जबलपुर : नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन मामले में एसपी के निर्देश पर सिटी अस्पताल के डायरेक्टर सरबजीत सिंह मोखा और वहां दवा की दुकान में काम करने वाले देवेश चौरसिया को पुलिस ने एनएसए के तहत वारंट जारी कर गिरफ्तार कर लिया है.
गुजरात से लाई गई थी इंजेक्शन की खेप
दरअसल, कुछ दिन पहले गुजरात के मोरवी जिले की पुलिस ने भगवती फार्मा के संचालक सपन जैन को नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन बेचने के मामले में गिरफ्तार कर गुजरात ले गई थी. सपन जैन के भाई सत्यम जैन और देवेश चौरसिया सिटी अस्पताल में दवा सप्लाई का काम देखते हैं. पुलिस ने मामले में देवेश चौरसिया को भी गिरफ्तार कर लिया है. सघन पूछताछ जारी है.
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दो कार्टून में जबलपुर आए थे इंजेक्शन
पुलिस पूछताछ में पता चला कि 23 अप्रैल और 28 अप्रैल को बस के माध्यम से इंदौर से रेमडेसिविर इंजेक्शन के दो कार्टून जबलपुर लाए गए थे. सरबजीत सिंह मोखा के कहे अनुसार देवेश चौरसिया उन्हें लेने के लिये गया था. कार्टून लेने के बाद देवेश चौरसिया ने सिटी अस्पताल लाकर सरबजीत सिंह मोखा के कक्ष में रख दिया था. दवाओं का भुगतान सपन जैन ने किया. इस सबंध में सिटी अस्पताल के पास कोई रिकॉर्ड नहीं था.
गौरतलब है कि थाना बी डिवीजन जिला मोरवी गुजरात पुलिस ने नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन की फैक्ट्री से इंजेक्शन जब्त किये थे. उसी फैक्ट्री में बने नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन इंदौर से ट्रांसपोर्ट के माध्यम से सिटी अस्पताल जबलपुर लाए गए.