नई दिल्ली : राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार (NCP supremo Sharad Pawar) ने अगले लोकसभा चुनाव के लिए विपक्षी एकजुटता के प्रयासों के बीच गुरुवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे (Congress president Mallikarjun Kharge) और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की. माना जा रहा है कि खरगे के आवास पर हुई इस बैठक में विपक्षी एकजुटता को व्यापक और मजबूत बनाने पर चर्चा हुई है. बैठक में कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल भी मौजूद थे.
बैठक के बाद मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि देश और लोकतंत्र को बचाने के लिए और संविधान को सुरक्षित रखने के लिए, रोजगार और महंगाई जैसे मुद्दों के लिए हम एक होकर लड़ने के लिए तैयार हो गए हैं और एक-एक करके हम सबसे बात करेंगे. उन्होंने कहा कि मैं चाहता हूं कि हम मिलकर देश के हित में काम करें और यही विचार पवार साहब का भी है. वहीं राहुल गांधी ने कहा कि मल्लिकार्जुन खड़गे और शरद पवार जी ने कहा है कि विपक्ष को एक करने की एक प्रक्रिया चालू हुई है...हम सब पार्टियां इस प्रक्रिया के लिए प्रतिबद्ध हैं.
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#WATCH मल्लिकार्जुन खड़गे और शरद पवार जी ने कहा है कि विपक्ष को एक करने की एक प्रक्रिया चालू हुई है...हम सब पार्टियां इस प्रक्रिया के लिए प्रतिबद्ध हैं: कांग्रेस नेता राहुल गांधी, दिल्ली pic.twitter.com/cMV8TNBIyX
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राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण यह बैठक उस समय हुई है जब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पिछले कुछ दिनों से दिल्ली में विपक्षी नेताओं से मुलाकात कर सबको एक मंच पर लाने का प्रयास कर रहे हैं. यह मुलाकात इस संदर्भ में भी महत्वपूर्ण है कि हाल ही में शरद पवार ने अडाणी मामले पर कांग्रेस से अलग रुख जाहिर किया था. पूर्व केंद्रीय मंत्री पवार ने पिछले दिनों कहा था कि अडाणी मामले में संयुक्त संसदीय समिति का गठन किया जाता है तो केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के संसद में संख्याबल को देखते हुए उसमें (समिति में) उसका बहुमत होगा और इससे इस तरह की जांच के परिणाम पर संदेह उत्पन्न होगा.
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#WATCH देश और लोकतंत्र को बचाने के लिए और संविधान को सुरक्षित रखने के लिए, रोजगार और महंगाई जैसे मुद्दों के लिए हम एक होकर लड़ने के लिए तैयार हो गए हैं और एक-एक करके हम सबसे बात करेंगे। मैं चाहता हूं कि हम मिलकर देश के हित में काम करें और यही विचार पवार साहब का भी है: कांग्रेस के… pic.twitter.com/hnvSky4pjV
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हालांकि, गत अप्रैल को उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी अडाणी समूह के खिलाफ आरोपों की जेपीसी से जांच कराने की भाजपा विरोधी पार्टियों की मांग से हालांकि सहमत नहीं है, लेकिन वह विपक्षी दलों की एकता की खातिर उनके रुख के खिलाफ नहीं जाएगी. जनता दल (यूनाइटेड) के शीर्ष नेता नीतीश कुमार ने बुधवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल से मुलाकात की थी. इन बैठकों में यह तय किया गया कि अधिक से अधिक विपक्षी दलों को एक मंच पर लाने के साथ साथ देश के लिए विपक्ष का दृष्टिकोण सामने रखा जाएगा.
नीतीश ने गुरुवार को मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव सीताराम येचुरी से मुलाकात की. इन बैठकों से कुछ दिनों पहले ही, खड़गे ने नीतीश कुमार, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन और शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे से फोन पर बात की थी. नीतीश कुमार अतीत में कई बार कांग्रेस सहित सभी विपक्षी दलों को 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को हराने के लिए हाथ मिलाने की सलाह दे चुके हैं. इसी साल फरवरी में कुमार ने इस बात पर जोर दिया था कि यदि कांग्रेस सहित सभी विपक्षी दल 2024 का लोकसभा चुनाव एकजुट होकर लड़ते हैं, तो भाजपा 100 से कम सीटों पर सिमट जाएगी.
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(पीटीआई-भाषा)