नई दिल्ली : भारतीय नौसेना के शीर्ष कमांडर सोमवार से शुरू होने जा रहे पांच दिवसीय एक सम्मेलन में हिंद महासागर क्षेत्र में संपूर्ण सुरक्षा स्थिति सहित देश की समुद्री सुरक्षा की व्यापक समीक्षा करेंगे.
अधिकारियों ने शनिवार को बताया कि प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत , थल सेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे और वायुसेना प्रमुख वी आर चौधरी कई मुद्दों पर नौसेना के कमांडरों से बातचीत करेंगे. उभरते क्षेत्रीय सुरक्षा परिदृश्य के मद्देनजर सेना के तीनों अंगों में तालमेल बढ़ाना भी इनमें शामिल है.
नौसेना प्रवक्ता विवेक मधवाल ने कहा , 'क्षेत्र में तेजी से बदलते भू-रणनीतिक स्थिति के चलते सम्मेलन का काफी महत्व है.'
उन्होंने कहा, 'यह चर्चा करने, निर्देश देने और अत्यधिक महत्व के मुद्दों पर फैसला करने के लिए एक संस्थागत मंच है जो नौसेना के भविष्य के कामकाज को आकार देगा.'
कमांडरों के हिंद महासगर में चीन की बढ़ती घुसपैठ और रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण क्षेत्र में नौसेना के वर्चस्व को कायम रखने पर चर्चा करने की उम्मीद है.
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कमांडर मधवाल ने बताया कि नौसेना प्रमुख करमबीर सिंह अन्य कमांडरों के साथ अभियानगत, सोजोसामान, प्रशिक्षण और मानव संसाधन विकास से जुड़े मुद्दों की समीक्षा करेंगे तथा महत्वपूर्ण गतिविधियों एवं पहल के लिए भविष्य की योजनाओं पर चर्चा करेंगे.
(पीटीआई भाषा)