जमुई : NIT पटना के होनहार छात्र अभिषेक कुमार का प्लेसमेंट एमेजॉन कंपनी में हुआ है. 1.08 करोड़ रुपये सालाना सैलरी पैकेज पर सलेक्शन होने की खुशी घर वालों के चेहरे पर भी दिखाई दे रही है. जमुई में अभिषेक के माता-पिता बेटे की इस कामयाबी पर फूले नहीं समा रहे हैं. उन्होंने अभिषेक को अपने हाथों से मिठाई खिलाई. अभिषेक मूल रूप से जमुई के झाझा प्रखंड में जामुखरैया गांव के निवासी हैं. गांव वालों को भी अभिषेक की सफलता पर गर्व है.
एनआईटी पटना से की पढ़ाई : अभिषेक ने एनआईटी पटना से इंजिनियरिंग की पढ़ाई की है. पढ़ाई के दौरान ही अभिषेक को ये नौकरी मिली है. बता दें कि एनआईटी पटना ने साल 2022 में लगातार प्लेसमेंट के रिकॉर्ड ब्रेक किए हैं. फेसबुक, गूगल के बाद अब एमेजॉन बर्लिन ने सीएसई ब्रांच के छात्र अभिषेक कुमार को 1.08 करोड़ रुपये का पैकेज दिया है. एमेजॉन में इंटरनेशनल लेवल पर पहली बार किसी छात्र का प्लेसमेंट एनआईटी से हुआ है.
सितंबर में कंपनी से जुड़ेंगे: अभिषेक ने एमेजॉन के लिए 14 दिसंबर 2021 को कोडिंग टेस्ट दिया था और 13 अप्रैल को तीन राउंड का इंटरव्यू दिया. 21 अप्रैल 2022 को उन्हें एमेजॉन से सेलेक्शन का कंफर्मेशन आया है. सलेक्शन होने के बाद से अभिषेक के घर पर बधाई देने वालों का तांता लग गया है. इसी साल सितंबर महीने में अभिषेक जर्मनी के बर्लिन जाकर नौकरी ज्वाइन करेंगे.
कौन हैं अभिषेक : मूल रूप से जमुई जिले के झाझा निवासी छात्र अभिषेक के बारे में बताया जाता है कि वो बचपन से ही पढ़ने लिखने में काफी रूचि रखते थे. इसी कारण वो अपने बचपन में ही माता पिता से लैपटॉप, मोबाइल जैसे गैजेट्स खरीदने की जिद्द करते रहते थे. इंजीनियरिंग करने के पहले से ही उन्हें कोडिंग के बारे में जानने की इच्छा रहती थी. जब इंजीनियरिंग में कोडिंग करने की पढ़ाई की तो उन्हें कोडिंग करने में काफी मजा आने लगा. उन्होंने बताया कि वे दूसरे वर्ष में थे तब से ही कोडिंग करने लगे थे. अच्छे प्रोजेक्ट पर भी उन्होंने कोडिंग का काम किया है.
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मेहनत की वजह से मिली सफलता: अभिषेक ने कहा कि उन्हें लग रहा है कि लगातार कोडिंग और मेहनत की वजह से आज उन्हें ये सफलता मिली है. उन्होंने सफलता का श्रेय अपने माता-पिता को दिया. अभिषेक ने कहा कि उनके माता-पिता ने हमेशा उनपर भरोसा रखा. वे हमेशा उनके भरोसे पर खरा नहीं उतर पा रहा थे, तब भी उनके माता-पिता ने उनकी हौसला अफजाई की. माता पिता का सपना पूरा करने के लिए वे लगातार मेहनत करते रहे और जल्द ही उन्हें सफलता मिल गई.
कोटा में रहकर की इंजीनियरिंग की तैयारी : अभिषेक ने इंजीनियरिंग के लिए एक साल तक कोटा में रहकर तैयारी की. कड़ी मेहनत का असर ये हुआ कि 2018 में एनआईटी पटना में कंप्यूटर ब्रांच में अभिषेक का दाखिला हो गया. इंजीनियरिंग की पढ़ाई के शुरुआत से ही उन्हें कोडिंग का बहुत ज्यादा शौक था और उन्होंने कोडिंग की पढ़ाई जतन से की. अभिषेक के पिता पेशे से वकील हैं और मां हाउस वाइफ हैं.
ठुकरा चुके हैं पेटीएम का ऑफर: अभिषेक की मां और पिता दोनों को अपने बेटे पर गर्व है. उन्होंने कहा कि बेटे अभिषेक का चयन एमेजॉन जैसी बड़ी कंपनी में होना बड़ी बात है. पिछले वर्ष इंटरनशिप के लिए पेटीएम में चयन हुआ था. उसके बाद अभिषेक ने खुद बताया कि पेटीएम के द्वारा भी 16 लाख रुपये सालाना का ऑफर किया गया था. लेकिन उन्होंने वहां ज्वाइन नहीं किया. अगर पेटीएम को ज्वाइन कर लिया होता तो आज इतने बड़े मुकाम को हासिल नहीं कर पाता.
अभिषेक ने दिए विद्यार्थियों को संदेश : अभिषेक से जब पत्रकारों ने सवाल किया कि नए विद्यार्थियों के लिए कुछ सुझाव देना चाहेंगे. इस प्रश्न पर उनकी प्रतिक्रिया बहुत ही शानदार थी. उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि जो भी छोटे भाई-बहन इंजीनियरिंग करने का सपना देख रहे हैं वो खूब मेहनत करें, भगवान पर भरोसा करें मेहनत करने पर सफलता खुद मिलती है.
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