कोलकाता : स्वामी विवेकानंद भौतिकवाद व आध्यात्मवाद को बारीकी से समझते थे. स्वामी विवेकानंद ने समझा कि भौतिकवाद, अध्यात्मवाद का विरोधी नहीं है. उन्होंने समझा कि राष्ट्रों को खुद को बनाने और बनाए रखने के लिए बुनियादी भौतिकवादी सुविधाओं की आवश्यकता पड़ती ही है. उन्होंने कहा कि आप फुटबाल खेलकर भी भगवान के उतने ही करीबी हो सकते हैं, जितने कि गीता पढ़ने वाला.
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यह बातें विवेकानंद स्मृति व्याख्यान के दौरान राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने कही.