मुंबई: केंद्रीय अल्पसंख्यक आयोग की सदस्य सैयद शहजादी ने मुंबई का दौरा किया. इस बीच उन्होंने लोगों की समस्याएं सुनी. सैयद शहजादी ने कहा कि वह लोगों की समस्याओं को सरकार के समक्ष उठाएंगी. जिससे जल्द से जल्द उनकी परेशानी दूर हो सके. प्रकाश चोपड़ा जैन समुदाय के कल्याण के लिए काम करते हैं. वह समाज की छोटी-बड़ी समस्याओं को लेकर सरकार तक उनकी आवाज पहुंचाने का काम करते हैं.
वह भी अपनी समस्या लेकर केंद्रीय अल्पसंख्यक आयोग की सदस्य के पास पहुंचे है. पारसी समुदाय के लिए जियो पारसी नाम की योजना के लिए काम करने वाले पर्ल मिस्त्री का कहना है कि इस योजना को ठडे बस्ते में डाल दिया गया है. इससे पारसी समुदाय को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. सरकार ने इसके बारे में कोई जानकारी नहीं दी है. इस योजना द्वारा घटती पारसी आबादी पर विचार किया जा रहा है. योजना बंद होने के बाद पारसी समुदाय इसके लाभ से वंचित है.
मुमताज फारूक अहमद खान मुंबई के मारुल इलाके से ताल्लुक रखती हैं. मुमताज भी अपनी फरियाद लेकर यहां पहुंची हैं. उन्होंने अपने इलाके में एक कब्रिस्तान का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि कब्रिस्तान में सिर्फ एक शख्स को दफनाया गया है. पहले सरकार ने इस कब्रिस्तान को मुसलमानों के लिए रिजर्व रखा था. लेकिन कानूनी पेचीदगियों के चलते इस कब्रिस्तान पर ताला लग गया था, अब वे कब्रिस्तान के अस्तित्व को बनाए रखने की लड़ाई लड़ रहे हैं.
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सैयद शहजादी ने कहा है कि अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार और उनकी समस्याओं पर विचार करना आयोग की जिम्मेदारी है. और उसे सरकार को सूचित करना चाहिए ताकि सरकार उनकी समस्याओं पर गंभीरता से विचार करे. महाराष्ट्र में वक्फ बोर्ड के मालिकाना हक को लेकर सैयद शहजादी ने यह भी साफ कर दिया है कि हम सर्वे कराएंगे और वक्फ बोर्ड के मालिकाना हक की समीक्षा करेंगे. उसके बाद इस संपत्ति का इस्तेमाल केवल मुसलमानों के कल्याण के लिए किया जाएगा.