चेन्नई : उत्तर भारतीयों या फिर कहें कि हिंदी बोलने वाले लोगों की सुरक्षा के लिए तमिलनाडु पुलिस ने कई कदम उठाए हैं. पहले तो राज्य के पुलिस प्रमुख ने खुद स्पष्टीकरण जारी किया कि तमिलनाडु में सभी उत्तर भारतीय पूरी तरह से सुरक्षित हैं. उन्होंने यह भी कहा कि कुछ घटनाओं को लेकर सोशल मीडिया पर जानकारी दी गई है, लेकिन उनमें से अधिकांश घटनाएं फेक हैं. उनका स्पष्टीकरण बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के उस ट्वीट के बाद आया था, जिसमें उन्होंने इन घटनाओं को लेकर चिंता जताई थी. बिहार विधानसभा में भी विपक्षी दलों ने इन घटनाओं को लेकर सरकार से कदम उठाने की अपील की है. सूचना के अनुसार बिहार सरकार दो सदस्यीय टीम तमिलनाडु भेज रही है.
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मुझे समाचार पत्रों के माध्यम से तमिलनाडु में काम कर रहे बिहार के मजदूरों पर हो रहे हमले की जानकारी मिली है। मैंने बिहार के मुख्य सचिव एवं पुलिस महानिदेशक को तमिलनाडु सरकार के अधिकारियों से बात कर वहां रह रहे बिहार के मजदूरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का निदेश दिया है।
— Nitish Kumar (@NitishKumar) March 2, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">मुझे समाचार पत्रों के माध्यम से तमिलनाडु में काम कर रहे बिहार के मजदूरों पर हो रहे हमले की जानकारी मिली है। मैंने बिहार के मुख्य सचिव एवं पुलिस महानिदेशक को तमिलनाडु सरकार के अधिकारियों से बात कर वहां रह रहे बिहार के मजदूरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का निदेश दिया है।
— Nitish Kumar (@NitishKumar) March 2, 2023मुझे समाचार पत्रों के माध्यम से तमिलनाडु में काम कर रहे बिहार के मजदूरों पर हो रहे हमले की जानकारी मिली है। मैंने बिहार के मुख्य सचिव एवं पुलिस महानिदेशक को तमिलनाडु सरकार के अधिकारियों से बात कर वहां रह रहे बिहार के मजदूरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का निदेश दिया है।
— Nitish Kumar (@NitishKumar) March 2, 2023
इन खबरों को लेकर बिहार के डीजीपी और तमिलनाडु के डीजीपी के बीच बातचीत हुई है. बिहार के सीनियर पुलिस अधिकारी भी तमिलनाडु प्रशासन के संपर्क में हैं. एडीजी जेएस गंगवार, बिहार, ने बताया कि तमिलनाडु पुलिस ने सोशल मीडिया पर प्रसारित वीडियो को फेक बताया है. गंगवार के अनुसार तमिलनाडु पुलिस ने बताया कि किसी अन्य दो व्यक्तियों के बीच निजी दुश्मनी को उत्तर भारतीय विरोधी घटना बताया जा रहा है. गंगवार ने तमिलनाडु पुलिस का हवाला देकर बताया कि उन्होंने कहा कि सभी उत्तर भारतीय पूरी तरह से सुरक्षित हैं.
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Everyone is safe & there is no problem at all. Bihar Police is speaking to the people concerned to verify the new reports & trying to find out if there is any problem at all. Right now, nothing as such has come to light: JS Gangwar, ADG (HQ) Patna pic.twitter.com/AQZ86BqNPr
— ANI (@ANI) March 3, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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— ANI (@ANI) March 3, 2023Everyone is safe & there is no problem at all. Bihar Police is speaking to the people concerned to verify the new reports & trying to find out if there is any problem at all. Right now, nothing as such has come to light: JS Gangwar, ADG (HQ) Patna pic.twitter.com/AQZ86BqNPr
— ANI (@ANI) March 3, 2023
इस बीच तमिलनाडु पुलिस ने अपील की है कि किसी भी अफवाह फैलाने वाली खबरों पर यकीन नहीं करें. पुलिस ने कहा है कि अगर कोई व्यक्ति सोशल मीडिया पर भ्रम या झूठी खबरें फैलाने की कोशिश करेगा, पुलिस उसके खिलाफ सख्त कदम उठाएगी. तमिलनाडु में सबसे पहले तिरुपुर से हिंदी बोलने वालों के खिलाफ हमले की खबर आई थी. इन खबरों के बाद तिरुपुर के जिला कलेक्टर ने कहा कि सभी उत्तर भारतीय मजदूर पूरी तरह से सुरक्षित हैं.
उन्होंने कहा कि पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था को विश्वनीय बनाने के लिए एक कमेटी भी बनाई है. इस कमेटी में अलग-अलग भाषाओं को समझने वाले लोग हैं, ताकि कोई भी व्यक्ति इस कमेटी तक अपनी बात रख सकता है. जिला प्रशासन ने कहा कि वह इस तरह की खबरों की लगातार निगरानी कर रहा है. जिला प्रशासन ने एक हेल्प लाइन नंबर भी जारी किया है. यह नंबर है- 9498101320. तिरुपुर में हिंदी बोलने वाले लोगों की संख्या ज्यादा है. वे यहां पर बुनकर और कपड़ों की फैक्ट्री में काम करते हैं.
जब से हमले की खबर फैली है, तिरुपुर से बड़ी संख्या में उत्तर भारतीय मजदूर भयभीत होकर वापस अपने घरों को लौटने लगे हैं. उनकी वजह से अलग-अलग फैक्ट्रियों का प्रोडक्शन प्रभावित हो गया है. प्रभावित फैक्ट्रियों के मालिकों ने जिला कलेक्टर से अपील की थी वे जल्द से जल्द कुछ कदम उठाएं ताकि इन खबरों पर विराम लग सके.
तिरुपुर के जिला कलेक्टर विनीथ और एसपी सासंग साई ने कहा कि जिले में सभी उत्तर भारतीय मजदूर पूरी तरह से सुरक्षित हैं, उन्हें कोई दिक्कत नहीं होगी. उन्होंने कहा कि कुछ लोग हैं, जिन्होंने सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाई है. उन्होंने यह भी कहा कि सोशल मीडिया पर कई वीडियो को पोस्ट किए गए हैं. लेकिन इनमें से अधिकांश वीडियो फर्जी हैं.
पुलिस ने बताया कि तीन वीडियो को सबसे अधिक सर्कुलेट किया गया. सबसे पहला वीडियो एक बेकरी में हुए विवाद से जुड़ा है. इस घटना के बाद दो व्यक्तियों को गिरफ्तार भी किया गया. पुलिस के अनुसार दो और वीडियो, जो कहीं दूसरी जगह का है, उसे भी तिरुपुर का ही बता दिया गया है. पुलिस ने कहा कि दोनों वीडियो तिरुपुर से नहीं हैं.
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