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Naval Anti-Ship Missile: ओडिशा के बालासोर में मिसाइल का सफल प्रक्षेपण - बालासोर न्यूज़

डीआरडीओ के सहयोग से भारतीय नौ सेना ने बड़ी उपलब्धि हासिल की है. इंडियन नेवी ने जिस मिसाइल का सफल प्रक्षेपण किया है, वह पूरी तरह से स्वदेशी आधारित तकनीक से विकसित की गई है.

Naval anti ship missile
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Published : May 18, 2022, 12:13 PM IST

Updated : May 18, 2022, 7:36 PM IST

बालासोर: डीआरडीओ के सहयोग से भारतीय नौसेना ने 18 मई को आईटीआर बालासोर ओडिशा में एंटी-शिप मिसाइल की सफलतापूर्वक फायरिंग की. जानकारी के अनुसार सीकिंग 42 बी हेलीकॉप्टर से पहली स्वदेशी रूप से विकसित नौसेना एंटी-शिप मिसाइल की पहली फायरिंग सफलतापूर्वक की गई.

भारतीय नौसेना ने बुधवार को एक सीकिंग हेलीकॉप्टर से स्वदेश विकसित पहली नौसैनिक पोत रोधी मिसाइल का पहला सफल परीक्षण किया. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. परीक्षण ओडिशा के बालासोर में एकीकृत परीक्षण रेंज (आईटीआर) में किया गया. नौसेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि यह परीक्षण विशिष्ट मिसाइल प्रौद्योगिकी में आत्मनिर्भरता हासिल करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. यह भारतीय नौसेना का स्वदेशीकरण करने की प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है.

भारतीय नौसेना ने रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) के सहयोग से यह परीक्षण किया. ट्विटर पर भारतीय नौसेना ने सीकिंग 42बी हेलीकॉप्टर का मिसाइल दागते वक्त का एक संक्षिप्त वीडियो जारी किया. भारतीय नौसेना और अंडमान और निकोबार कमान द्वारा संयुक्त रूप से ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल के जहाज रोधी संस्करण का सफलतापूर्वक परीक्षण किए जाने के एक महीने बाद नई मिसाइल का परीक्षण किया गया. भारतीय नौसेना विशेष रूप से हिंद महासागर क्षेत्र में भारत के समुद्री सुरक्षा हितों की प्रभावी रूप से रक्षा करने के लिए अपनी समग्र युद्धक क्षमता में लगातार वृद्धि कर रही है.

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पहली प्रयोगात्मक उड़ान परीक्षण के लिए डीआरडीओ, भारतीय नौसेना और संबंधित टीम को बधाई दी. उन्होंने कहा कि भारत ने मिसाइल प्रणालियों के स्वदेशी डिजाइन और विकास में उच्च स्तर की क्षमता हासिल कर ली है. रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग के सचिव और डीआरडीओ के अध्यक्ष डॉ. जी सतीश रेड्डी ने परियोजना टीम के प्रयासों की सराहना की. उन्होंने परियोजना में सहयोग के लिए भारतीय नौसेना और नौसेना उड़ान परीक्षण स्क्वाड्रन की सराहना की तथा कहा कि यह प्रणाली भारतीय नौसेना की मारक क्षमता को मजबूत करेगी.

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को भारतीय नौसेना के दो अग्रिम पंक्ति के युद्धपोतों का शुभारंभ किया था. युद्धपोत आईएनएस सूरत और युद्धपोत आईएनएस उदयगिरी को मुंबई में मझगांव डाक लिमिटेड (एमडीएल) में लॉन्च किया गया था. आईएनस सूरत पी15बी क्लास का चौथा गाइडेड-मिसाइल से लैस विध्वंसक पोत है जबकि आईएनस उदयगिरी पी17ए श्रेणी का दूसरा स्टील्थ फ्रिगेट है.

यह भी पढ़ें- बम की अफवाह से मचा हड़कंप, गोरखपुर-बांद्रा हमसफर एक्सप्रेस घंटों लेट

बालासोर: डीआरडीओ के सहयोग से भारतीय नौसेना ने 18 मई को आईटीआर बालासोर ओडिशा में एंटी-शिप मिसाइल की सफलतापूर्वक फायरिंग की. जानकारी के अनुसार सीकिंग 42 बी हेलीकॉप्टर से पहली स्वदेशी रूप से विकसित नौसेना एंटी-शिप मिसाइल की पहली फायरिंग सफलतापूर्वक की गई.

भारतीय नौसेना ने बुधवार को एक सीकिंग हेलीकॉप्टर से स्वदेश विकसित पहली नौसैनिक पोत रोधी मिसाइल का पहला सफल परीक्षण किया. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. परीक्षण ओडिशा के बालासोर में एकीकृत परीक्षण रेंज (आईटीआर) में किया गया. नौसेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि यह परीक्षण विशिष्ट मिसाइल प्रौद्योगिकी में आत्मनिर्भरता हासिल करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. यह भारतीय नौसेना का स्वदेशीकरण करने की प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है.

भारतीय नौसेना ने रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) के सहयोग से यह परीक्षण किया. ट्विटर पर भारतीय नौसेना ने सीकिंग 42बी हेलीकॉप्टर का मिसाइल दागते वक्त का एक संक्षिप्त वीडियो जारी किया. भारतीय नौसेना और अंडमान और निकोबार कमान द्वारा संयुक्त रूप से ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल के जहाज रोधी संस्करण का सफलतापूर्वक परीक्षण किए जाने के एक महीने बाद नई मिसाइल का परीक्षण किया गया. भारतीय नौसेना विशेष रूप से हिंद महासागर क्षेत्र में भारत के समुद्री सुरक्षा हितों की प्रभावी रूप से रक्षा करने के लिए अपनी समग्र युद्धक क्षमता में लगातार वृद्धि कर रही है.

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पहली प्रयोगात्मक उड़ान परीक्षण के लिए डीआरडीओ, भारतीय नौसेना और संबंधित टीम को बधाई दी. उन्होंने कहा कि भारत ने मिसाइल प्रणालियों के स्वदेशी डिजाइन और विकास में उच्च स्तर की क्षमता हासिल कर ली है. रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग के सचिव और डीआरडीओ के अध्यक्ष डॉ. जी सतीश रेड्डी ने परियोजना टीम के प्रयासों की सराहना की. उन्होंने परियोजना में सहयोग के लिए भारतीय नौसेना और नौसेना उड़ान परीक्षण स्क्वाड्रन की सराहना की तथा कहा कि यह प्रणाली भारतीय नौसेना की मारक क्षमता को मजबूत करेगी.

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को भारतीय नौसेना के दो अग्रिम पंक्ति के युद्धपोतों का शुभारंभ किया था. युद्धपोत आईएनएस सूरत और युद्धपोत आईएनएस उदयगिरी को मुंबई में मझगांव डाक लिमिटेड (एमडीएल) में लॉन्च किया गया था. आईएनस सूरत पी15बी क्लास का चौथा गाइडेड-मिसाइल से लैस विध्वंसक पोत है जबकि आईएनस उदयगिरी पी17ए श्रेणी का दूसरा स्टील्थ फ्रिगेट है.

यह भी पढ़ें- बम की अफवाह से मचा हड़कंप, गोरखपुर-बांद्रा हमसफर एक्सप्रेस घंटों लेट

Last Updated : May 18, 2022, 7:36 PM IST
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