नई दिल्ली : प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की 5वीं वर्षगांठ पर कृषि मंत्री ने सरकार की उपलब्धियां गिनाईं हैं. उन्होंने केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि यह दुनिया की सबसे बड़ी कृषि बीमा योजना है जिसके तहत किसानों को अब तक 90 हजार करोड़ रुपये का क्लेम दिया जा चुका है.
दरअसल, देश के किसानों के लिये वर्ष 2016 में मोदी सरकार ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की शुरुआत की थी. आज 13 जनवरी को इसके पांच वर्ष पूरे हो गए. प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना को 13 जनवरी, 2016 को मंजूरी दी गई थी जिसके बाद अप्रैल माह में इसे लागू कर दिया गया था.
बुधवार को इस मौके पर केंद्रीय कृषि मंत्री ने योजना को सफल बताते हुए कहा कि आज कृषि में आधुनिक प्रौद्योगिकी के उपयोग के बावजूद किसानों को प्राकृतिक स्थितियों पर निर्भर रहना पड़ता है. उन्होंने कहा कि फसल बीमा योजना से किसानों के नुकसान की भरपाई होती है.
तोमर ने कहा कि खरीफ वर्ष 2016 से खरीफ वर्ष 2019 के बीच किसानों ने फसल बीमा योजना में प्रीमियम के रूप में 16000 करोड़ रुपये का भुगतान किया, जबकि फसलों के क्लेम के रूप में किसानों को 86000 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया.
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उन्होंने बताया कि किसानों को किया गया भुगतान उनके प्रीमियम के मुकाबले पांच गुना ज्यादा है. तोमर ने कहा कि पांच वर्ष की अवधि में 29 करोड़ किसान इस योजना से जुड़े हैं और प्रति वर्ष 5.5 करोड़ किसान फसल बीमा योजना से जुड़ रहे हैं.
फसल बीमा योजना के पांच साल पूरे होने के मौके पर कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने राज्य सरकारों से आग्रह किया कि वह इस योजना के प्रति अधिक से अधिक किसानों को जागरुक करें और इस योजना में शामिल करें. उन्होंने कृषि बीमा योजना को और सुगम बनाने पर जोर देते हुए सभी किसानों को इससे जोड़ने के लिये ग्रामीण स्तर पर कैंप लगाए जाने की बात भी कही.