नई दिल्ली: गूगल मैप्स पर अब भारत के 10 शहरों में सड़कों और गलियों की वास्तविक तस्वीरें देखी जा सकेंगी. प्रौद्योगिकी कंपनी ने इसके लिए दो स्थानीय कंपनियों के साथ भागीदारी की है. सरकार ने पूर्व में सुरक्षा कारणों से सड़कों और अन्य जगहों की व्यापक फलक वाली तस्वीरें दिखाने की अनुमति नहीं दी थी. अबतक गूगल मैप्स पर उपग्रह से ली गयी तस्वीरें होती थीं, लेकिन अब उसपर वास्तविक तस्वीरें होंगी.
गूगल ने बुधवार को बयान में कहा कि जेनेसिस इंटरनेशनल और टेक महिंद्रा की भागीदारी के साथ सड़कों, गलियों की वास्तविक तस्वीर देखने की सेवा शुरू की गई है. बयान के अनुसार, 'गूगल मैप्स पर आज से सड़क की तस्वीर उपलब्ध होगी. यह सेवा बेंगलुरु, चेन्नई, दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद, पुणे, नासिक, वडोदरा, अहमदनगर और अमृतसर में होगी.'
गूगल, जेनेसिस इंटरनेशनल और टेक महिंद्रा की 2022 तक इस सेवा का 50 से अधिक शहरों में विस्तार करने की योजना है. इसके साथ गूगल मैप्स यातायात प्राधिकरणों की तरफ से जारी गति सीमा के आंकड़े भी दिखाएगी. गूगल ने 'ट्रैफिक लाइट' के समय को बेहतर ढंग से बनाने के मॉडल को लेकर बेंगलुरु यातायात पुलिस के साथ अपनी साझेदारी की भी घोषणा की है.
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बयान में कहा गया है, 'यह स्थानीय यातायात प्राधिकरण को प्रमुख चौराहों पर सड़क की भीड़ का प्रबंधन करने में मदद कर रहा है... इस व्यवस्था का पूरे शहर में विस्तार किया जाएगा.' गूगल स्थानीय यातायात अधिकारियों के साथ साझेदारी में कोलकाता और हैदराबाद में भी इसका विस्तार करेगी. इसके अलावा, वैश्विक कंपनी ने वायु की गुणवत्ता के बारे में जानकारी देने के लिये केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के साथ भी गठजोड़ की घोषणा की है.
(पीटीआई-भाषा)