ETV Bharat / bharat

केरल: पीएफआई के 56 से अधिक ठिकानों पर NIA की रेड

एनआईए ने यह रेड तड़के चार बजे शुरू की थी और खबर लिखे जाने तक यह जारी था. बता दें कि पीएफआई का गठन 2006 में केरल में हुआ था और इसने 2009 में एक राजनीतिक मोर्चा सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया भी बनाया था.

NIA
प्रतिकात्मक तस्वीर
author img

By

Published : Dec 29, 2022, 7:55 AM IST

Updated : Dec 29, 2022, 9:29 AM IST

तिरुवनंतपुरम/ नई दिल्ली: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने गुरुवार को पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) साजिश मामले में केरल में 56 स्थानों पर छापेमारी की. पीएफआई के कैडरों से संबंध रखने वाले कई संदिग्धों के परिसरों और कार्यालयों में अभी भी तलाशी चल रही है. इस साल सितंबर में गृह मंत्रालय ने पीएफआई को प्रतिबंधित संगठन घोषित किया. पीएफआई कैडरों के खिलाफ विशिष्ट इनपुट के बाद राज्य पुलिस के समन्वय में गुरुवार तड़के छापेमारी शुरू हुई, जिन पर कई आतंकवादी गतिविधियों में शामिल होने और संजीत (केरल, नवंबर 2021), वी-रामलिंगम (तमिलनाडु, 2019), नंदू (केरल, 2021), अभिमन्यु (केरल, 2018), बीबिन (केरल, 2017), शरथ (कामाटक, 2017), आर. कुमार (तमिलनाडु, 2016) सहित कई व्यक्तियों की हत्या का आरोप है.

पढ़ें: ट्विटर ठप, कई यूजर्स को साइन इन करने में परेशानी

एमएचए ने पहले कहा था कि पीएफआई कैडरों द्वारा 'सार्वजनिक शांति और शांति को भंग करने और जनता के मन में आतंक का शासन बनाने' के एकमात्र उद्देश्य के लिए आपराधिक गतिविधियों और नृशंस हत्याओं को अंजाम दिया गया है. MHA ने 'वैश्विक आतंकवादी समूहों के साथ PFI के अंतर्राष्ट्रीय संबंधों' का भी उल्लेख किया है जिसमें कहा गया है कि संगठन के कुछ कार्यकर्ता इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया (ISIS) में शामिल हो गए हैं और सीरिया, इराक और अफगानिस्तान में आतंकी गतिविधियों में भाग लिया है.

पढ़ें: पीएफआई के 56 से अधिक ठीकानों पर करेल में एनआईए की रेड

आईएसआईएस से जुड़े इन पीएफआई कैडर में से कुछ इन संघर्ष में मारे गए हैं और कुछ को राज्य पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों द्वारा गिरफ्तार किया गया है, पीएफआई के जमात-उल-मुयाहिदीन बांग्लादेश (जेएमबी), एक अभियुक्त आतंकवादी संगठन के साथ भी संबंध होने की बात कही गई है. एनआईए ने इस साल अब तक पीएफआई कैडरों के खिलाफ देश भर में 150 से अधिक स्थानों पर छापेमारी की है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक एनआईए के प्रवक्ता ने कहा था कि राज्य के मलप्पुरम जिले में संदिग्ध लोगों के ठिकानों की तलाशी ली गई थी. इस दौरान डिजिटल उपकरणों और दस्तावेजों समेत आपत्तिजनक सामग्री बरामदगी की गई. इससे पहले 22 सितंबर को भी देशभर में 39 स्थानों पर पीएफआई के ठिकानों की तलाशी ली गई थी. इस मामले में अब तक 20 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है.

पढ़ें: नई ट्विटर नीति में विज्ञान का पालन तो होगा ही, उसपर सवाल करने की छूट भी होगी: एलन मस्क

तिरुवनंतपुरम/ नई दिल्ली: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने गुरुवार को पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) साजिश मामले में केरल में 56 स्थानों पर छापेमारी की. पीएफआई के कैडरों से संबंध रखने वाले कई संदिग्धों के परिसरों और कार्यालयों में अभी भी तलाशी चल रही है. इस साल सितंबर में गृह मंत्रालय ने पीएफआई को प्रतिबंधित संगठन घोषित किया. पीएफआई कैडरों के खिलाफ विशिष्ट इनपुट के बाद राज्य पुलिस के समन्वय में गुरुवार तड़के छापेमारी शुरू हुई, जिन पर कई आतंकवादी गतिविधियों में शामिल होने और संजीत (केरल, नवंबर 2021), वी-रामलिंगम (तमिलनाडु, 2019), नंदू (केरल, 2021), अभिमन्यु (केरल, 2018), बीबिन (केरल, 2017), शरथ (कामाटक, 2017), आर. कुमार (तमिलनाडु, 2016) सहित कई व्यक्तियों की हत्या का आरोप है.

पढ़ें: ट्विटर ठप, कई यूजर्स को साइन इन करने में परेशानी

एमएचए ने पहले कहा था कि पीएफआई कैडरों द्वारा 'सार्वजनिक शांति और शांति को भंग करने और जनता के मन में आतंक का शासन बनाने' के एकमात्र उद्देश्य के लिए आपराधिक गतिविधियों और नृशंस हत्याओं को अंजाम दिया गया है. MHA ने 'वैश्विक आतंकवादी समूहों के साथ PFI के अंतर्राष्ट्रीय संबंधों' का भी उल्लेख किया है जिसमें कहा गया है कि संगठन के कुछ कार्यकर्ता इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया (ISIS) में शामिल हो गए हैं और सीरिया, इराक और अफगानिस्तान में आतंकी गतिविधियों में भाग लिया है.

पढ़ें: पीएफआई के 56 से अधिक ठीकानों पर करेल में एनआईए की रेड

आईएसआईएस से जुड़े इन पीएफआई कैडर में से कुछ इन संघर्ष में मारे गए हैं और कुछ को राज्य पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों द्वारा गिरफ्तार किया गया है, पीएफआई के जमात-उल-मुयाहिदीन बांग्लादेश (जेएमबी), एक अभियुक्त आतंकवादी संगठन के साथ भी संबंध होने की बात कही गई है. एनआईए ने इस साल अब तक पीएफआई कैडरों के खिलाफ देश भर में 150 से अधिक स्थानों पर छापेमारी की है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक एनआईए के प्रवक्ता ने कहा था कि राज्य के मलप्पुरम जिले में संदिग्ध लोगों के ठिकानों की तलाशी ली गई थी. इस दौरान डिजिटल उपकरणों और दस्तावेजों समेत आपत्तिजनक सामग्री बरामदगी की गई. इससे पहले 22 सितंबर को भी देशभर में 39 स्थानों पर पीएफआई के ठिकानों की तलाशी ली गई थी. इस मामले में अब तक 20 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है.

पढ़ें: नई ट्विटर नीति में विज्ञान का पालन तो होगा ही, उसपर सवाल करने की छूट भी होगी: एलन मस्क

Last Updated : Dec 29, 2022, 9:29 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.