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Shift Gangsters to Andaman : खूंखार अपराधियों को शिफ्ट किया जाएगा अंडमान, जानें वजह

उत्तर भारत के खूंखार अपराधियों को जल्द ही अंडमान शिफ्ट किया जा सकता है. राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने इसके लिए गृह मंत्रालय को पत्र लिखा है. मंत्रालय की मंजूरी मिलते ही इन्हें शिफ्ट करने का काम शुरू हो जाएगा. पढ़ें पूरी खबर.

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Published : Jul 2, 2023, 5:07 PM IST

Updated : Jul 2, 2023, 5:21 PM IST

Shift Gangsters to Andaman
खूंखार कैदी अंडमान शिफ्ट किए जाएंगे

नई दिल्ली : उत्तर भारत की जेलों में बंद खूंखार अपराधी जेल से ही अपना गैंग चला रहे हैं. हथियारों की तस्करी हो, सुपारी किलिंग या फिर नशे का काला कारोबार, जेल में बंद शातिर अपराधी अपने गुर्गों के जरिए देशभर में अपना नेटवर्क फैला रहे हैं. पहले कई ऐसे मामले सामने आ चुके हैं जब इनका कनेक्शन पाकिस्तान से लेकर दुबई तक में पाया गया है. इन अपराधियों के आतंकियों से भी लिंक सामने आ रहे हैं.

अपराधियों-गैंगस्टरों, आतंकवादियों के इसी गठजोड़ से निपटने के लिए नेशनल इनवेस्टिगेशन एजेंसी ने कमर कस ली है. एनआईए ने उत्तर भारतीय जेलों से खूंखार गैंगस्टरों को अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में स्थानांतरित करने के संबंध में गृह मंत्रालय को पत्र लिखा है.

सूत्रों के मुताबिक पत्र में दिल्ली की तिहाड़ जेल से 10-12 कुख्यात अपराधियों को स्थानांतरित करने का जिक्र किया गया है, जो हाल ही में अपने परिसर के अंदर एक अपराधी की निर्मम हत्या के लिए सुर्खियों में आए थे. लिस्ट में पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या का आरोपी लॉरेंस बिश्नोई भी है. जांच एजेंसी ने कहा कि उत्तर भारतीय जेलों के अंदर से गिरोह चलाए जा रहे हैं.

Lawrence Bishnoi
गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई

NIA ने दूसरी बार लिखा पत्र : इस मुद्दे पर गृह मंत्रालय को एनआईए का यह दूसरा पत्र है. जांच एजेंसी ने कुछ महीने पहले मंत्रालय को पत्र लिखकर अनुरोध किया था कि पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या के आरोपी लॉरेंस बिश्नोई समेत 25 कुख्यात अपराधियों को दक्षिण भारतीय जेलों में स्थानांतरित किया जाए.

अंडमान और निकोबार द्वीप समूह ही क्यों? : आम तौर पर जब एक राज्य से दूसरे राज्य में कैदियों को शिफ्ट किया जाता है तो दोनों सरकारों के बीच लंबी प्रक्रिया चलती है. दोनों राज्यों की सहमति से ही अपराधियों को शिफ्ट किया जाता है. चूंकि अंडमान और निकोबार द्वीप समूह एक केंद्र-प्रशासित क्षेत्र है, इसलिए अन्य राज्यों में आवश्यकतानुसार किसी अनुमति की आवश्यकता नहीं होगी.

तिहाड़ जेल में गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया की हुई थी हत्या : दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया की हत्या के बाद जेल प्रशासन ने मंत्रालय को पत्र लिखकर अनुरोध किया था कि खतरनाक गैंगस्टरों को दूसरे राज्यों की जेलों में स्थानांतरित किया जाए.

Tejpuria was murdered in Tihar Jail
तिहाड़ जेल में हुई थी तेजपुरिया की हत्या

जेल में हो रहीं हत्या : ऐसा पहली बार नहीं था जब तिहाड़ में किसी अपराधी की हत्या हुई हो. जेल रिकॉर्ड से पता चलता है कि गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया की हत्या से पहले, 2020 से तिहाड़ में विभिन्न गिरोहों के साथ काम करने वाले कम से कम तीन अन्य कैदियों की उनके प्रतिद्वंद्वियों द्वारा हत्या कर दी गई थी.

Gangster Tillu Tajpuria
गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया जिसकी तिहाड़ जेल में हत्या हुई थी

30 नवंबर, 2020 को, नीरज बवाना गिरोह के एक सहयोगी की प्रतिद्वंद्वी गिरोह के चार सहयोगियों ने कथित तौर पर चाकू मारकर हत्या कर दी थी. दो साल बाद 22 अगस्त को इरफान छेनू गिरोह के एक सदस्य की उसके प्रतिद्वंद्वियों ने कथित तौर पर पीट-पीट कर हत्या कर दी. इस साल 14 अप्रैल को गैंगस्टर प्रिंस तेवतिया की उसके दोस्त से दुश्मन बने अताउर रहमान उर्फ ​​अटवा और विनय शर्मा ने लड़ाई के बाद हत्या कर दी थी. कथित हत्यारे रोहित चौधरी गिरोह के सदस्य थे.

तिहाड़ जेल प्रशासन का तर्क है कि उसके अधीन 16 जेल हैं, जिनकी क्षमता महज 10,000 है, जबकि वहां 20,000 से ज्यादा अपराधी बंद हैं. जेल अधिकारियों ने कहा कि उनमें से कुछ कुख्यात हैं, जिससे कानून-व्यवस्था को लेकर चिंताएं पैदा हो रही हैं.

वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के मुताबिक नीरज बवाना, मंजीत महल, काला जथेरी और नीटू दाबोदिया से लेकर इरफान छेनू और हाशिम बाबा तक कई शातिर अपराधी तिहाड़ में बंद हैं. उनके गिरोह के कई सदस्य भी उनके साथ बंद हैं. वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने कहा कि दिल्ली की तीन जेलों - तिहाड़, मंडोली और रोहिणी - में लगभग 160 अलग-अलग गिरोहों के सदस्य हैं, इसलिए जेल सुरक्षा की दृष्टि से एक अस्थिर जगह बन गई है.

हत्या के बाद तिहाड़ जेल में कई कदम उठाए गए : गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया की हत्या के बाद तिहाड़ जेल ने 2,000 से अधिक एग्जॉस्ट पंखों को प्लास्टिक वाले पंखों से बदल दिया है और अंधेरे स्थानों पर लाइटें लगाई हैं. ताजपुरिया की कथित तौर पर गोगी गिरोह के चार सदस्यों ने 'खुद के बनाए हथियारों' से हत्या कर दी थी. ताजपुरिया पर 92 बार वार किया गया था.

पुलिस के मुताबिक जेल की पहली मंजिल पर बंद चार हमलावरों ने लोहे की ग्रिल काट दी और नीचे उतरने के लिए बेडशीट का इस्तेमाल किया था. हत्या का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया था. इससे पहले एक और गैंगस्टर प्रिंस तेवतिया की भी तिहाड़ जेल के अंदर हत्या कर दी गई थी.

  • NIA, ALONG WITH PUNJAB, HARYANA & CHANDIGARH POLICE, TO ESTABLISH AN INSTITUTIONALISED MECHANISM TO COLLECTIVELY COMBAT ORGANISED CRIME & CRIMINALS pic.twitter.com/D7wRpX3fgn

    — NIA India (@NIA_India) June 30, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

एनआईए ने जारी की थी मोस्ट वांटेड गैंगस्टरों की लिस्ट : गौरतलब है कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने उत्तरी क्षेत्र में संगठित आपराधिक गिरोहों और विदेशों में सक्रिय आतंकवादी समूहों के बीच सांठगांठ को खत्म करने के लिए पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ के पुलिस बलों के साथ मिलकर काम शुरू किया है. शुक्रवार को एनआईए के महानिदेशक दिनकर गुप्ता की अध्यक्षता में पंचकूला में उच्च स्तरीय अंतरराज्यीय समन्वय बैठक हुई थी. एनआईए तीन पुलिस बलों के प्रतिनिधियों के साथ यूटी चंडीगढ़ सहित देश के उत्तरी भाग में सक्रिय विभिन्न आपराधिक सिंडिकेट के नेटवर्क की सूची बनाएगी. एनआईए ने बीते दिनों पंजाब और हरियाणा के मोस्ट वांटेड गैंगस्टरों की सूची जारी की थी.

ये दो मामले भी हैं चर्चा में

गैंगस्टर गौल्डी बरार ने दी थी सलमान को धमकी : अभी हाल ही में कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई से जुड़े गैंगस्टर गोल्डी बरार ने एक इंटरव्यू के दौरान बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान को जान से मारने की धमकी दी थी. इससे पहले लॉरेंस बिश्नोई गैंग की ओर से मिली धमकियों के बाद सलमान की सुरक्षा बढ़ा दी गई थी. सलमान के पिता सलीम खान को भी धमकी मिली थी, जिसके बाद पुलिस ने बिश्नोई से पूछताछ की थी जो फिलहाल एनआईए की हिरासत में है.

हनी सिंह को भी मिली धमकी : पंजाबी रैपर यो यो हनी सिंह को हाल ही में गोल्डी बरार और लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जान से मारने की धमकी मिली है. हनी सिंह ने कथित तौर पर उनसे पैसे ऐंठने के प्रयास में दी गई धमकियों के संबंध में स्पेशल सेल में शिकायत दर्ज कराई है. कुल मिलाकर एनआईए के पत्र को गृह मंत्रालय की मंजूरी मिली तो शातिर अपराधियों को अंडमान शिफ्ट किया जाएगा.

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नई दिल्ली : उत्तर भारत की जेलों में बंद खूंखार अपराधी जेल से ही अपना गैंग चला रहे हैं. हथियारों की तस्करी हो, सुपारी किलिंग या फिर नशे का काला कारोबार, जेल में बंद शातिर अपराधी अपने गुर्गों के जरिए देशभर में अपना नेटवर्क फैला रहे हैं. पहले कई ऐसे मामले सामने आ चुके हैं जब इनका कनेक्शन पाकिस्तान से लेकर दुबई तक में पाया गया है. इन अपराधियों के आतंकियों से भी लिंक सामने आ रहे हैं.

अपराधियों-गैंगस्टरों, आतंकवादियों के इसी गठजोड़ से निपटने के लिए नेशनल इनवेस्टिगेशन एजेंसी ने कमर कस ली है. एनआईए ने उत्तर भारतीय जेलों से खूंखार गैंगस्टरों को अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में स्थानांतरित करने के संबंध में गृह मंत्रालय को पत्र लिखा है.

सूत्रों के मुताबिक पत्र में दिल्ली की तिहाड़ जेल से 10-12 कुख्यात अपराधियों को स्थानांतरित करने का जिक्र किया गया है, जो हाल ही में अपने परिसर के अंदर एक अपराधी की निर्मम हत्या के लिए सुर्खियों में आए थे. लिस्ट में पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या का आरोपी लॉरेंस बिश्नोई भी है. जांच एजेंसी ने कहा कि उत्तर भारतीय जेलों के अंदर से गिरोह चलाए जा रहे हैं.

Lawrence Bishnoi
गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई

NIA ने दूसरी बार लिखा पत्र : इस मुद्दे पर गृह मंत्रालय को एनआईए का यह दूसरा पत्र है. जांच एजेंसी ने कुछ महीने पहले मंत्रालय को पत्र लिखकर अनुरोध किया था कि पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या के आरोपी लॉरेंस बिश्नोई समेत 25 कुख्यात अपराधियों को दक्षिण भारतीय जेलों में स्थानांतरित किया जाए.

अंडमान और निकोबार द्वीप समूह ही क्यों? : आम तौर पर जब एक राज्य से दूसरे राज्य में कैदियों को शिफ्ट किया जाता है तो दोनों सरकारों के बीच लंबी प्रक्रिया चलती है. दोनों राज्यों की सहमति से ही अपराधियों को शिफ्ट किया जाता है. चूंकि अंडमान और निकोबार द्वीप समूह एक केंद्र-प्रशासित क्षेत्र है, इसलिए अन्य राज्यों में आवश्यकतानुसार किसी अनुमति की आवश्यकता नहीं होगी.

तिहाड़ जेल में गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया की हुई थी हत्या : दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया की हत्या के बाद जेल प्रशासन ने मंत्रालय को पत्र लिखकर अनुरोध किया था कि खतरनाक गैंगस्टरों को दूसरे राज्यों की जेलों में स्थानांतरित किया जाए.

Tejpuria was murdered in Tihar Jail
तिहाड़ जेल में हुई थी तेजपुरिया की हत्या

जेल में हो रहीं हत्या : ऐसा पहली बार नहीं था जब तिहाड़ में किसी अपराधी की हत्या हुई हो. जेल रिकॉर्ड से पता चलता है कि गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया की हत्या से पहले, 2020 से तिहाड़ में विभिन्न गिरोहों के साथ काम करने वाले कम से कम तीन अन्य कैदियों की उनके प्रतिद्वंद्वियों द्वारा हत्या कर दी गई थी.

Gangster Tillu Tajpuria
गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया जिसकी तिहाड़ जेल में हत्या हुई थी

30 नवंबर, 2020 को, नीरज बवाना गिरोह के एक सहयोगी की प्रतिद्वंद्वी गिरोह के चार सहयोगियों ने कथित तौर पर चाकू मारकर हत्या कर दी थी. दो साल बाद 22 अगस्त को इरफान छेनू गिरोह के एक सदस्य की उसके प्रतिद्वंद्वियों ने कथित तौर पर पीट-पीट कर हत्या कर दी. इस साल 14 अप्रैल को गैंगस्टर प्रिंस तेवतिया की उसके दोस्त से दुश्मन बने अताउर रहमान उर्फ ​​अटवा और विनय शर्मा ने लड़ाई के बाद हत्या कर दी थी. कथित हत्यारे रोहित चौधरी गिरोह के सदस्य थे.

तिहाड़ जेल प्रशासन का तर्क है कि उसके अधीन 16 जेल हैं, जिनकी क्षमता महज 10,000 है, जबकि वहां 20,000 से ज्यादा अपराधी बंद हैं. जेल अधिकारियों ने कहा कि उनमें से कुछ कुख्यात हैं, जिससे कानून-व्यवस्था को लेकर चिंताएं पैदा हो रही हैं.

वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के मुताबिक नीरज बवाना, मंजीत महल, काला जथेरी और नीटू दाबोदिया से लेकर इरफान छेनू और हाशिम बाबा तक कई शातिर अपराधी तिहाड़ में बंद हैं. उनके गिरोह के कई सदस्य भी उनके साथ बंद हैं. वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने कहा कि दिल्ली की तीन जेलों - तिहाड़, मंडोली और रोहिणी - में लगभग 160 अलग-अलग गिरोहों के सदस्य हैं, इसलिए जेल सुरक्षा की दृष्टि से एक अस्थिर जगह बन गई है.

हत्या के बाद तिहाड़ जेल में कई कदम उठाए गए : गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया की हत्या के बाद तिहाड़ जेल ने 2,000 से अधिक एग्जॉस्ट पंखों को प्लास्टिक वाले पंखों से बदल दिया है और अंधेरे स्थानों पर लाइटें लगाई हैं. ताजपुरिया की कथित तौर पर गोगी गिरोह के चार सदस्यों ने 'खुद के बनाए हथियारों' से हत्या कर दी थी. ताजपुरिया पर 92 बार वार किया गया था.

पुलिस के मुताबिक जेल की पहली मंजिल पर बंद चार हमलावरों ने लोहे की ग्रिल काट दी और नीचे उतरने के लिए बेडशीट का इस्तेमाल किया था. हत्या का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया था. इससे पहले एक और गैंगस्टर प्रिंस तेवतिया की भी तिहाड़ जेल के अंदर हत्या कर दी गई थी.

  • NIA, ALONG WITH PUNJAB, HARYANA & CHANDIGARH POLICE, TO ESTABLISH AN INSTITUTIONALISED MECHANISM TO COLLECTIVELY COMBAT ORGANISED CRIME & CRIMINALS pic.twitter.com/D7wRpX3fgn

    — NIA India (@NIA_India) June 30, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

एनआईए ने जारी की थी मोस्ट वांटेड गैंगस्टरों की लिस्ट : गौरतलब है कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने उत्तरी क्षेत्र में संगठित आपराधिक गिरोहों और विदेशों में सक्रिय आतंकवादी समूहों के बीच सांठगांठ को खत्म करने के लिए पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ के पुलिस बलों के साथ मिलकर काम शुरू किया है. शुक्रवार को एनआईए के महानिदेशक दिनकर गुप्ता की अध्यक्षता में पंचकूला में उच्च स्तरीय अंतरराज्यीय समन्वय बैठक हुई थी. एनआईए तीन पुलिस बलों के प्रतिनिधियों के साथ यूटी चंडीगढ़ सहित देश के उत्तरी भाग में सक्रिय विभिन्न आपराधिक सिंडिकेट के नेटवर्क की सूची बनाएगी. एनआईए ने बीते दिनों पंजाब और हरियाणा के मोस्ट वांटेड गैंगस्टरों की सूची जारी की थी.

ये दो मामले भी हैं चर्चा में

गैंगस्टर गौल्डी बरार ने दी थी सलमान को धमकी : अभी हाल ही में कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई से जुड़े गैंगस्टर गोल्डी बरार ने एक इंटरव्यू के दौरान बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान को जान से मारने की धमकी दी थी. इससे पहले लॉरेंस बिश्नोई गैंग की ओर से मिली धमकियों के बाद सलमान की सुरक्षा बढ़ा दी गई थी. सलमान के पिता सलीम खान को भी धमकी मिली थी, जिसके बाद पुलिस ने बिश्नोई से पूछताछ की थी जो फिलहाल एनआईए की हिरासत में है.

हनी सिंह को भी मिली धमकी : पंजाबी रैपर यो यो हनी सिंह को हाल ही में गोल्डी बरार और लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जान से मारने की धमकी मिली है. हनी सिंह ने कथित तौर पर उनसे पैसे ऐंठने के प्रयास में दी गई धमकियों के संबंध में स्पेशल सेल में शिकायत दर्ज कराई है. कुल मिलाकर एनआईए के पत्र को गृह मंत्रालय की मंजूरी मिली तो शातिर अपराधियों को अंडमान शिफ्ट किया जाएगा.

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Last Updated : Jul 2, 2023, 5:21 PM IST
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