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महाराष्ट्र टीईटी घोटाला : लाभार्थियों की लिस्ट में शिद्दे गुट के विधायक अब्दुल सत्तार की बेटियों के नाम

महाराष्ट्र में औरंगाबाद के सिलोड से शिवसेना विधायक अब्दुल सत्तार की दो बेटियों के नाम उन उम्मीदवारों की सूची में शामिल हैं, जिन्हें महाराष्ट्र राज्य परीक्षा परिषद (एमएससीई) ने शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) घोटाले में शामिल पाया है.

ABDUL SATTAR
महाराष्ट्र में औरंगाबाद के सिलोड से शिवसेना विधायक अब्दुल सत्तार
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Published : Aug 8, 2022, 3:19 PM IST

Updated : Aug 8, 2022, 5:16 PM IST

मुंबई : शिंदे समूह के नेता विधायक अब्दुल सत्तार मुश्किल में हैं. उनकी दोनों बेटियों के टीईटी सर्टिफिकेट रद्द करने की बात हो रही है. कामाजी शिक्षण परिषद के अध्यक्ष तुकाराम तुपे को महाराष्ट्र राज्य शिक्षक पात्रता परीक्षा में पैसे लेने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. महाराष्ट्र राज्य परीक्षा परिषद की ओर से आयोजित शिक्षक पात्रता परीक्षा घोटाले का आंच सीधे सिल्लोड पहुंच गई है. परीक्षा बोर्ड द्वारा जारी सूची में सभी अपात्र लोगों ने तुपे को क्वालिफाई करने के लिए पैसे दिए थे, लेकिन अपात्र अभ्यर्थियों को तुपे से पात्रता का प्रमाण पत्र नहीं मिला.

राज्य के पूर्व मंत्री अब्दुल सत्तार की दोनों बेटियों के टीईटी प्रमाणपत्र रद्द : हिना और उजमा दोनों शिक्षक अब्दुल सत्तार की बेटियां हैं. 2020 में वे अपात्र हैं. इन दोनों लड़कियों का नाम साइबर पुलिस और परीक्षा परिषद द्वारा जारी सूची में शामिल है. हालांकि, उजमा और हिना ने किस एजेंट को पैसे दिए, यह अभी भी गुप्त है. इस सूची में संभाजीनगर जिले के कुछ उम्मीदवार शामिल हैं और सूची की घोषणा के बाद कदाचार में शामिल उम्मीदवारों के नाम भी सामने आए हैं. इस टीईटी घोटाले में सिल्लोड विधायक, पूर्व राजस्व राज्य मंत्री अब्दुल सत्तार, हिना कौसर अब्दुल सत्तार शेख और उज्मा नाहिद अब्दुल सत्तार शेख की दो बेटियां भी शामिल हैं.

नौकरी से निकाले जाने की आशंका : कहा गया था कि अब्दुल सत्तार के प्रकोष्ठ में सात शिक्षण संस्थान हैं और ये लड़कियां भी इन संस्थानों में हैं. शिक्षक पात्रता घोटाला काफी बड़ा है.आरोप है कि इस घोटाले में 7800 परीक्षार्थी पैसे देकर पास हुए. उनकी पात्रता रद्द कर दी जाएगी. हर जिले ने अब शिक्षा प्रबंधन ने ऐसे शिक्षकों की तलाश शुरू कर दी है. उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. उन्हें नौकरी से बर्खास्त किए जाने की संभावना है. वहीं, 2019 और 2018 दोनों में टीटी में बड़ा घोटाला हुआ था. ईडी अब इस वित्तीय लेनदेन की जांच करेगी. ईडी ने पुणे पुलिस से ऐसे दस्तावेज मांगे हैं. इस जांच के आदेश तत्कालीन गृह मंत्री वलसे पाटिल दिलीप वलसे पाटिल ने दिए थे. उसके बाद शिंदे फडनवीस की सरकार आने के बाद आगे की कार्रवाई की जा रही है.

पढ़ें- महाराष्ट्र मंत्रिमंडल का विस्तार 15 अगस्त से पहले, फडणवीस को मिलेगा गृह विभाग !

मुंबई : शिंदे समूह के नेता विधायक अब्दुल सत्तार मुश्किल में हैं. उनकी दोनों बेटियों के टीईटी सर्टिफिकेट रद्द करने की बात हो रही है. कामाजी शिक्षण परिषद के अध्यक्ष तुकाराम तुपे को महाराष्ट्र राज्य शिक्षक पात्रता परीक्षा में पैसे लेने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. महाराष्ट्र राज्य परीक्षा परिषद की ओर से आयोजित शिक्षक पात्रता परीक्षा घोटाले का आंच सीधे सिल्लोड पहुंच गई है. परीक्षा बोर्ड द्वारा जारी सूची में सभी अपात्र लोगों ने तुपे को क्वालिफाई करने के लिए पैसे दिए थे, लेकिन अपात्र अभ्यर्थियों को तुपे से पात्रता का प्रमाण पत्र नहीं मिला.

राज्य के पूर्व मंत्री अब्दुल सत्तार की दोनों बेटियों के टीईटी प्रमाणपत्र रद्द : हिना और उजमा दोनों शिक्षक अब्दुल सत्तार की बेटियां हैं. 2020 में वे अपात्र हैं. इन दोनों लड़कियों का नाम साइबर पुलिस और परीक्षा परिषद द्वारा जारी सूची में शामिल है. हालांकि, उजमा और हिना ने किस एजेंट को पैसे दिए, यह अभी भी गुप्त है. इस सूची में संभाजीनगर जिले के कुछ उम्मीदवार शामिल हैं और सूची की घोषणा के बाद कदाचार में शामिल उम्मीदवारों के नाम भी सामने आए हैं. इस टीईटी घोटाले में सिल्लोड विधायक, पूर्व राजस्व राज्य मंत्री अब्दुल सत्तार, हिना कौसर अब्दुल सत्तार शेख और उज्मा नाहिद अब्दुल सत्तार शेख की दो बेटियां भी शामिल हैं.

नौकरी से निकाले जाने की आशंका : कहा गया था कि अब्दुल सत्तार के प्रकोष्ठ में सात शिक्षण संस्थान हैं और ये लड़कियां भी इन संस्थानों में हैं. शिक्षक पात्रता घोटाला काफी बड़ा है.आरोप है कि इस घोटाले में 7800 परीक्षार्थी पैसे देकर पास हुए. उनकी पात्रता रद्द कर दी जाएगी. हर जिले ने अब शिक्षा प्रबंधन ने ऐसे शिक्षकों की तलाश शुरू कर दी है. उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. उन्हें नौकरी से बर्खास्त किए जाने की संभावना है. वहीं, 2019 और 2018 दोनों में टीटी में बड़ा घोटाला हुआ था. ईडी अब इस वित्तीय लेनदेन की जांच करेगी. ईडी ने पुणे पुलिस से ऐसे दस्तावेज मांगे हैं. इस जांच के आदेश तत्कालीन गृह मंत्री वलसे पाटिल दिलीप वलसे पाटिल ने दिए थे. उसके बाद शिंदे फडनवीस की सरकार आने के बाद आगे की कार्रवाई की जा रही है.

पढ़ें- महाराष्ट्र मंत्रिमंडल का विस्तार 15 अगस्त से पहले, फडणवीस को मिलेगा गृह विभाग !

Last Updated : Aug 8, 2022, 5:16 PM IST
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