कोटा. देश की सबसे बड़ी मेडिकल प्रवेश परीक्षा- राष्ट्रीय सह पात्रता परीक्षा (NEET UG 2023) में अनुसूचित जाति और जनजाति के सर्टिफिकेट को लेकर स्टूडेंट्स में असमंजस बढ़ गया था. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने इंफॉर्मेशन ब्रोशर में एससी एसटी सर्टिफिकेट की जारी तिथि को लेकर त्रुटि कर दी थी. इसमें एससी एसटी कैटेगरी में 1 अप्रैल 2022 के बाद जारी होने वाले सर्टिफिकेट को ही अनुमति देने की सूचना दी थी.
त्रुटिपूर्ण सूचना ने ही परीक्षा में शामिल होने वाले करीब 4 लाख रिजर्व कैटेगरी के स्टूडेंट्स को परेशान कर दिया था. दरअसल, अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति का सर्टिफिकेट एक बार ही बनता है. उसका उपयोग जीवन भर किया जाता है. सभी विद्यार्थी नया सर्टिफिकेट नहीं बन पाने के कारण परेशान हो रहे थे.
कटऑफ डेट ने बढ़ाई फिक्र
कोटा के एजुकेशन एक्सपर्ट देश शर्मा ने बताया कि एनटीए, ने एससी एसटी सर्टिफिकेट को लेकर संशोधन आदेश जारी किया है. इसके बाद आरक्षित वर्ग के विद्यार्थियों को बड़ी राहत मिली है. इनफॉरमेशन ब्रोशर में भूलवश एससी एसटी सर्टिफिकेट के लिए भी कटऑफ डेट जारी कर दी गई थी.
क्या छपा था?
एससी-एसटी सर्टिफिकेट उपलब्ध नहीं होने की स्थिति में ऑनलाइन आवेदन के साथ अपलोड किए जाने वाले डिक्लेरेशन फॉर्म में भूलवश यह छप गया था कि विद्यार्थी 1 अप्रैल 2022 व उसके बाद का एससी-एसटी सर्टिफिकेट तय समय सीमा में आवश्यकता पड़ने पर उपलब्ध करा दें. देव शर्मा ने बताया कि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने इसी भूल को संशोधित कर दिया है. संशोधित डिक्लेरेशन फॉर्म विद्यार्थियों को उपलब्ध करा दिया गया है. आरक्षित वर्ग के विद्यार्थी अब संशोधन डिक्लेरेशन फॉर्म की सहायता से ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं.
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6 मार्च से ऑनलाइन आवेदन
आपको बता दें कि 6 मार्च से नीट यूजी 2023 के ऑनलाइन आवेदन शुरू हुए थे. जिसके बाद करीब 5 लाख 50 हजार आवेदन ऑनलाइन हो चुके हैं. बीते साल 2.68 लाख विद्यार्थी एससी व 1.13 लाख एसटी के स्टूडेंट ने आवेदन किया था.