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नरेश गोयल, अजय सिंह, प्रशांत रूइया पेगासस स्पाइवेयर के संभावित लक्ष्यों में शामिल: रिपोर्ट - पेगासस विवाद

इजराइली स्पाइवेयर पेगासस के संभावित लक्ष्यों में जेट एयरवेज के पूर्व अध्यक्ष नरेश गोयल, स्पाइसजेट के प्रबंध निदेशक अजय सिंह और एस्सार ग्रुप के प्रशांत रूइया के नाम शामिल थे. सूची में ईडी के वरिष्ठ अधिकारी राजेश्वर सिंह और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निजी सहायक (पीए) के रूप में काम कर चुके भारतीय प्रशासनिक सेवा के पूर्व अधिकारी वी के जैन के फोन नंबर भी शामिल हैं. न्यूज वेबसाइट द वायर ने यह सूची जारी की है.

इजराइली स्पाइवेयर पेगासस
इजराइली स्पाइवेयर पेगासस
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Published : Jul 28, 2021, 4:38 AM IST

नयी दिल्ली : न्यूज वेबसाइट द वायर द्वारा जारी एक नयी सूची के मुताबिक इजराइली स्पाइवेयर पेगासस ( Israeli spyware Pegasus) के संभावित लक्ष्यों में जेट एयरवेज के पूर्व अध्यक्ष नरेश गोयल (former chairman of Jet Airways Naresh Goyal,), स्पाइसजेट के प्रबंध निदेशक अजय सिंह और एस्सार ग्रुप के प्रशांत रूइया के नाम शामिल थे.

लीक सूची में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के वरिष्ठ अधिकारी राजेश्वर सिंह और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निजी सहायक (पीए) के रूप में काम कर चुके भारतीय प्रशासनिक सेवा के पूर्व अधिकारी वी के जैन के फोन नंबर भी शामिल हैं.

लीक सूची का विश्लेषण पेगासस प्रोजेक्ट संघ के मीडिया साझेदारों ने किया है.

द वायर ने कहा है कि इसके अलावा लीक रिकार्ड में प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) और नीति आयोग के कम से कम एक-एक अधिकारी के नंबर का ब्योरा शामिल है.

द वायर ने यह भी कहा है कि एक तमिल राष्ट्रवादी नेता और कई पेरियारवादी कार्यकर्ताओं में भी पेगासस स्पाइवेयर बेचने वाले इजराइली एनएसओ ग्रुप के एक 'सरकारी ग्राहक' ने रूचि दिखाई थी.

नाम थामीझार काची (एनटीके) के सीमन, 17 मई के आंदोलन के तिमुरूगन गांधी, थांतई पेरियार द्रविदाड़ कझगम के के. रामकृष्ण और द्रविदाड़ कझगम के कोषाध्यक्ष कुमारसन के नाम संभावित लक्ष्यों की सूची में शामिल थे.

उल्लेखनीय है कि पिछले हफ्ते अंतरराष्ट्रीय मीडिया संघ ने दावा किया था कि 300 से अधिक सत्यापित मोबाइल फोन नंबरों को एएसओ ग्रुप के पेगासस स्पाइवेयर के जरिए हैक करने के लिए निशाना बनाया गया होगा. इनमें दो मंत्रियों, 40 से अधिक पत्रकारों, तीन विपक्षी नेताओं के अलावा भारत में दर्जनों कारोबारियों और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं के नंबर शामिल रहे होंगे.

हालांकि, सरकार इस विषय पर विपक्ष के सभी आरोपों को खारिज कर रही है.

द वायर की खबर के अनुसार गोयल, सिंह और रूइया के अलावा गेल इंडिया के पूर्व प्रमुख बी सी त्रिपाठी भी संभावित जासूसी सूची में शामिल थे.

खबर में कहा गया है कि सूची में रोटोमैक पेंस के विक्रम कोठारी, उनके बेटे राहुल और एयरसेल के पूर्व प्रवर्तक सी शिवशंकरन भी शामिल हैं.

यह भी पढ़ें- पेगासस जासूसी मामला IT समिति के लिए 'सबसे अहम' : थरूर

इसमें कहा गया है कि बड़ी निजी कंपनियों में काम करने वाले कम से कम तीन अधिकारियों के नाम भी सूची में शामिल थे.

द वायर ने कहा कि संभावित निगरानी लक्ष्यों में अडाणी समूह के मध्यम स्तर के अधिकारी, एस्सार समूह के साथ काम करने वाले एक व्यक्ति और स्पाइसजेट के साथ पूर्व में रह चुके एक व्यक्ति शामिल थे.

इसने कहा कि लंबे समय तक रिलायंस इंडस्ट्रीज से जुड़े रहे वी बालसुब्रमण्यम और रिलायंस एडीए ग्रुप के एन सेतुरमन संभावित जासूसी लक्ष्यों में शामिल थे.

भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) के एक पूर्व प्रमुख और गुजरात नर्मदा घाटी उर्वरक निगम के एक पूर्व कार्यकारी निदेशक के नंबर भी सूची में दिखे हैं.

लीक सूची में भारत के म्युचुअल फंड उद्योग से जुड़े कम से कम पांच कॉरपोरेट अधिकारियों के नंबर भी शामिल हैं, जिनमें फ्रैंकलिन टेम्पलटन, डीएसपी ब्लैकरॉक और मोतीलाल ओसवाल जैसी कंपनियों के पेशेवर शामिल हैं.

एनएसओ ग्रुप विभिन्न सरकारों को पेगासस की ब्रिक्री करता है.

(पीटीआई भाषा)

नयी दिल्ली : न्यूज वेबसाइट द वायर द्वारा जारी एक नयी सूची के मुताबिक इजराइली स्पाइवेयर पेगासस ( Israeli spyware Pegasus) के संभावित लक्ष्यों में जेट एयरवेज के पूर्व अध्यक्ष नरेश गोयल (former chairman of Jet Airways Naresh Goyal,), स्पाइसजेट के प्रबंध निदेशक अजय सिंह और एस्सार ग्रुप के प्रशांत रूइया के नाम शामिल थे.

लीक सूची में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के वरिष्ठ अधिकारी राजेश्वर सिंह और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निजी सहायक (पीए) के रूप में काम कर चुके भारतीय प्रशासनिक सेवा के पूर्व अधिकारी वी के जैन के फोन नंबर भी शामिल हैं.

लीक सूची का विश्लेषण पेगासस प्रोजेक्ट संघ के मीडिया साझेदारों ने किया है.

द वायर ने कहा है कि इसके अलावा लीक रिकार्ड में प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) और नीति आयोग के कम से कम एक-एक अधिकारी के नंबर का ब्योरा शामिल है.

द वायर ने यह भी कहा है कि एक तमिल राष्ट्रवादी नेता और कई पेरियारवादी कार्यकर्ताओं में भी पेगासस स्पाइवेयर बेचने वाले इजराइली एनएसओ ग्रुप के एक 'सरकारी ग्राहक' ने रूचि दिखाई थी.

नाम थामीझार काची (एनटीके) के सीमन, 17 मई के आंदोलन के तिमुरूगन गांधी, थांतई पेरियार द्रविदाड़ कझगम के के. रामकृष्ण और द्रविदाड़ कझगम के कोषाध्यक्ष कुमारसन के नाम संभावित लक्ष्यों की सूची में शामिल थे.

उल्लेखनीय है कि पिछले हफ्ते अंतरराष्ट्रीय मीडिया संघ ने दावा किया था कि 300 से अधिक सत्यापित मोबाइल फोन नंबरों को एएसओ ग्रुप के पेगासस स्पाइवेयर के जरिए हैक करने के लिए निशाना बनाया गया होगा. इनमें दो मंत्रियों, 40 से अधिक पत्रकारों, तीन विपक्षी नेताओं के अलावा भारत में दर्जनों कारोबारियों और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं के नंबर शामिल रहे होंगे.

हालांकि, सरकार इस विषय पर विपक्ष के सभी आरोपों को खारिज कर रही है.

द वायर की खबर के अनुसार गोयल, सिंह और रूइया के अलावा गेल इंडिया के पूर्व प्रमुख बी सी त्रिपाठी भी संभावित जासूसी सूची में शामिल थे.

खबर में कहा गया है कि सूची में रोटोमैक पेंस के विक्रम कोठारी, उनके बेटे राहुल और एयरसेल के पूर्व प्रवर्तक सी शिवशंकरन भी शामिल हैं.

यह भी पढ़ें- पेगासस जासूसी मामला IT समिति के लिए 'सबसे अहम' : थरूर

इसमें कहा गया है कि बड़ी निजी कंपनियों में काम करने वाले कम से कम तीन अधिकारियों के नाम भी सूची में शामिल थे.

द वायर ने कहा कि संभावित निगरानी लक्ष्यों में अडाणी समूह के मध्यम स्तर के अधिकारी, एस्सार समूह के साथ काम करने वाले एक व्यक्ति और स्पाइसजेट के साथ पूर्व में रह चुके एक व्यक्ति शामिल थे.

इसने कहा कि लंबे समय तक रिलायंस इंडस्ट्रीज से जुड़े रहे वी बालसुब्रमण्यम और रिलायंस एडीए ग्रुप के एन सेतुरमन संभावित जासूसी लक्ष्यों में शामिल थे.

भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) के एक पूर्व प्रमुख और गुजरात नर्मदा घाटी उर्वरक निगम के एक पूर्व कार्यकारी निदेशक के नंबर भी सूची में दिखे हैं.

लीक सूची में भारत के म्युचुअल फंड उद्योग से जुड़े कम से कम पांच कॉरपोरेट अधिकारियों के नंबर भी शामिल हैं, जिनमें फ्रैंकलिन टेम्पलटन, डीएसपी ब्लैकरॉक और मोतीलाल ओसवाल जैसी कंपनियों के पेशेवर शामिल हैं.

एनएसओ ग्रुप विभिन्न सरकारों को पेगासस की ब्रिक्री करता है.

(पीटीआई भाषा)

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