कांकेर: पुलिस की ओर से चलाए जा रहे आपरेशन से बौखलाए नक्सली अपने वजूद को बचाए रखने के लिए छिटपुट घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं. ऐसी ही एक घटना में बुधवार को एक ग्रामीण की मौत हो गई, जबकि एक घायल हो गया है. दरअसल, नक्सलियों ने एक इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) लगा रखा था, जिसमें धमाका होने से ग्रामीण की मौके पर ही मौत हो गई. मृतक की उम्र 27 साल बताई जा रही है.
धमाके की चपेट में आए थे दो लोग: कांकेर पुलिस अधीक्षक शलभ सिन्हा ने बताया कि "प्रारंभिक जानकारी के अनुसार घटना कोरर थाना क्षेत्र के भैंसगांव के पास सुबह हुई. दो लोग गलती से नक्सलियों की ओर से लगाए गए इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस की चपेट में आ गए. विस्फोट में एक की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दूसरे को मामूली चोट आई है. मृतक की पहचान बीरेश मंडावी के रूप में की गई है. वहीं घायल का नाम खिलेश कोर्राम है."
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इलाके में शुरू किया गया तलाशी अभियान: पुलिस अधीक्षक शलभ सिन्हा ने बताया कि "नक्सलियों को पता लगाने के लिए इलाके में तलाशी अभियान शुरू कर दिया गया है." दरअसल, पुलिस की क्षेत्र में बढ़ती गश्त और सख्ती से नक्सली डरे हुए हैं, जिसे दूर करने के लिए छिटपुट घटना को अंजाम देकर उपस्थिति दर्ज कराते हैं. हालांकि उनके हर हमले का पुलिस बल की ओर से मुंहतोड़ जवाब भी मिलता है.
क्या होता है आईईडी और नक्सली क्यों करते है इसका इस्तेमाल: इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) एक कामचलाऊ बम होता है. इसका इस्तेमाल आतंकी और नक्सली बड़े पैमाने पर करते हैं. इसमें ब्लास्ट होते ही मौके पर तुरंत ही आग लग जाती है, क्योंकि ये विसफोटक पदार्थों से ही बने होते हैं. इसे नक्सली पुलिस या सेना की मौजूदगी वाले इलाकों में सड़क किनारे लगाते हैं, ताकि इस पर पैर पड़ते ही या गाड़ी चढ़ते ही ब्लास्ट हो जाए.