छपराः बिहार के सारण जिले के मरहौरा थाना क्षेत्र के अवारी गांव में एनआईए की टीम ने गहन छापेमारी की है. यह छापेमारी और जांच पड़ताल देर रात तक क्षेत्र में घंटों चली है, लेकिन किसी को कानो कान खबर तक नहीं लगी. यहां तक की इस बात की जानकारी मरहौरा थाना तक को नहीं थी. जानकारी के मुताबिक एनआईए की टीम ने मरहौरा के आवरी गांव निवासी बाबूलाल के घर पर रेड डाली थी.
छपरा में एनआईए टीम की छापेमारीः मिल रही जानकारी के उनुसार बाबूलाल से नक्सली संगठन की सदस्यता रसीद के बारे में सवाल किया गया है. नक्सली संगठन की रसीद बाबूलाल के यहां से पाई गई है और इसी कड़ी में टीम ने यह जानने की कोशिश की है कि यह रसीद उनके पास कैसे और किस परिस्थिति में पहुंची. मरहौरा के आवरी निवासी बाबूलाल महतो और उनके नक्सली नेता होने के संदेह में एनआईए की टीम ने उनके घर पर कई घंटे तक जांच की.
टीम के हाथ लगे कई दस्तावेजः जांच के दौरान मिले प्रतिबंधित नक्सली संगठन की रसीद की पांच गाड़ी, उनके मोबाइल और डायरी भी जब्त कर जांच टीम अपने साथ ले गई है. स्थानीय लोगों ने बताया कि बाबूलाल महतो एक गरीब परिवार से हैं और खेती-बाड़ी और मत्स्य पालन का काम करते हैं, उनके पास थोड़ी सी जमीन और एक झोपड़ीनुमा घर है. लेकिन एनआईए की टीम ने काफी देर तक उनसे पूछताछ की है और पूरे घर और आस-पास की तलाशी भी ली गई है.
कई बार हो चुकी है एनआईए की रेडः गौरतलब है कि मरहौरा थाना क्षेत्र का देव बहुआरा गांव पर पर एनआईए की टीम की विशेष नजर रहती है, क्योंकि इस गांव के दो युवकों जावेद और मुशताक आतंकी संगठनों को हथियार सप्लाई करने के मामले में गिरफ्तार किया जा चुके है और एनआईए की टीम लगातार यहां पर कई बार छापेमारी कर चुकी है.