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राज्य में कोई नए प्रकार का कोरोना वायरस नहीं पाया गया : पी वेंकटरमैया

एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए आंध्र प्रदेश के सूचना और जनसंपर्क मंत्री पी वेंकटरमैया ने पूर्व सीएम चंद्रबाबू नायडू द्वारा लगाए उन आरोपों का खंडन किया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि आंध्र प्रेदश के कुरनूल में N440K वैरिएंट वायरस फैल रहा है.

पी वेंकटरमैया
पी वेंकटरमैया
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Published : May 6, 2021, 6:06 PM IST

अमरावती : चंद्रबाबू नायडू द्वारा लगाए आरोपों का खंडन करते हुए कहा है कि आंध्र प्रदेश के सूचना और जनसंपर्क मंत्री पी वेंकटरमैया (नानी) कहा है कि राज्य में N440K उत्परिवर्ती के बारे में कोई स्पष्ट निदान नहीं है. बता दें कि पूर्व मु्ख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने हाल में आंध्र प्रेदश के कुरनूल में N440K वैरिएंट वायरस का पता चलने और फैलने का आरोप लगाया था.

गुरुवार को यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए मंत्री ने कहा कि सरकार अपने साधनों से परे चिकित्सा सेवाएं प्रदान करने के लिए काम कर रही है, लेकिन विपक्षी नेता चंद्रबाबू नायडू सरकार पर गलत आरोप लगाकर और झूठी अफवाहों से लोगों को डराने और सरकार की छवि को खराब करने की कोशिश कर रहे हैं.

उन्होंने कहा कि N440K वायरस के फैलने की कोई पुष्टि नहीं हुई है और वरिष्ठ वैज्ञानिकों ने भी पुष्टि की है कि B.1.617 को छोड़कर देश में कोई नया उत्परिवर्ती वायरस नहीं है.

वेंकटरमैया ने चंद्रबाबू, जिन्हें जिम्मेदारी से कार्य करने के लिए माना जाता है. उनकी इस मामले में कड़ी आलोचना की. मंत्री ने कहा कि चंद्रबाबू नायडू को बेहतर पता होना चाहिए कि किसके टीकों की आपूर्ति किसके द्वारा की जा रही है.

राज्य भर में अब तक 67,42,700 लोगों को टीका लगाया गया है और अब तक केंद्र द्वारा केवल 73,49,960 वैक्सीन की आपूर्ति की गई है.

उन्होंने कहा कि अगर केंद्र अधित टीके देता है, तो राज्य में एक दिन में 10 लाख लोगों को टीका लगाने की क्षमता है.

उन्होंने बताया कि राज्य में 18-45 वर्ष के समूह के लगभग 2.04 करोड़ लोग हैं और 45 वर्ष से अधिक आयु के लोगों की संख्या 1.32 करोड़ है और अतिरिक्त 3.53 लाख फ्रंटलाइन कार्यकर्ता हैं, जिन्हें टीके की आवश्यकता है.

उन्होंने कहा कि चंद्रबाबू नायडू सस्ती राजनीति करके इन स्थितियों का लाभ उठाने की कोशिश कर रहे हैं.

मंत्री ने कहा कि सरकार कोविड को रोकने के लिए उचित कदम उठा रही है और राज्य सरकार ने अन्य राज्यों में रोल मॉडल के रूप में उभरने वाली सर्वोत्तम प्रथाओं को लागू किया है. बेड को बढ़ाकर 44542 कर दिया गया है और सभी अस्पतालों में ऑक्सीजन की आपूर्ति, रेमेडिसिवर जैसी महत्वपूर्ण दवाएं पर्याप्त मात्रा में मौजूद हैं.

उन्होंने कहा कि प्रत्येक 10 लाख की आबादी में तीन लाख से अधिक लोगों का परीक्षण किया जा चुका है. राज्य में अब तक 7.12 प्रतिशत सकारात्मक दर, 85.16 प्रतिशत रिकवरी दर और केवल 0.69 प्रतिशत मृत्यु दर रिकॉर्ड की गई है.

पढ़ें - कांग्रेस विधायक के आरोप पर बोले तेजस्वी सूर्या, नहीं की सांप्रदायिकता की कोशिश

सरकार ने रेमेडिसिवर दवाओं की आपूर्ति और उपलब्धता की निगरानी के लिए ड्रग कंट्रोल अधिकारियों को भी नियुक्त किया है और ओडिशा और कर्नाटक से ऑक्सीजन आयात करके त्वरित कार्रवाई की.

उन्होंने चंद्रबाबू नायडू को दूसरे राज्यों के सामने आंध्र प्रदेश को राज्य सरकार को महामारी को दूर करने के लिए सुझाव देने के बजाय सराकार को गलत तरीके से चित्रित करने का दोषी ठहराया है.

अमरावती : चंद्रबाबू नायडू द्वारा लगाए आरोपों का खंडन करते हुए कहा है कि आंध्र प्रदेश के सूचना और जनसंपर्क मंत्री पी वेंकटरमैया (नानी) कहा है कि राज्य में N440K उत्परिवर्ती के बारे में कोई स्पष्ट निदान नहीं है. बता दें कि पूर्व मु्ख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने हाल में आंध्र प्रेदश के कुरनूल में N440K वैरिएंट वायरस का पता चलने और फैलने का आरोप लगाया था.

गुरुवार को यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए मंत्री ने कहा कि सरकार अपने साधनों से परे चिकित्सा सेवाएं प्रदान करने के लिए काम कर रही है, लेकिन विपक्षी नेता चंद्रबाबू नायडू सरकार पर गलत आरोप लगाकर और झूठी अफवाहों से लोगों को डराने और सरकार की छवि को खराब करने की कोशिश कर रहे हैं.

उन्होंने कहा कि N440K वायरस के फैलने की कोई पुष्टि नहीं हुई है और वरिष्ठ वैज्ञानिकों ने भी पुष्टि की है कि B.1.617 को छोड़कर देश में कोई नया उत्परिवर्ती वायरस नहीं है.

वेंकटरमैया ने चंद्रबाबू, जिन्हें जिम्मेदारी से कार्य करने के लिए माना जाता है. उनकी इस मामले में कड़ी आलोचना की. मंत्री ने कहा कि चंद्रबाबू नायडू को बेहतर पता होना चाहिए कि किसके टीकों की आपूर्ति किसके द्वारा की जा रही है.

राज्य भर में अब तक 67,42,700 लोगों को टीका लगाया गया है और अब तक केंद्र द्वारा केवल 73,49,960 वैक्सीन की आपूर्ति की गई है.

उन्होंने कहा कि अगर केंद्र अधित टीके देता है, तो राज्य में एक दिन में 10 लाख लोगों को टीका लगाने की क्षमता है.

उन्होंने बताया कि राज्य में 18-45 वर्ष के समूह के लगभग 2.04 करोड़ लोग हैं और 45 वर्ष से अधिक आयु के लोगों की संख्या 1.32 करोड़ है और अतिरिक्त 3.53 लाख फ्रंटलाइन कार्यकर्ता हैं, जिन्हें टीके की आवश्यकता है.

उन्होंने कहा कि चंद्रबाबू नायडू सस्ती राजनीति करके इन स्थितियों का लाभ उठाने की कोशिश कर रहे हैं.

मंत्री ने कहा कि सरकार कोविड को रोकने के लिए उचित कदम उठा रही है और राज्य सरकार ने अन्य राज्यों में रोल मॉडल के रूप में उभरने वाली सर्वोत्तम प्रथाओं को लागू किया है. बेड को बढ़ाकर 44542 कर दिया गया है और सभी अस्पतालों में ऑक्सीजन की आपूर्ति, रेमेडिसिवर जैसी महत्वपूर्ण दवाएं पर्याप्त मात्रा में मौजूद हैं.

उन्होंने कहा कि प्रत्येक 10 लाख की आबादी में तीन लाख से अधिक लोगों का परीक्षण किया जा चुका है. राज्य में अब तक 7.12 प्रतिशत सकारात्मक दर, 85.16 प्रतिशत रिकवरी दर और केवल 0.69 प्रतिशत मृत्यु दर रिकॉर्ड की गई है.

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सरकार ने रेमेडिसिवर दवाओं की आपूर्ति और उपलब्धता की निगरानी के लिए ड्रग कंट्रोल अधिकारियों को भी नियुक्त किया है और ओडिशा और कर्नाटक से ऑक्सीजन आयात करके त्वरित कार्रवाई की.

उन्होंने चंद्रबाबू नायडू को दूसरे राज्यों के सामने आंध्र प्रदेश को राज्य सरकार को महामारी को दूर करने के लिए सुझाव देने के बजाय सराकार को गलत तरीके से चित्रित करने का दोषी ठहराया है.

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