नई दिल्ली : गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करने के लिए कार्य कर रही समाजसेवी संस्था 'प्रथम' को शनिवार को साल 2021 के लिए 'इंदिरा गांधी शांति, निरस्त्रीकरण और विकास पुरस्कार' प्रदान किया गया (NGO pratham honored indira gandhi peace prize).
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Delhi | Indira Gandhi had unwavering support for self-reliance in all fields, especially science & technology. She had a firm belief in education as an instrument of social emancipation & empowerment: Former Congress President Sonia Gandhi at the Indira Gandhi Prize ceremony pic.twitter.com/EetOPH5LTE
— ANI (@ANI) November 19, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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— ANI (@ANI) November 19, 2022
पूर्व उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी ने यहां एक कार्यक्रम में 'प्रथम' की मुख्य कार्यपालक अधिकारी रुकमिणी बनर्जी को यह पुरस्कार प्रदान किया. इस मौके पर कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पुरस्कार के लिए 'प्रथम' को बधाई दी और देश के विकास में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के योगदान को याद किया. समारोह में पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि 'इंदिरा गांधी को सभी क्षेत्रों, विशेषकर विज्ञान और प्रौद्योगिकी में आत्मनिर्भरता के लिए अटूट समर्थन प्राप्त था. सामाजिक मुक्ति और सशक्तिकरण के साधन के रूप में शिक्षा में उनका दृढ़ विश्वास था.'
हामिद अंसारी ने 'प्रथम' को बधाई देते हुए उस कार्यों का उल्लेख किया. 'इंदिरा गांधी स्मारक न्यास' के मुताबिक, पूर्व प्रधान न्यायाधीश टीएस ठाकुर की अध्यक्षता वाले निर्णायक मंडल ने 'प्रथम' को इस पुरस्कार के लिए चुना. न्यास ने कहा कि भारत और दुनिया भर में कमजोर तबकों के बच्चों के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मुहैया करने के प्रति समर्पित होने के लिए इस संस्था को यह पुरस्कार दिया जा रहा है.
'इंदिरा गांधी स्मारक न्यास' द्वारा 'इंदिरा गांधी शांति, निरस्त्रीकरण और विकास पुरस्कार' प्रति वर्ष विश्व के किसी ऐसे व्यक्ति या संस्था को प्रदान किया जाता है जिसने समाज सेवा, निरस्त्रीकरण या विकास के कार्य में महत्वपूर्ण योगदान दिया हो. इस पुरस्कार के अंतर्गत 25 लाख रुपये नकद और प्रशस्तिपत्र प्रदान किया जाता है.
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(पीटीआई-भाषा)