सीकर. रामनवमी की पूर्व संध्या पर सीकर का रामलीला मैदान राममय हो गया. कवि कुमार विश्वास ने जैसे ही राम से संबंधित रचनाओं की प्रस्तुति दी तो रामलीला मैदान तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा. कुमार विश्वास ने कहा कि अगर सामने प्रभु श्री राम जैसा विराट किरदार ने हो, तो उनकी कथा के खलनायक रावण का कद आज भी दुनिया के कई कथित नायकों से बड़ा प्रतीत होता है, लेकिन परम शक्ति संपन्न होने के बावजूद मर्यादा के खिलाफ आचरण ही अनेक सिद्धियों से रक्षित रावण की सबसे बड़ी कमजोरी साबित हुई और उसके नाश का कारण बनी.
राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता समाप्त होने पर कुमार विश्वास ने कहा कि सदस्यता समाप्त होने से कुछ नहीं होता है, जब-जब भी संसार में बड़ी क्रांतियां हुई तो वह घर से निकले हुए लोगों ने ही की हैं. इस दौरान कुमार ने भगवान राम का जिक्र करते हुए कहा कि अगर अयोध्या का राजकुमार महलों में रह जाता तो वह राजकुमार ही कहलाता. महलों से निष्कासन के बाद जंगल-जंगल भटक कर मर्यादा पुरुषोत्तम राम कहलाया.
रामलीला मैदान में मुस्लिम सभापति जीवन खान ने गदा और धनुष का निर्माण करवाया. रामलीला मैदान के तिराहे पर प्रभु श्री राम और हनुमान जी के प्रतीक चिन्ह 17 फीट ऊंची गदा-धनुष का सीकर विधायक राजेंद्र पारीक ने लोकार्पण गया. डॉ. कुमार विश्वास ने सभापति जीवन खान की प्रशंसा करते हुए कहा कि रमजान के महीने में सीकर के सभापति ने मुसलमान होते हुए भी रामलीला मैदान में प्रभु श्री राम के धनुष और हनुमान जी की गदा का निर्माण करवाकर संपूर्ण भारत में एक शानदार यादगार, अविस्मरणीय मिसाल पेश की है.
कवि सम्मेलन में डॉ. कुमार विश्वास ने कहा कि जब-जब भी देश पर संकट आता है तब पहला शीश राजस्थान की तरफ से चढ़ाया जाता है. इस बात के लिए मैं इस मिट्टी को वंदन कहता हूं. मैं यहां पर आ कर रोमांचित हो जाता हूं. दरअसल, सीकर के रामलीला मैदान में एक बार फिर लंबे समय बाद लोग जात-पात और वर्ग संप्रदाय से ऊपर उठकर सभी ने भाग लिया. कांग्रेस और भाजपा के नेता-कार्यकर्ताओं ने एक साथ बैठकर कार्यक्रम का आनंद लिया. कवि सम्मेलन में डॉ. कुमार विश्वास के साथ विवेक पारीक, पद्मिनी शर्मा, रमेश मुस्कान, दिनेश बावरा ने भी कविता पाठ किया.