नई दिल्ली : केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Union Finance Minister Nirmala Sitharaman) ने आज राज्यों के सभी मुख्यमंत्रियों और वित्त मंत्रियों के साथ कोरोना महामारी के बाद की आर्थिक रिकवरी को लेकर एक वर्चुअल बैठक की. बैठक में सुधार-केंद्रित व्यावसायिक माहौल बनाने के तरीकों और विकास को बढ़ावा देने में मदद करने के लिए निवेश की सुविधा प्रदान करने पर चर्चा की गई.
बैठक के बारे में जानकारी देते हुए केंद्रीय वित्त सचिव टी वी सोमनाथन ने बताया कि कोविड-19 महामारी की वजह से विकास धीमा हो गया था. हालांकि चालू वित्त वर्ष में पहली तिमाही के बाद अर्थव्यवस्था ने फिर से सुधार दिखाई दे रहा है. अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) और विश्व बैंक के अनुमान के मुताबिक भारत की जीडीपी वृद्धि क्रमशः 9.5 प्रतिशत और 8.3 प्रतिशत है, जो सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है.
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उन्होंने कहा कि बीते वित्त वर्ष 2020-21 में कोविड-19 महामारी की वजह से भारतीय अर्थव्यवस्था में 7.3 प्रतिशत की गिरावट आई थी. चालू वित्त वर्ष की पहली अप्रैल-जून की तिमाही में भारतीय अर्थव्यवस्था 20.1 प्रतिशत की दर से बढ़ी है. चालू वित्त वर्ष के पहले चार महीनों में देश में 64 अरब डॉलर का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) आया है.
सोमनाथन ने आगे कहा कि बैठक का उद्देश्य आर्थिक सुधार है. इसीक्रम में उन्होंने कहा कि भारत विदेशी निवेशकों के लिए एक केंद्र बनता जा रहा है. इन सकारात्मक भावनाओं को पूंजीकृत किया जाना चाहिए और अवसर का उपयोग किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि भारत के विकास को उच्च पथ की ओर ले जाने में राज्यों का भी अहम योगदान है. इस संबंध में भी बैठक में विचार-विमर्श किया गया.
(एएनआई)