गिरिडीह: प्रतिरोध दिवस के दूसरे दिन भी नक्सलियों ने गिरिडीह में उपद्रव मचाया. भाकपा माओवादियों ने लगातार दूसरे दिन शनिवार को गिरिडीह में ब्लास्ट किया. इस बार देर रात बरागढहा गांव में बराकर नदी पर बने पुल को विस्फोट कर उड़ा दिया. बताया जाता है कि शनिवार देर रात लगभग ढाई बजे नक्सलियों का दस्ता मुफस्सिल थाना इलाके के बरागढहा गांव में पहुंचा और विस्फोट कर बराकर नदी पर बने पुल को क्षतिग्रस्त कर दिया. इस घटना की जानकारी के बाद रविवार सुबह पुलिस की टीम गांव की तरफ रवाना हुई है.
भाकपा माओवादी नेता प्रशांत बोस की गिरफ्तारी के विरोध में नक्सली संगठन 21 जनवरी से प्रतिरोध सप्ताह मना रहा है. इसको लेकर संगठन संपत्तियों को नुकसान पहुंचाकर लोगों में दहशत पैदा करने की कोशिश कर रहा है. इसी कड़ी में प्रतिरोध दिवस के दूसरे दिन शनिवार रात नक्सलियों ने बराकर नदी पर बने पुल के एक हिस्से को विस्फोट कर उड़ाया दिया. इससे एक दिन पहले माओवादियों ने दो मोबाइल टॉवर उड़ा दिए थे.
दूर तक सुनाई दी धमाके की आवाजः स्थानीय लोगों का कहना है विस्फोट में इतने जोर का धमाका हुआ कि उसकी गूंज आसपास के कई गांवों में सुनाई दी. इस घटना के बाद लोग दहशत में हैं. मामले की सूचना मुफस्सिल थाना प्रभारी विनय राम को मिली तो उन्होंने घटना की जानकारी एसपी अमित रेणू को दी गई है. पुलिस की टीम ने इलाके में सर्च अभियान भी शुरू कर दिया है.
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शुक्रवार को उड़ाया था मोबाइल टॉवरः यहां बता दें कि प्रशांत और उसकी पत्नी शीला की गिरफ्तारी के विरोध में 21 जनवरी से 26 जनवरी तक नक्सली प्रतिरोध सप्ताह मना रहे हैं. वहीं 27 जनवरी को बिहार-झारखंड बंद की घोषणा नक्सलियों ने कर रखी है. प्रितिरोध दिवस के पहले दिन जहां नक्सलियों ने मधुबन व खुखरा में मोबाइल टावर उड़ा दिया था वहीं दूसरे दिन पुल के हिस्से को उड़ा दिया.