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असम में ऑनलाइन ऐप-गेमिंग फ्रॉड को लेकर लोगों को जागरूक करेगा NHRCCB - ऑनलाइन ऐप गेमिंग फ्रॉड

एनएचआरसीसीबी असम (NHRCCB Assam) के द्वारा लोगों को ऑनलाइन ऐप के खेलों से होने वाले फ्रॉड से बचाने के लिए जागरूक किया जाएगा. इस बारे में एनएचआरसीसीबी के प्रदेश अध्यक्ष निशांत थर्ड ने कहा कि इन ऐप से किसी का विकास नहीं होगा बल्कि युवाओं को नुकसान होगा.

online apps gaming fraud
ऑनलाइन ऐप गेमिंग फ्रॉड
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Published : Mar 20, 2023, 7:54 PM IST

तेजपुर (असम) : सोशल मीडिया के अलावा मोबाइल गेम शो और टीवी पर खेलों के विभिन्न विज्ञापन की वजह से कई लोग इसके प्रलोभन में फंस जाते हैं. इस संबंध में राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं अपराध नियंत्रण ब्यूरो, असम के प्रदेश अध्यक्ष निशांत थर्ड ने कहा कि ये एप्लिकेशन किसी के विकास के लिए नहीं हैं बल्कि युवा समाज को विघटन की तरफ ले जा रहे हैं. उन्होंने इसे चिंता का विषय बताते हुए कहा कि इसे दुष्प्रभाव या व्यापक चर्चा नहीं किए जाने से लोगों का इस मुद्दे पर ध्यान नहीं जाता है. उन्होंने कहा कि युवाओं को इस प्रवृत्ति से बचाने के लिए जन जागरूकता की जरूरत है, इसको देखते हुए संगठन राज्य, जिला और ब्लॉक स्तर पर जागरूकता अभियान चलाएगा.

निशांत ने कहा कि हालांकि देश की अर्थव्यवस्था में शराब का योगदान है, लेकिन शराब के दुष्प्रभाव को नकारा नहीं जा सकता है. इसके बाद भी इसके खिलाफ में कोई आवाज नहीं उठाई जाती है. इतना ही नहीं विभिन्न मीडिया माध्यमों के जरिये उपभोक्ताओं के बीच में सिगरेट, तंबाकू, गुटखा के पैकेटों पर एक तरफ कानूनी चेतावनी दी जाती है वहीं दूसरी तरफ इनकी बिक्री के लिए विज्ञापन दिखाए जाते हैं. उन्होंने कहा कि ऐसे में लोगों को सोचना होगा कि हम किस ओर जा रहे हैं. साथ ही लोन या नौकरी से जुड़े सभी मामलों पर भी यही व्यवस्था लागू होती है. वहीं ऑनलाइन माध्यम से जहां ग्राहकों को ऋण वितरित किया जाता है वहीं सभी जानकारी भी मोबाइल पर ही ली जाती हैं. इसी वजह से कई बार ग्राहकों को स्वीकृत धनराशि प्राप्त नहीं होती है और उन्हें कम समय के अंदर कई गुना अधिक ब्याज के साथ ऋण चुकाना पड़ता है, अन्यथा उन्हें खराब स्थितियों का सामना करना पड़ता है.

बता दें कि इसी तरह नौकरी से जुड़े कई फ्रॉड के ऐप बढ़ रहे हैं. हाल ही में नौकरी के बहाने शिक्षित बेरोजगारों को गुमराह किए जाने की खबरें सामने आती हैं. इसी तरह ऑनलाइन गेम में पैसे का इस्तेमाल किया जाता है. इस वजह से जुए जैसे इस खेल को बुरा मानने के बावजूद युवा इसकी चपेट में आ जा रहे हैं. विभिन्न मामलों पर निशांत थर्ड ने कहा कि इन मुद्दों को बहुत गंभीरता से लिया जाएगा और जल्द ही कार्रवाई की जाएगी. वहीं संगठन के राज्य मीडिया पदाधिकारी ने अपने बयान में कहा है कि युवाओं को गुमराह करने वाली इस प्रथा को रोकने में संगठन सक्रिय भूमिका निभाएगा. अध्यक्ष थर्ड ने कहा कि असम के अलावा भारत के अन्य राज्यों में एनएचआरसीसीबी के अधिकारियों को भी इस संबंध में कार्रवाई करने के लिए कहा जाएगा.

ये भी पढ़ें - Tiktok Ban: यूके और यूएस के बाद, न्यूजीलैंड में भी लगेगी टिक टॉक ऐप पर पाबंदी, जानें क्यों

तेजपुर (असम) : सोशल मीडिया के अलावा मोबाइल गेम शो और टीवी पर खेलों के विभिन्न विज्ञापन की वजह से कई लोग इसके प्रलोभन में फंस जाते हैं. इस संबंध में राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं अपराध नियंत्रण ब्यूरो, असम के प्रदेश अध्यक्ष निशांत थर्ड ने कहा कि ये एप्लिकेशन किसी के विकास के लिए नहीं हैं बल्कि युवा समाज को विघटन की तरफ ले जा रहे हैं. उन्होंने इसे चिंता का विषय बताते हुए कहा कि इसे दुष्प्रभाव या व्यापक चर्चा नहीं किए जाने से लोगों का इस मुद्दे पर ध्यान नहीं जाता है. उन्होंने कहा कि युवाओं को इस प्रवृत्ति से बचाने के लिए जन जागरूकता की जरूरत है, इसको देखते हुए संगठन राज्य, जिला और ब्लॉक स्तर पर जागरूकता अभियान चलाएगा.

निशांत ने कहा कि हालांकि देश की अर्थव्यवस्था में शराब का योगदान है, लेकिन शराब के दुष्प्रभाव को नकारा नहीं जा सकता है. इसके बाद भी इसके खिलाफ में कोई आवाज नहीं उठाई जाती है. इतना ही नहीं विभिन्न मीडिया माध्यमों के जरिये उपभोक्ताओं के बीच में सिगरेट, तंबाकू, गुटखा के पैकेटों पर एक तरफ कानूनी चेतावनी दी जाती है वहीं दूसरी तरफ इनकी बिक्री के लिए विज्ञापन दिखाए जाते हैं. उन्होंने कहा कि ऐसे में लोगों को सोचना होगा कि हम किस ओर जा रहे हैं. साथ ही लोन या नौकरी से जुड़े सभी मामलों पर भी यही व्यवस्था लागू होती है. वहीं ऑनलाइन माध्यम से जहां ग्राहकों को ऋण वितरित किया जाता है वहीं सभी जानकारी भी मोबाइल पर ही ली जाती हैं. इसी वजह से कई बार ग्राहकों को स्वीकृत धनराशि प्राप्त नहीं होती है और उन्हें कम समय के अंदर कई गुना अधिक ब्याज के साथ ऋण चुकाना पड़ता है, अन्यथा उन्हें खराब स्थितियों का सामना करना पड़ता है.

बता दें कि इसी तरह नौकरी से जुड़े कई फ्रॉड के ऐप बढ़ रहे हैं. हाल ही में नौकरी के बहाने शिक्षित बेरोजगारों को गुमराह किए जाने की खबरें सामने आती हैं. इसी तरह ऑनलाइन गेम में पैसे का इस्तेमाल किया जाता है. इस वजह से जुए जैसे इस खेल को बुरा मानने के बावजूद युवा इसकी चपेट में आ जा रहे हैं. विभिन्न मामलों पर निशांत थर्ड ने कहा कि इन मुद्दों को बहुत गंभीरता से लिया जाएगा और जल्द ही कार्रवाई की जाएगी. वहीं संगठन के राज्य मीडिया पदाधिकारी ने अपने बयान में कहा है कि युवाओं को गुमराह करने वाली इस प्रथा को रोकने में संगठन सक्रिय भूमिका निभाएगा. अध्यक्ष थर्ड ने कहा कि असम के अलावा भारत के अन्य राज्यों में एनएचआरसीसीबी के अधिकारियों को भी इस संबंध में कार्रवाई करने के लिए कहा जाएगा.

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