नई दिल्ली : राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने भारत की संप्रभुता, अखंडता और सुरक्षा को खतरे में डालने के इरादे से जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने की साजिश में संलिप्त होने के आरोप में गुरुवार को लश्कर-ए-मुस्तफा (एलईएम) के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी.
प्रमुख जांच एजेंसी के अधिकारी ने कहा कि मोहम्मद अरमान अली (20) और मोहम्मद एहसानुल्लाह (23) सह-साजिशकर्ता थे. दोनों बिहार के सारण के निवासी हैं और बिहार से मोहाली और अंबाला में अवैध हथियारों और गोला-बारूद की दो अलग-अलग खेपों के परिवहन में शामिल थे.
उन्होंने बताया कि अरमान अली को बिहार में गिरफ्तार किया गया और मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) सारण, बिहार के सामने पेश किया गया. उसे एनआईए विशेष अदालत, जम्मू के समक्ष पेश करने के लिए ट्रांजिट रिमांड पर लिया गया है, जबकि एहसानुल्ला को जम्मू से गिरफ्तार किया गया है.
अधिकारी ने बताया कि हथियारों को बाद में जम्मू-कश्मीर में एलईएम के स्व-घोषित प्रमुख कमांडर हिदायत उल्लाह मलिक के पास ले जाया गया.
जम्मू में फरवरी में दर्ज किया गया मामला, एलईएम के सदस्यों द्वारा रची गई साजिश से संबंधित है, जो पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (जेएम) की एक शाखा है.
अधिकारी ने बताया कि मामले में आगे की जांच जारी है.
(पीटीआई-भाषा)