रुद्रप्रयाग : वैसे तो सावन का महीना 25 जुलाई से शुरू हो रहा है लेकिन पहाड़ों पर संक्रांति यानी 16 जुलाई से ही शुरू हो गया है. ऐसे में भगवान शिव के मंदिरों में भक्तों की भीड़ उमड़नी शुरू हो गई है लेकिन केदारनाथ धाम में कोरोना के कारण यात्रा स्थगित होने से मंदिर परिसर में वीरानी छाई हुई है. धाम में दूर-दूर तक एक भी भक्त नजर नहीं आ रहा है.
पहाड़ी क्षेत्रों में सावन मास शुरू हो गया है. ऐसा दूसरी बार हो रहा है कि विश्व विख्यात केदारनाथ धाम में सन्नाटा पसरा हुआ है. कोरोना के चलते सावन माह में भी भक्त बाबा केदार का जलाभिषेक नहीं कर पा रहे हैं. साल 2020 में भले ही इस समय यात्रा स्थानीय लोगों के लिए यात्रा खोल दी गई थी, लेकिन इस बार अभी तक स्थानीय लोगों के लिए भी यात्रा नहीं खोली गई है. भक्त बाबा केदार की यात्रा खुलने का इंतजार कर रहे हैं.
केदारनाथ धाम के तीर्थ पुरोहित संजय तिवारी एवं नवीन शुक्ला ने बताया कि पहाड़ में सावन माह शुरू हो गया है. सावन संक्राति से भगवान शिव की पूजा शुरू हो गई है. दो साल पहले तक बाबा केदार के मंदिर में भक्तों की भीड़ रहती थी, लेकिन कोरोना के कारण यात्रा बंद होने से भक्त नहीं पहुंच पा रहे हैं.
बता दें, हिंदू पंचाग के अनुसार सावन का महीना संक्रांति से शुरू हो चुका है, लेकिन पूर्णिमा के अनुसार 25 जुलाई से शुरू होगा. इस बार सावन में 4 सोमवार आएंगे. 6 अगस्त को प्रदोष व्रत रहेगा, जबकि 13 अगस्त नाग पंचमी आएगी. वैसे सावन का महीना 25 जुलाई (रविवार) को शुरू हो रहा है और समापन 22 अगस्त (रविवार) को होगा.
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वहीं, केदारनाथ धाम में देवस्थानम बोर्ड के विरोध में तीर्थपुरोहितों का आंदोलन 35वें दिन भी जारी रहा. मंदिर परिसर में धरना देते हुए तीर्थपुरोहितों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. आचार्य संजय तिवारी के नेतृत्व में तीर्थपुरोहितों ने कहा कि देवस्थानम बोर्ड के विरोध के लिए आंदोलन को नई रूपरेखा के साथ तेज कर दिया गया है. केदारघाटी की बाजारों व कस्बों में समय-समय पर रैली का आयोजन कर धरना दिया जाएगा.
तीर्थ पुरोहितों ने प्रदेश सरकार पर केदारनाथ समेत चारधाम के तीर्थपुरोहित समेत मंदिर से जुड़े अन्य लोगों की उपेक्षा का आरोप लगाया है. आपदा के बाद राज्य व केंद्र सरकार द्वारा केदारनाथ में पुनर्निर्माण कार्य किया जा रहा हैं लेकिन प्रभावितों की सुध नहीं ली गई है. साथ ही कहा कि मास्टर प्लान और देवस्थानम बोर्ड उन्हें किसी भी स्थिति में मंजूर नहीं हैं.
वाहन और होटल व्यवसायियों का प्रदर्शन : श्रीनगर में भी चारधाम यात्रा को शुरू करने की मांग उठने लगी है. आज श्रीनगर में पर्वतीय टैक्सी मैक्सी एसोसिएशन ओर होटल एसोसिएशन ने सरकार से चारधाम यात्रा खोलने की मांग की है. गुस्साए टैक्सी चालकों ओर होटल, ढाबा, रेस्टोरेंट वालों ने गोला बाजार में प्रदर्शन कर अपना आक्रोश जताया. उन्होंने कहा कि सरकार कोर्ट में चार धाम यात्रा की सही से पैरवी नहीं कर पाई. जिससे गरीब कारोबारियों को काफी नुकसान हो रहा है. उन्होंने कहा कि वे कर्जदार हो गए हैं, उनका काम धंधा ठप है. बच्चों के लालन-पालन में भी संकट खड़ा हो गया है.