नई दिल्ली : नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार (navy chief admiral R Hari kumar) ने कहा कि भारतीय नौसेना को भरोसा है कि वह भारत के समुद्री हितों की रक्षा करने में सक्षम है. उन्होंने बताया कि चीनी नौसेना 2008 से ही हिंद महासागर क्षेत्र में मौजूद है. उन्होंने बताया कि हिंद महासागर में चीन के सात से आठ युद्धपोत हैं. उन्होंने बताया कि भारत के विमानों और जहाजों द्वारा लगातार उस क्षेत्र की निगरानी की जा रही है. भारत चीन की गतिविधियों पर कड़ी नजर रख रहा है.
शुक्रवार को नौसेना प्रमुख ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि प्रस्तावित समुद्री कमान के ब्योरों पर काम चल रहा है और उन्होंने संकेत दिया कि इसकी मूल संरचना अगले साल तक तैयार हो सकती है. उन्होंने कहा कि भारतीय नौसेना की समग्र कार्य प्रणाली के विभिन्न क्षेत्रों में महिलाओं की भूमिका को विस्तार देने पर काम जारी है.
नौसेना में महिला अधिकारियों की भूमिका
नौसेना प्रमुख ने कहा कि भारतीय नौसेना के प्रमुख युद्धपोतों पर महिला अधिकारियों की तैनाती की गई है. इस संबंध में नौसेना के अधिकारियों ने बताया कि भारतीय नौसेना के 15 प्रमुख युद्धपोतों पर अब तक लगभग 28 महिला अधिकारियों को तैनात (Navy chief Women officers on warships) किया गया है और यह संख्या जल्द ही बढ़ने वाली है.
नौसेना दिवस से पहले एडमिरल कुमार ने कहा कि बल में विभिन्न भूमिकाओं में महिलाओं को शामिल करने और उन्हें जिम्मेदारियां देने के लिए नौसेना पूरी तरह तैयार है. एडमिरल कुमार ने कहा, 'महिलाओं को सशक्त बनाने के भारत सरकार के उद्देश्य के अनुरूप हमने नौसेना में महिला अधिकारियों के लिए अतिरिक्त अवसर प्रदान करने की दिशा में कदम उठाए हैं. लगभग सभी प्रमुख युद्धपोतों पर महिला अधिकारियों की तैनाती की गई है.'
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय रक्षा अकादमी में कैडेट के रूप में महिलाओं के प्रशिक्षण के तौर-तरीकों पर काम किया जा रहा है। नौसेना प्रमुख ने कहा, 'नौसेना अपनी सभी इकाइयों में महिलाओं को विभिन्न भूमिकाओं में तैनात करने और उन्हें जिम्मेदारियां देने के लिए पूरी तरह से तैयार है.'
नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने कहा कि हम पिछले कुछ वर्षों में चीनी नौसेना द्वारा बनाए जा रहे 110 युद्धपोतों के घटनाक्रम से अवगत हैं. उन्होंने कहा कि नौसेना हिंद महासागर (Indian Ocean Region) में सभी गतिविधियों और तैनाती पर ध्यान दे रही है. इस संबंध में योजनाएं भी बनाई जा रही हैं.
नौसेना प्रमुख ने आश्वस्त किया कि भारतीय नौसेना भारत के समुद्री हितों की रक्षा करने में सक्षम है. सैन्य मामलों के विभाग (Department of Military Affairs-डीएमए) का निर्माण स्वतंत्रता के बाद से चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) के पद के निर्माण के साथ-साथ सेना में सबसे बड़ा सुधार है.
ऐसे योजना बनाती है नौसेना
नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने कहा कि डीएमए और सीडीएस के बनन से तेजी से निर्णय लिए जा रहे हैं और इससे नौकरशाही की परतें भी कम हो रही हैं. उन्होंने कहा कि नौसेना देश के सामने मौजूद सुरक्षा संबंधी संभावित चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए अधिग्रहण की योजना बनाती है.
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एडमिरल कुमार ने कहा कि भारतीय नौसेना हिंद महासागर में चीन की गतिविधियों पर नजर रखती है. उन्होंने कहा कि कोविड-19 और उत्तरी सीमाओं के आस-पास बनी स्थितियों ने राष्ट्रीय सुरक्षा संबंधी जटिलताएं बढ़ा दी हैं. उन्होंने कहा कि भारतीय नौसेना हर प्रकार की सुरक्षा चुनौती से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है.
एडमिरल कुमार ने कहा, 'हमें पूरा भरोसा है कि हम भारत के समुद्री हितों की रक्षा करने में सक्षम हैं.' उन्होंने कहा कि कोविड-19 के बावजूद, नौसेना ने युद्ध संबंधी तैयारियों को बरकरार रखा है.
(एजेंसी इनपुट)