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आज के दिन भारत ने अपनाया था अपना संविधान, जानें खासियत - BR Ambedkar

26 नवंबर को हर साल संविधान दिवस के रूप में मनाया जाता है. यह दिन भारत में संविधान को अपनाने का स्मरण कराता है. पढ़ें पूरी खबर..National Constitution Day 26 November, National Constitution Day, Dr Bhimrao Ambedkar.

National Constitution Day
National Constitution Day
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Nov 25, 2023, 11:56 PM IST

Updated : Nov 26, 2023, 2:43 PM IST

हैदराबाद : 19 नवंबर 2015 को भारत सरकार की ओर से जारी अधिसूचना के बाद से 26 नवंबर को संविधान दिवस के रूप मनाया जाता है. 26 नवंबर 1949 को भारतीय संविधान अपनाया गया था. इसके 2 महीने बाद 26 जनवरी 1950 को इसे आधिकारिक तौर पर लागू किया गया. संविधान को अपनाये जाने की तारीख को यादगार बनाने के लिए संविधान दिवस मनाया जाता है.

  • LIVE: President Droupadi Murmu addresses the Constitution Day celebrations organised by the Supreme Court of India https://t.co/T0sIdCrdfF

    — President of India (@rashtrapatibhvn) November 26, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">
  • Dr Justice D.Y. Chandrachud, Chief Justice of India called on President Droupadi Murmu at Rashtrapati Bhavan. pic.twitter.com/OwT1H2Iycs

    — President of India (@rashtrapatibhvn) November 24, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">
  • Humble tributes to the eminent visionaries who drafted the Constitution of India. On #ConstitutionDay, reaffirm the commitment to uphold the spirit of democracy, justice, and equality enshrined in our constitution and follow the rule of law in letter and spirit. pic.twitter.com/mCw8pFJ0Ek

    — Naveen Patnaik (@Naveen_Odisha) November 26, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

भारत का संविधान : भारतीय संविधान लिखित सिद्धांतों का एक समूह है. यह मौलिक राजनीतिक सिद्धांतों, प्रक्रियाओं को तैयार करता है. सरकार और देश के नागरिकों के अधिकार, निदेशक सिद्धांत, प्रतिबंधों और कर्तव्य का वर्णन है. संविधान देश को संप्रभु, धर्मनिरपेक्ष, समाजवादी और लोकतांत्रिक गणतंत्र घोषित करता है. यह अपने नागरिकों को समानता, स्वतंत्रता और न्याय का आश्वासन देता है.

National Constitution Day
संविधान दिवस

संविधान दिवस

  1. भारत में हर साल 26 नवंबर को संविधान दिवस मनाया जाता है.
  2. इस दिन 1949 में भारत की संविधान सभा ने औपचारिक रूप से इसे अपनाया था.
  3. 26 जनवरी 1950 भारत का संविधान लागू हुआ था.
  4. यह दिन देश के पहले कानून मंत्री डॉ. भीम राव अंबेडकर के प्रति श्रद्धांजलि का भी प्रतीक है, जिन्होंने भारतीय संविधान के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.
  5. संविधान दिवस मनाने की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार की ओर से 26 नवंबर 2015 में प्रारंभ किया.
  6. साल 2015 में संविधान सभा के प्रारूप समिति के अध्यक्ष डॉ. बीआर अंबेडकर की 125वीं वर्षगांठ मनाई गई.
  7. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुंबई में डॉ. बीआर अंबेडकर की प्रतिमा समानता स्मारक की आधारशिला रखने के दौरान संविघान दिवस के संबंध में घोषणा किया था.
  8. डॉ.अम्बेडकर को 'संविधान के जनक' के रूप में मान्यता प्राप्त है.
    National Constitution Day
    संविधान दिवस

एक संक्षिप्त समयरेखा:

  1. 6 दिसंबर 1949 को संविधान सभा का गठित किया गया था. इसकी पहली बैठक 9 दिसंबर 1949 को हुई.
  2. ड़ॉ राजेंद्र प्रसाद को संविधान सभा का अध्यक्ष और एच सी मुखर्जी को उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया था.
  3. 29 अगस्त 1947 को संविधान प्रारूप समिति ने डॉ. अम्बेडकर को अध्यक्ष नियुक्त किया. वहीं छह अन्य सदस्य के रूप में मुंशी एन गोपालस्वामी अयंगर, खेतान, मित्तल, मुहम्मद सादुल्ला और अल्लादी कृष्णास्वामी अय्यर को शामिल किया गया.
  4. संविधान प्रारूप समिति की ओर से कुल 165 दिनों में 11 सत्रों का आयोजन किया गया. इनमें से 114 दिनों तक संविधान के मसौदे पर मुख्य रूप से विचार किया गया.
  5. 24 जनवरी 1950 को संविधान सभा के सदस्यों ने इसकी दो हस्तलिखित प्रतियों पर हस्ताक्षर किए. हिन्दी और अंग्रेजी में एक-एक.
  6. 26 नवंबर 1949 को भारतीय संविधान को अपनाया गया.
  7. भारतीय संविधान 26 जनवरी 1950 को प्रभाव में आया (आधिकारिक तौर पर कानूनी प्रचलन में आया).
  8. 26 जनवरी 1950 को सुबह 10:18 बजे जिसके बाद भारत एक गणतंत्र देश बन गया.
    National Constitution Day
    राष्ट्रीय संविधान दिवस

विश्व का सबसे बड़ा लिखित संविधान :

  1. भारतीय संविधान दुनिया का सबसे बड़ा लिखित संविधान है.
  2. इसे तैयार करने में करीब 2 साल 11 महीने 18 दिन का समय लगा था.
  3. संविधान की मूल प्रति हाथ से लिखी गई थी. यह संसद की लाइब्रेरी में सुरक्षित है.

भारतीय संविधान तैयार करने से पहले इससे जुड़े विद्वानों ने अन्य राष्ट्रों के संविधान का विस्तार से अध्ययन किया. इसके आधार पर अलग-अलग देशों के संविधान की अच्छाइयों को भारत के संविधान में शामिल कर विश्व का सबसे बड़े संविधान का निर्माण किया. एक प्रकार से कह सकते हैं भारतीय संविधान 'उधार का थैला' है, जिसमें कई अलग-अलग देशों के संवैधानिक मॉडलों को शामिल किया गया है.

कुछ प्रमुख संवैधानिक प्रावधान और देश:

  1. ग्रेट ब्रिटेन: कानून का शासन, संसदीय शासन प्रणाली, विधायी प्रक्रिया, एकल नागरिकता, कैबिनेट प्रणाली व अन्य.
  2. संयुक्त राज्य अमेरिका: राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के कार्य व उनके खिलाफ महाभियोग का प्रस्ताव, सुप्रीम कोर्ट व हाईकोर्ट के न्यायाधीशों को हटाना, न्यायिक समीक्षा, स्वतंत्रत न्यायपालिका, मौलिक अधिकार व अन्य.
  3. सोवियत संघ या वर्तमान रूस: मौलिक कर्तव्य, राजनीतिक आदर्श, सामाजिक और आर्थिक न्याय मॉडल.
  4. कनाडा: भारत में संघवाद मॉडल, राज्यों की अपेक्षा केंद्र के पास अधिक शक्तियां व अन्य.
  5. आयरलैंड: राज्य की नीतियां व उनके निदेशक सिद्धांत, राष्ट्रपतियों की चुनाव पद्धति व अन्य.

वास्तव में संविधान किसने लिखा
प्रेम बिहारी नारायण रायजादा ने भारतीय संविधान को हस्तलिखित किया. उन्होंने इटैलिक शैली में भारत के मूल संविधान को अपने हाथों से लिखा था.

सभी पेजों की सजावट
भारतीय संविधान की अनूठी विशेषताओं को हर पन्ने पर देखा जा सकता है. शांति निकेतन से जुड़े प्रसिद्ध कलाकार नंदलाल बोस और बेहार राममनोहर सिन्हा ने भारतीय संविधान को अपने चित्रों के माध्यम से सजाया था.

विश्व का सबसे लंबा और विशालतम संविधान

  1. हमारा संविधान दुनिया में सबसे बड़ा होने के साथ-साथ सबसे लंबा भी है. इसमें लगभग 146,385 शब्द शामिल हैं.
  2. इसमें 444 अनुच्छेद हैं जो 22 भागों में विभाजित है. 118 संशोधनों के साथ 12 अनुसूचियां इसमें शामिल हैं.
  3. मोनाको का संविधान सबसे छोटा है. इसमें केवल 3814 शब्द हैं.

प्रथम मसौदे में किए गए संशोधनों की संख्या
भारतीय संविधान के पहले मसौदे में 2000 से अधिक संशोधन किये गये थे. इसने भारत सरकार अधिनियम 1935 को भी प्रतिस्थापित (Replaced) कर दिया. इसी के साथ भारत डोमिनियन से भारत गणराज्य (Dominion of India-Republic Of India) बना.

हैदराबाद : 19 नवंबर 2015 को भारत सरकार की ओर से जारी अधिसूचना के बाद से 26 नवंबर को संविधान दिवस के रूप मनाया जाता है. 26 नवंबर 1949 को भारतीय संविधान अपनाया गया था. इसके 2 महीने बाद 26 जनवरी 1950 को इसे आधिकारिक तौर पर लागू किया गया. संविधान को अपनाये जाने की तारीख को यादगार बनाने के लिए संविधान दिवस मनाया जाता है.

  • LIVE: President Droupadi Murmu addresses the Constitution Day celebrations organised by the Supreme Court of India https://t.co/T0sIdCrdfF

    — President of India (@rashtrapatibhvn) November 26, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">
  • Dr Justice D.Y. Chandrachud, Chief Justice of India called on President Droupadi Murmu at Rashtrapati Bhavan. pic.twitter.com/OwT1H2Iycs

    — President of India (@rashtrapatibhvn) November 24, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">
  • Humble tributes to the eminent visionaries who drafted the Constitution of India. On #ConstitutionDay, reaffirm the commitment to uphold the spirit of democracy, justice, and equality enshrined in our constitution and follow the rule of law in letter and spirit. pic.twitter.com/mCw8pFJ0Ek

    — Naveen Patnaik (@Naveen_Odisha) November 26, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

भारत का संविधान : भारतीय संविधान लिखित सिद्धांतों का एक समूह है. यह मौलिक राजनीतिक सिद्धांतों, प्रक्रियाओं को तैयार करता है. सरकार और देश के नागरिकों के अधिकार, निदेशक सिद्धांत, प्रतिबंधों और कर्तव्य का वर्णन है. संविधान देश को संप्रभु, धर्मनिरपेक्ष, समाजवादी और लोकतांत्रिक गणतंत्र घोषित करता है. यह अपने नागरिकों को समानता, स्वतंत्रता और न्याय का आश्वासन देता है.

National Constitution Day
संविधान दिवस

संविधान दिवस

  1. भारत में हर साल 26 नवंबर को संविधान दिवस मनाया जाता है.
  2. इस दिन 1949 में भारत की संविधान सभा ने औपचारिक रूप से इसे अपनाया था.
  3. 26 जनवरी 1950 भारत का संविधान लागू हुआ था.
  4. यह दिन देश के पहले कानून मंत्री डॉ. भीम राव अंबेडकर के प्रति श्रद्धांजलि का भी प्रतीक है, जिन्होंने भारतीय संविधान के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.
  5. संविधान दिवस मनाने की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार की ओर से 26 नवंबर 2015 में प्रारंभ किया.
  6. साल 2015 में संविधान सभा के प्रारूप समिति के अध्यक्ष डॉ. बीआर अंबेडकर की 125वीं वर्षगांठ मनाई गई.
  7. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुंबई में डॉ. बीआर अंबेडकर की प्रतिमा समानता स्मारक की आधारशिला रखने के दौरान संविघान दिवस के संबंध में घोषणा किया था.
  8. डॉ.अम्बेडकर को 'संविधान के जनक' के रूप में मान्यता प्राप्त है.
    National Constitution Day
    संविधान दिवस

एक संक्षिप्त समयरेखा:

  1. 6 दिसंबर 1949 को संविधान सभा का गठित किया गया था. इसकी पहली बैठक 9 दिसंबर 1949 को हुई.
  2. ड़ॉ राजेंद्र प्रसाद को संविधान सभा का अध्यक्ष और एच सी मुखर्जी को उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया था.
  3. 29 अगस्त 1947 को संविधान प्रारूप समिति ने डॉ. अम्बेडकर को अध्यक्ष नियुक्त किया. वहीं छह अन्य सदस्य के रूप में मुंशी एन गोपालस्वामी अयंगर, खेतान, मित्तल, मुहम्मद सादुल्ला और अल्लादी कृष्णास्वामी अय्यर को शामिल किया गया.
  4. संविधान प्रारूप समिति की ओर से कुल 165 दिनों में 11 सत्रों का आयोजन किया गया. इनमें से 114 दिनों तक संविधान के मसौदे पर मुख्य रूप से विचार किया गया.
  5. 24 जनवरी 1950 को संविधान सभा के सदस्यों ने इसकी दो हस्तलिखित प्रतियों पर हस्ताक्षर किए. हिन्दी और अंग्रेजी में एक-एक.
  6. 26 नवंबर 1949 को भारतीय संविधान को अपनाया गया.
  7. भारतीय संविधान 26 जनवरी 1950 को प्रभाव में आया (आधिकारिक तौर पर कानूनी प्रचलन में आया).
  8. 26 जनवरी 1950 को सुबह 10:18 बजे जिसके बाद भारत एक गणतंत्र देश बन गया.
    National Constitution Day
    राष्ट्रीय संविधान दिवस

विश्व का सबसे बड़ा लिखित संविधान :

  1. भारतीय संविधान दुनिया का सबसे बड़ा लिखित संविधान है.
  2. इसे तैयार करने में करीब 2 साल 11 महीने 18 दिन का समय लगा था.
  3. संविधान की मूल प्रति हाथ से लिखी गई थी. यह संसद की लाइब्रेरी में सुरक्षित है.

भारतीय संविधान तैयार करने से पहले इससे जुड़े विद्वानों ने अन्य राष्ट्रों के संविधान का विस्तार से अध्ययन किया. इसके आधार पर अलग-अलग देशों के संविधान की अच्छाइयों को भारत के संविधान में शामिल कर विश्व का सबसे बड़े संविधान का निर्माण किया. एक प्रकार से कह सकते हैं भारतीय संविधान 'उधार का थैला' है, जिसमें कई अलग-अलग देशों के संवैधानिक मॉडलों को शामिल किया गया है.

कुछ प्रमुख संवैधानिक प्रावधान और देश:

  1. ग्रेट ब्रिटेन: कानून का शासन, संसदीय शासन प्रणाली, विधायी प्रक्रिया, एकल नागरिकता, कैबिनेट प्रणाली व अन्य.
  2. संयुक्त राज्य अमेरिका: राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के कार्य व उनके खिलाफ महाभियोग का प्रस्ताव, सुप्रीम कोर्ट व हाईकोर्ट के न्यायाधीशों को हटाना, न्यायिक समीक्षा, स्वतंत्रत न्यायपालिका, मौलिक अधिकार व अन्य.
  3. सोवियत संघ या वर्तमान रूस: मौलिक कर्तव्य, राजनीतिक आदर्श, सामाजिक और आर्थिक न्याय मॉडल.
  4. कनाडा: भारत में संघवाद मॉडल, राज्यों की अपेक्षा केंद्र के पास अधिक शक्तियां व अन्य.
  5. आयरलैंड: राज्य की नीतियां व उनके निदेशक सिद्धांत, राष्ट्रपतियों की चुनाव पद्धति व अन्य.

वास्तव में संविधान किसने लिखा
प्रेम बिहारी नारायण रायजादा ने भारतीय संविधान को हस्तलिखित किया. उन्होंने इटैलिक शैली में भारत के मूल संविधान को अपने हाथों से लिखा था.

सभी पेजों की सजावट
भारतीय संविधान की अनूठी विशेषताओं को हर पन्ने पर देखा जा सकता है. शांति निकेतन से जुड़े प्रसिद्ध कलाकार नंदलाल बोस और बेहार राममनोहर सिन्हा ने भारतीय संविधान को अपने चित्रों के माध्यम से सजाया था.

विश्व का सबसे लंबा और विशालतम संविधान

  1. हमारा संविधान दुनिया में सबसे बड़ा होने के साथ-साथ सबसे लंबा भी है. इसमें लगभग 146,385 शब्द शामिल हैं.
  2. इसमें 444 अनुच्छेद हैं जो 22 भागों में विभाजित है. 118 संशोधनों के साथ 12 अनुसूचियां इसमें शामिल हैं.
  3. मोनाको का संविधान सबसे छोटा है. इसमें केवल 3814 शब्द हैं.

प्रथम मसौदे में किए गए संशोधनों की संख्या
भारतीय संविधान के पहले मसौदे में 2000 से अधिक संशोधन किये गये थे. इसने भारत सरकार अधिनियम 1935 को भी प्रतिस्थापित (Replaced) कर दिया. इसी के साथ भारत डोमिनियन से भारत गणराज्य (Dominion of India-Republic Of India) बना.

Last Updated : Nov 26, 2023, 2:43 PM IST
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