसीसी क्रांति के दौरान बैस्टिल पर हुए हमले की सालगिरह है.

ये भी पढ़ें - रूसी सुरक्षा परिषद के सचिव ने डोभाल को देश के ताजा घटनाक्रम की जानकारी दी

नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (pm narendra modi) की अगले सप्ताह फ्रांस यात्रा से पहले फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों (French President Emmanuel Macron) के राजनयिक सलाहकार इमैनुएल बोने (diplomatic advisor Emmanuel Bonne) ने गुरुवार को यहां राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल (NSA Ajit Doval) से मुलाकात की. अपनी यात्रा के दौरान बोने ने प्रधानमंत्री मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से भी मुलाकात की.

सूत्रों के मुताबिक, डोभाल और बोने ने भारत और फ्रांस के बीच रणनीतिक बातचीत को आगे बढ़ाया. चर्चा का मुख्यबिंदु मोदी की अगले सप्ताह होने वाली फ्रांस यात्रा थी, जहां वह 14 जुलाई को पेरिस में बैस्टिल दिवस समारोह के दौरान सम्मानित अतिथि होंगे. फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों ने मोदी को फ्रांस आने का न्योता दिया है. बैस्टिल डे परेड में भारतीय सशस्त्र बलों की 269 सदस्यीय त्रि-सेवा टुकड़ी अपने फ्रांसीसी समकक्षों के साथ मार्च करते हुए दिखाई देगी. फ्रांस रक्षा, अंतरिक्ष और परमाणु प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भारत का एक प्रमुख भागीदार है.

इस बीच, फ्रांस का दल आज 6 जुलाई को फ्रांस के लिए रवाना हो गया है. बता दें कि पीएम मोदी का यह दौरा ऐसे समय में हो रहा है जब फ्रांस में दंगे और विरोध प्रदर्शन जारी हैं. उनकी यात्रा में रक्षा और सुरक्षा संबंधों को आगे बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित रहने की उम्मीद है. भारतीय और फ्रांसीसी सेनाओं का जुड़ाव प्रथम विश्व युद्ध से है. उस दौरान 1.3 मिलियन से अधिक भारतीय सैनिकों ने युद्ध में भाग लिया था और उनमें से लगभग 74,000 सैनिकों ने कीचड़ भरी खाइयों में लड़ाई लड़ी थी, लेकिन 67,000 अन्य घायल हो गए थे. भारतीय सैनिक फ्रांस की धरती पर भी वीरतापूर्वक लड़े थे.

वहीं दोनों ही देश रणनीतिक साझेदारी के 25 साल पूरे होने का जश्न मना रहे हैं. वहीं दोनों देशों की सेनाएं संयुक्त अभ्यास में हिस्सा ले रही हैं और अपने अनुभव साझा कर रही हैं. पिछले कुछ वर्षों में, भारत और फ्रांस विश्वसनीय रक्षा भागीदार बन गए हैं.

बैस्टिल दिवस क्या है : 14 जुलाई को फ्रांस में फेटे नेशनले फ्रांसेइस या राष्ट्रीय दिवस के रूप में मनाया जाता है. इसे बैस्टिल दिवस के रूप में भी जाना जाता है क्योंकि यह दिन 1789 में फ्रांसीसी क्रांति के दौरान बैस्टिल पर हुए हमले की सालगिरह है.

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