बस्तर: बस्तर संभाग में साल 2021 में हुए अपराध, कानून व्यवस्था की स्थिति, नक्सल विरोधी अभियान सहित अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर बस्तर आईजी सुन्दराज पी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की और सालभर का आंकड़ा भी जारी किया. आंकड़ों के मुताबिक साल 2020 के मुकाबले 2021 में नक्सलियों का आतंक बस्तर में कम हुआ है. 2021 में कई नक्सलियों ने लोन वर्राटू अभियान के तहत आत्मसमर्पण भी (Naxalite battered by Lone Varratu campaign in Bastar) किया है. कुल 550 नक्सलियों ने बीते साल सरेंडर किया है.
बस्तर में लाल आतंक को लगा झटका
बस्तर आईजी सुंदर राज पी ने प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि साल 2021 में नक्सल विरोधी अभियान के साथ-साथ विकास कार्यों को लेकर 14 नवीन सुरक्षा कैंप संभाग में स्थापित किया गया है.
- बस्तर संभाग के अंतर्गत नक्सली हिंसा संबंधी अपराधों में 28 फीसदी की कमी आई है.
- साल 2021 में पुलिस और नक्सलियों के बीच 74 मुठभेड़ हुई. जिनमें 51 नक्सली मारे गए हैं. तो वहीं 46 सुरक्षाबल के जवान शहीद हुए हैं.
- 2021 में 550 नक्सलियों ने सरेंडर किया है.
- 487 नक्सलियों को सुरक्षाबल के जवानों ने गिरफ्तार किया है.
- नक्सलियों के कब्जे से 77 हथियार बरामद किए गए हैं.
- 169 आईईडी पुलिस ने नक्सलियों के कब्जे से बरामद किया है.
- 2021 में नक्सलियों ने मुखबिरी का आरोप लगाते हुए 34 आम नागरिकों को मौत के घाट उतारा
- वर्ष 2021 में कुल 226 नक्सल अपराध बस्तर संभाग में दर्ज किए गए.
यह भी पढ़ेंः Naxalite in Bastar Bijapur: नक्सलियों ने लगाया पुलिस पर षड्यंत्र का आरोप, प्रेस रिलीज में कहा-कोई गैंगवार नहीं
नक्सल गतिविधियों पर हुई सख्त कार्रवाई
बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने बताया कि छत्तीसगढ़ शासन की त्रिवेणी कार्य योजना विश्वास, विकास और सुरक्षा के अनुरूप बस्तर क्षेत्र में तैनात छत्तीसगढ़ पुलिस बल, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल, सीमा सुरक्षा बल, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस एवं सशस्त्र सुरक्षा बल द्वारा बेहतरीन कार्य किया गया. आगामी दिनों में इस कार्य योजना को और बेहतर तरीके से क्रियान्वयन करते हुए क्षेत्र में शांति व्यवस्था स्थापित करने के साथ ही विकास कार्यों को गति दिया गया.
680 किलोमीटर सड़क निर्माण का कार्य पूरा
बस्तर आईजी सुंदर राज पी ने बताया कि बस्तर संभाग के अंतर्गत कोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र में लगभग 680 किलोमीटर सड़क का कार्य भी पूर्ण कर लिया गया है. इसके साथ ही पल्ली-बारसूर सड़क का भी कार्य प्रगति पर है. चिंतागुफा-भेजी मार्ग को भी लगभग पुनः प्रारंभ किए जाने को लेकर नवीन सुरक्षा कैंप स्थापित किया गया है. इसके अलावा इंद्रावती नदी के ऊपर चार महत्वपूर्ण पुल का निर्माण कार्य प्रगति पर है. दंतेवाड़ा के छिंदनार पुल के निर्माण का कार्य भी पूरा हो चुका है.