श्रीनगर : राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने बुधवार को एजेंसी द्वारा जांच किए जा रहे टेरर फंडिंग मामले में कश्मीर में कई स्थानों पर छापेमारी की. सूत्रों ने बताया कि यह छापे इस समय बारामूला कस्बे में उधमपुर जेल में बंद जहूर अहमद मल्ला के आवास पर चल रहे हैं. श्रीनगर जिले के निशात इलाके में भी छापेमारी जारी है. सूत्रों ने कहा कि ये छापे एनआईए द्वारा जांच किए जा रहे टेरर फंडिंग मामले में चल रही जांच का हिस्सा हैं. एनआइए इस मामले की काफी देर से जांच कर रही है.
एनआईए के एक अधिकारी के अनुसार जमात द्वारा जुटाए गए धन को हिजबुल मुजाहिदीन (एचएम), लश्कर-ए-तैयबा (एलइटी) सहित अन्य अलगाववादी संगठनों को एक सुव्यवस्थित नेटवर्क के माध्यम से भेजा जा रहा है. 18 अप्रैल, 2019 को, भारत ने जम्मू और कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के साथ दो बिंदुओं पर क्रॉस-एलओसी व्यापार को इस रिपोर्ट के बाद कि इसका इस्तेमाल सीमा पार से तत्वों द्वारा हथियारों, नशीले पदार्थों की तस्करी के लिए इसका दुरुपयोग किया जा रहा था, अनिश्चित काल के लिए निलंबित कर दिया था.
पढ़ें : जम्मू-कश्मीर : श्रीनगर के कई स्थानों पर एनआईए की छापेमारी
यही नहीं जमात कश्मीर के युवाओं को आतंकवाद के रास्ते पर चलाने के लिए भी काम कर रहा है. कथित जेहाद का पाठ पढ़ाकर ये लोग युवाओं को आतंकवादी संगठनों में भर्ती करने का काम भी कर रहे हैं. गौरतलब है कि मार्च के महीने में एनआइए के अधिकारी पुलिस और सीआरपीएफ दल के साथ जिला बारामुला के ही पट्टन और पुलवामा के पिंगलाना इलाके व शोपियां में जमात-ए-इस्लामिया में रहने वाले कार्यकर्ताओं के घर तलाशी की थी. जमात-ए-इस्लामिया के पूर्व जिलाध्यक्ष अब्दुल गनी वानी और पीर तनवीर के आवास सहित कई जगहों पर छापे मारे गये थे. तब तीन लोगों को हिरासत में लिया गया था और कुछ दस्तावेज भी जब्त किए गए हैं.