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बीएमटीसी ने बदले ड्यूटी के नियम, महिला कंडक्टरों को मिलेगी प्राथमिकता - कोविड-19 महामारी

बेंगलुरु महानगर परिवहन निगम (बीएमटीसी) के शिफ्ट में बदलाव किया गया है, इसमें महिला कंडक्टरों को सुविधा दी गई है. जैसे गर्भवती महिला कंडक्टर या ऐसी महिला कंडक्टर जिनके छोटे बच्चे हैं, उनको मार्ग आवंटित करते समय विशेष प्राथमिकता दी जाएगी.

बेंगलूरु महानगर परिवहन निगम के नए नियम
बेंगलूरु महानगर परिवहन निगम के नए नियम
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Published : Feb 13, 2021, 10:05 PM IST

बेंगलुरु : कोविड-19 महामारी के कारण कर्नाटक के साथ देशभर में परिवहन सेवाएं बंद थीं, लेकिन बेंगलुरु में बीएमटीसी लगातार परिवाहन सेवाएं दे रही थी. इस दौरान BMTC ने बसों के कर्मचारियों के लिए शिफ्ट आधारित कार्य प्रणाली को हटा दिया था जिसमें दिन, दोपहर और रात की शिफ्ट शामिल हैं.

जिसके बाद ओवरटाइम ड्यूटी के कारण कंडक्टरों और ड्राइवरों ने इसका विरोध किया. महिला कंडक्टरों ने बताया कि लगभग 1500 महिला कंडक्टर बीएमटीसी में काम कर रही हैं, वे शिफ्ट के कारण परेशान हैं.

शिफ्ट के कारण परेशानी

  • 14 घंटे की ड्यूटी के कारण नाश्ते-दोपहर के भोजन का समय नहीं मिलता है.
  • रेस्ट रूम की कोई सुविधा नहीं है.
  • ओवर-ड्यूटी कंडक्टरों के तनाव के कारण.
  • कंडक्टरों का पूरा दिन बस में निकल जाता था और आराम के लिए समय नहीं मिलता है.

बीएमटीसी के नए नियम क्या हैं :

  • मार्गों को आवंटित करते समय महिला कंडक्टरों को पहली प्राथमिकता दी जाएगी.
  • गर्भवती महिला कंडक्टर या ऐसी महिला कंडक्टर जिनके छोटे बच्चे हैं, उनको मार्ग आवंटित करते समय विशेष प्राथमिकता दी जाएगी.
  • रात की शिफ्ट उन लोगों को आवंटित की जाएगी, जो चाहते हैं.

कोविड-19 महामारी के कारण BMTC ने अपनी 50 प्रतिशत बसें बंद कर दी हैं, सिर्फ 50 प्रतिशत बसें शहर में चल रही हैं. अगर महिलाएं कंडक्टर रात की शिफ्ट में रहने चाहती हैं तो BMTC महिला कंडक्टर से स्वीकृति पत्र लेगा.

बेंगलुरु : कोविड-19 महामारी के कारण कर्नाटक के साथ देशभर में परिवहन सेवाएं बंद थीं, लेकिन बेंगलुरु में बीएमटीसी लगातार परिवाहन सेवाएं दे रही थी. इस दौरान BMTC ने बसों के कर्मचारियों के लिए शिफ्ट आधारित कार्य प्रणाली को हटा दिया था जिसमें दिन, दोपहर और रात की शिफ्ट शामिल हैं.

जिसके बाद ओवरटाइम ड्यूटी के कारण कंडक्टरों और ड्राइवरों ने इसका विरोध किया. महिला कंडक्टरों ने बताया कि लगभग 1500 महिला कंडक्टर बीएमटीसी में काम कर रही हैं, वे शिफ्ट के कारण परेशान हैं.

शिफ्ट के कारण परेशानी

  • 14 घंटे की ड्यूटी के कारण नाश्ते-दोपहर के भोजन का समय नहीं मिलता है.
  • रेस्ट रूम की कोई सुविधा नहीं है.
  • ओवर-ड्यूटी कंडक्टरों के तनाव के कारण.
  • कंडक्टरों का पूरा दिन बस में निकल जाता था और आराम के लिए समय नहीं मिलता है.

बीएमटीसी के नए नियम क्या हैं :

  • मार्गों को आवंटित करते समय महिला कंडक्टरों को पहली प्राथमिकता दी जाएगी.
  • गर्भवती महिला कंडक्टर या ऐसी महिला कंडक्टर जिनके छोटे बच्चे हैं, उनको मार्ग आवंटित करते समय विशेष प्राथमिकता दी जाएगी.
  • रात की शिफ्ट उन लोगों को आवंटित की जाएगी, जो चाहते हैं.

कोविड-19 महामारी के कारण BMTC ने अपनी 50 प्रतिशत बसें बंद कर दी हैं, सिर्फ 50 प्रतिशत बसें शहर में चल रही हैं. अगर महिलाएं कंडक्टर रात की शिफ्ट में रहने चाहती हैं तो BMTC महिला कंडक्टर से स्वीकृति पत्र लेगा.

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