नई दिल्ली: यूपी के ललितपुर मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने उत्तर प्रदेश सरकार, प्रदेश के मुख्य सचिव व पुलिस महानिदेशक को नोटिस जारी कर चार सप्ताह में जवाब मांगा है. ललितपुर में सामूहिक दुष्कर्म का शिकार हुई एक किशोरी के साथ पाली के थानाध्यक्ष ने थाना परिसर में बने अपने कमरे में ले जाकर दुष्कर्म किया. किशोरी को बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया गया था.
एसओ के कहने पर किशोरी की मौसी ही उसे थाने में लेकर पहुंची थी. चाइल्ड लाइन में काउंसलिंग के बाद घटना का खुलासा हुआ. एसपी ने थानाध्यक्ष को निलंबित कर दिया है. एसओ समेत चार युवकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. इस मामले में किशोरी से दुष्कर्म का आरोपी तिलकधारी सरोज गिरफ्तार कर लिया गया है.