लखनऊ : लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ गैंग से जुड़े लोगों की तलाश में बुधवार को सुबह से ही देश भर में एनआईए ने छापेमारी कर रही है. एजेंसी ने राजधानी के गोमतीनगर विस्तार स्थित एक अपार्टमेंट में भी छापेमारी की. जहां एजेंसी ने लॉरेंस बिश्नोई के करीबी अयोध्या के रहने वाले विकास सिंह के फ्लैट में तलाश ली गई. हालांकि जिस वक्त एनआईए राजधानी में विकास सिंह को तलाश रही थी, उस समय विकास अयोध्या के देवगढ़ स्थित अपने घर पर समर्थकों के साथ मौजूद था.
एनआईए बुधवार को राजधानी के गोमतीनगर एक्सटेंशन स्थित पार्क व्यू अपार्टमेंट पहुंची. यहां लॉरेंस बिश्नोई गैंग के करीबी विकास सिंह देवगढ़ की गिरफ्तारी के लिए उसके फ्लैट को खंगाला गया. विकास सिंह पर आरोप है कि उसने मोहाली के इंटीलेंस ऑफिस में हुए ब्लास्ट के मुख्य आरोपी दीपक रंगा को पनाह दी थी. इसके अलावा उसने लॉरेंस बिश्नोई को गोसाईगंज विधायक बाहुबली अभय सिंह की हत्या की सुपारी भी दी थी. विकास सिंह नेपाल बॉर्डर से दीपक रंगा की हुई गिरफ्तारी के बाद से फरार है.
एनआईए की लखनऊ में छापेमारी के बाद सोशल मीडिया में एक वीडियो और कुछ तस्वीरें वायरल कर दावा किया गया है कि जिस वक्त एनआईए लखनऊ में छापेमारी कर रही थी उसी वक्त विकास सिंह अयोध्या के देवगढ़ स्थित अपने घर में दर्जनों समर्थकों के साथ मौजूद था. दावा किया गया कि विकास सिंह अपनी मां के निधन के बाद घर में क्रिया कर्म के लिए मौजूद है. हालांकि अभी एजेंसी की ओर से ऐसी कोई भी जानकारी साझा नहीं की गई है.दरअसल, एनआईए की टीम बुधवार सुबह पांच बजे गोमतीनगर विस्तार स्थित पार्क व्यू अपार्टमेंट पहुंची थी. यहां एजेंसी ने अयोध्या निवासी विकास सिंह देवगढ़ के विषय में पूछताछ की.
सूत्रों के मुताबिक एनआईए को सूचना मिली थी कि लॉरेंस बिश्नोई गैंग के सदस्य विकास सिंह ने मोहाली धमाके के मुख्य आरोपी दीपक रंग को छुपने में मदद की थी. इसका खुलासा तब हुआ तब एनआईए ने नेपाल बॉर्डर से दीपक रंगा को गिरफ्तार किया था. एनआईए को विकास सिंह के अयोध्या में होने की खबर लगते ही एक टीम शाम 4 बजे देवगढ़ गांव पहुंची. हालांकि तब तक विकास सिंह वहां से फरार हो चुका था. टीम उसके परिवारवालों से बात कर बैरंग वापस लौट आई. वहीं सूत्रों के मुताबिक एनआईए की एक टीम ने अयोध्या जेल में बंद पूर्व विधायक खब्बू तिवारी से भी पूछताछ की है. गौरतलब है कि विकास सिंह 2022 के विधानसभा चुनाव के दौरान भी चर्चा में आया था. दरअसल, मोहाली धमाके की जांच के दौरान एनआईए ने दिल्ली से एक युवक को गिरफ्तार किया था. पूछताछ में सामने आया था कि विकास सिंह ने लॉरेंस बिश्नोई गैंग को अयोध्या की गोसाईगंज से विधानसभा चुनाव लड़ रहे अभय सिंह की हत्या की सुपारी दी थी. इसके लिए लॉरेंस बिश्नोई गैंग के तीन सदस्यों ने अयोध्या में डेरा बना लिया था. इसके अलावा अभय सिंह ने भी बताया था कि अपनी हत्या की आशंका को लेकर उन्होंने प्रमुख सचिव गृह को चिट्ठी लिखी थी.
विकास सिंह की तलाश में अयोध्या पहुंची एनआईए
कुख्यात बदमाश लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ के साथ संबंधों की सूचना पर एनआईए की टीम अयोध्या के देवगढ़ के रहने वाले विकास सिंह की तलाश में लखनऊ के बाद अयोध्या और प्रतापगढ़ में छापेमारी की. आरोप है कि गोसाईगंज विधानसभा से समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार दबंग छवि के नेता अभय सिंह की हत्या कराने को लेकर विकास सिंह पर साजिश की थी. हालांकि यह साजिश सफल नहीं हो सकी, लेकिन लॉरेंस बिश्नोई के शूटर अभय सिंह की हत्या के लिए डेरा जमाए हुए थे.
दरअसल एनआईए को आशंका थी कि वह अपनी मां के अंतिम संस्कार में शामिल होने अयोध्या आ सकता है. मंगलवार को अयोध्या के गोसाईगंज विधानसभा क्षेत्र के देवगढ़ के रहने वाले विकास सिंह की मां का निधन हो गया था. इसके बाद एनआईए को इस बात का शक था कि अपने मां के अंतिम संस्कार में विकास सिंह अयोध्या आ सकता है. सूत्रों की मानें तो इसी सिलसिले में एनआईए की टीम लखनऊ अयोध्या और प्रतापगढ़ में छापेमारी कर रही है.
बता दें, अयोध्या के गोसाईगंज विधानसभा सीट से सपा के वर्तमान विधायक अभय सिंह और विकास सिंह की अदावत बेहद पुरानी है. पहले भी दोनों आमने सामने हो चुके हैं. कई बार फायरिंग और मारपीट की घटनाएं भी हो चुकी है. पिछले विधानसभा चुनाव में भी विधानसभा क्षेत्र में ही दोनों के समर्थक आमने-सामने आ गए थे और अभय सिंह ने विकास सिंह के ऊपर गोली चलाने का आरोप लगाया था. वहीं विकास सिंह के समर्थकों ने भी अभय सिंह और उनके समर्थकों पर हमले का आरोप लगाते हुए थाने में हंगामा किया था. विकास सिंह जिले के ही एक और बड़े नेता के बेहद करीबी है. उस नेता से भी अभय सिंह से अदावत है. इस बात को लेकर लंबे समय से गुटबाजी चल रही है और दोनों ही पक्ष एक दूसरे पर हावी होने की कोशिश करते रहते हैं.
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