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Naxal Encounter In Kanker: मरकनार और गुमझिर की पहाड़ियों पर नक्सली मुठभेड़, जवानों की फायरिंग के बाद भागे नक्सली

शनिवार को कांकेर मुख्यालय से 25 किमी दूर उसेली गांव क्षेत्र में पुलिस नक्सल मुठभेड़ हुआ है. मरकनार और गुमझिर की पहाड़ियों पर पुलिस और नक्सलियों के बीच इस एनकाउंटर के बाद नक्सलियों को भागना पड़ा. कांकेर एसपी शलभ सिन्हा ने मुठभेड़ की पुष्टि की है.

Naxal Encounter In Kanker
कांकेर में नक्सली मुठभेड़
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Published : Jan 28, 2023, 10:04 PM IST

कांकेर: एसपी शलभ सिन्हा ने कहा कि "जवानों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई. जंगलों और पहाड़ियों की आड़ लेकर नक्सली भाग निकले हैं. मुठभेड़ में जवान नक्सलियों पर भारी पड़े. पहाड़ों की आड़ लेकर नक्सली भागने में सफल हुए हैं. इलाके की सर्चिंग की जा रही है. नक्सल सामग्री भी बरामद हो सकती है. गौरतलब हो कि नक्सल उन्मूलन अभियान के तहत शनिवार को DRG के जवान सर्चिंग पर निकले थे. इस दौरान नक्सलियों और जवानों का आमना सामना हो गया. जवानों को भारी पड़ता देख नक्सली भाग निकले. फायरिंग थमने के बाद अभी इलाके की सर्चिग की जा रही है."



यह भी पढ़ें: IAF Figther Aircrafts Crash: मुरैना में भारतीय वायुसेना के दो फाइटर प्लेन क्रैश, भरतपुर में मिला सुखोई का मलबा

कांकेर जिले में नक्सलियों को सुरक्षाबलों ने किया पस्त: कांकेर में लगातार सुरक्षाबलों की कार्रवाई के बाद नक्सली बैकफुट पर हैं. अगर नक्सल ऑपरेशन से जुड़े आंकड़ों पर नजर डाले तो साल 2021 में 4 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है. 2 हथियार बरामद किए गए हैं. वहीं 27 बम बरामद कर निष्क्रिय किए गए हैं. साल 2022 की बात करें तो सुरक्षाबलों ने यहां मुठभेड़ में 2 नक्सलियों को मार गिराया है. वही 3 नक्सली गिरफ्तार किए गए. 5 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है. 2 हथियार बरामद किया गया है. 9 बम बरामद कर निष्क्रिय किया गया.

बस्तर में लगातार नक्सलियों के खिलाफ हो रही कार्रवाई : नक्सलगढ़ कहे जाने वाले बस्तर संभाग की पिछले 4 वर्षों में तस्वीर बदली है. साल 2022 बस्तर पुलिस के लिए उपलब्धियों भरा रहा. पिछले साल सबसे कम नक्सली घटनाएं हुईं. नक्सल मोर्चे पर तैनात जवानों को भी सबसे कम नुकसान पहुंचा. बीते साल सबसे ज्यादा नक्सलियों ने सरेंडर किया. छत्तीसगढ़ सुरक्षा से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि साल 2023 में नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई में और तेजी आएगी. आगामी दो साल में बस्तर को नक्सलमुक्त करने में काफी मदद मिलेगी.

कांकेर: एसपी शलभ सिन्हा ने कहा कि "जवानों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई. जंगलों और पहाड़ियों की आड़ लेकर नक्सली भाग निकले हैं. मुठभेड़ में जवान नक्सलियों पर भारी पड़े. पहाड़ों की आड़ लेकर नक्सली भागने में सफल हुए हैं. इलाके की सर्चिंग की जा रही है. नक्सल सामग्री भी बरामद हो सकती है. गौरतलब हो कि नक्सल उन्मूलन अभियान के तहत शनिवार को DRG के जवान सर्चिंग पर निकले थे. इस दौरान नक्सलियों और जवानों का आमना सामना हो गया. जवानों को भारी पड़ता देख नक्सली भाग निकले. फायरिंग थमने के बाद अभी इलाके की सर्चिग की जा रही है."



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कांकेर जिले में नक्सलियों को सुरक्षाबलों ने किया पस्त: कांकेर में लगातार सुरक्षाबलों की कार्रवाई के बाद नक्सली बैकफुट पर हैं. अगर नक्सल ऑपरेशन से जुड़े आंकड़ों पर नजर डाले तो साल 2021 में 4 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है. 2 हथियार बरामद किए गए हैं. वहीं 27 बम बरामद कर निष्क्रिय किए गए हैं. साल 2022 की बात करें तो सुरक्षाबलों ने यहां मुठभेड़ में 2 नक्सलियों को मार गिराया है. वही 3 नक्सली गिरफ्तार किए गए. 5 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है. 2 हथियार बरामद किया गया है. 9 बम बरामद कर निष्क्रिय किया गया.

बस्तर में लगातार नक्सलियों के खिलाफ हो रही कार्रवाई : नक्सलगढ़ कहे जाने वाले बस्तर संभाग की पिछले 4 वर्षों में तस्वीर बदली है. साल 2022 बस्तर पुलिस के लिए उपलब्धियों भरा रहा. पिछले साल सबसे कम नक्सली घटनाएं हुईं. नक्सल मोर्चे पर तैनात जवानों को भी सबसे कम नुकसान पहुंचा. बीते साल सबसे ज्यादा नक्सलियों ने सरेंडर किया. छत्तीसगढ़ सुरक्षा से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि साल 2023 में नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई में और तेजी आएगी. आगामी दो साल में बस्तर को नक्सलमुक्त करने में काफी मदद मिलेगी.

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